Pakistan News: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत के खिलाफ साजिश रचने से बाज नहीं आ रही है. रूस में भारतीय दूतावास में तैनात एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जो भारतीय कर्मचारी होते हुए भी पाकिस्तानी एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए काम कर रहा था। ये गिरफ्तारी मेरठ से हुई है, जिसे यूपी एटीएस ने अंजाम दिया है.
यूपी ATS ने ISI एजेंट को मेरठ से किया गिरफ्तार, Moscow से Pakistan भेज रहा था आर्मी के सीक्रेट्स
Pakistan News: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत के खिलाफ साजिश रचने से बाज नहीं आ रही है.
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Crime Tak
04 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 4 2024 1:50 PM)
आईएसआई एजेंट का नाम सतेंद्र सिवाल बताया जा रहा है, जो मॉस्को में भारतीय दूतावास में इंडियन बेस्ड सिक्योरिटी असिस्टेंट (आईबीएसए) के पद पर तैनात था. सतेंद्र भारतीय सेना और आईएसआई से जुड़ी अहम जानकारियां पहुंचा रहा था. बताया जा रहा है कि सतेंद्र 2021 से मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास में तैनात हैं.
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हनी ट्रैप का शिकार
दरअसल, यूपी एटीएस को इनपुट मिला था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हैंडलर विदेश मंत्रालय (भारत सरकार) के कर्मचारियों को हनी ट्रैप में फंसा रहे हैं और पैसे का लालच देकर उनसे जासूसी करवा रहे हैं. यूपी एटीएस ने जब इस इनपुट की जांच की तो पता चला कि सतेंद्र सिवाल ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को जो जानकारी दी थी, उसके बदले में उन्हें पैसे भी भेजे गए थे.
एमटीएस विदेश मंत्रालय में है
भारतीय सेना से जुड़ी कई अहम और गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई एजेंटों के जरिए जुटाई जा रही थीं। जानकारी के मुताबिक, हापुड निवासी सतेंद्र सिवाल विदेश मंत्रालय में एमटीएस (मल्टी-टास्किंग, स्टाफ) के पद पर नियुक्त हैं. वह फिलहाल रूस की राजधानी मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास में कार्यरत थे. गिरफ्तारी के बाद सतेंद्र के पास से दो मोबाइल फोन, आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुआ. साथ ही आरोपियों के पास से 600 रुपये भी बरामद किए गए हैं.
पूछताछ में कबूला जुर्म
यूपी एटीएस के मुताबिक, जानकारी मिलने के बाद जब उन्होंने सतेंद्र सिवाल को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की तो वह सवालों का जवाब नहीं दे सका. जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने पुलिस को बताया कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को गोपनीय सूचनाएं भेज रहा था.
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