Umesh Pal Singh Case Nafis Died: उमेश पाल हत्याकांड में जेल में बंद आरोपित अतीक अहमद के करीबी नफीस बिरयानी की हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कल रात जेल में उसे दिल का दौरा पड़ा था। उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
उमेश पाल हत्याकांड में जेल में बंद आरोपी नफीस बिरयानी की मौत, हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में हुई मौत
Umesh Pal Singh Case Nafis Died: उमेश पाल हत्याकांड में जेल में बंद आरोपित अतीक अहमद के करीबी नफीस बिरयानी की हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में मौत हो गई।
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Umesh Pal Singh Case Nafis Died
18 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 18 2023 10:47 AM)
Prayagraj News : 50 हजार के इनामी नफीस बिरयानी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अरेस्ट किया था। वो अतीक अहमद का करीबी थी। नफीस बिरयानी प्रयागराज के खुल्दाबाद स्थित अपने घर पर आ रहा है, तभी उसे गिरफ्तार किया गया। बता दें कि दिल्ली स्थित एक फाइव स्टार होटल की फुटेज पुलिस के हाथ लगी थी। उसमें नफीस के साथ एक महिला भी दिखाई दे रही थी। यहां से पुलिस को क्लू मिला था और फिर उसे पकड़ा गया।
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कौन है नफीस बिरयानी ?
नफीस से अतीक के भाई अशरफ की बचपन की दोस्ती है। दोनों मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज में साथ पढ़ते थे। यही वजह थी कि अशरफ उस पर खास मेहरबान रहता था। सिविल लाइंस में एमजी मार्ग पर बिरयानी रेस्टोरेंट खोलने के दौरान अशरफ के ही कहने पर अतीक ने अपने कब्जे वाली नवाब यूसुफ रोड स्थित बेशकीमती जमीन नफीस को कारखाना खोलने के लिए दी थी।
नफीस अतीक अहमद का फाइनेंसर था। वो नैनी सेंट्रल जेल में बंद था। उसकी तबीयत खराब होने पर 17 दिसंबर को शाम को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 17 की देर रात्रि उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और इस पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
प्रयागराज के करेली के रहने वाला नफीस बिरयानी शुरुआती दौर में बेहद आर्थिक कमजोरी से गुजरा था। नफीस ने अपनी एक बिरयानी की दुकान प्रयागराज के करेली इलाके में ठेले पर लगाकर शुरू की थी। इस ठेले पर बिरयानी का बिजनेस शुरू करने के लिए उसकी बहन ने अपने जेवरात बेचकर पैसे दिए थे, लेकिन बिरयानी का काम चल नहीं सका। उसकी बिरयानी का स्वाद अशरफ को बहुत पसंद आया। लिहाजा अशरफ ने उसकी बिरयानी की दुकान सिविल लाइंस में अपने साथ पार्टनरशिप में खोल ली। दूर-दूर तक नफीस बिरयानी का नाम चलने लगा। यही नहीं, कई ऐसी कंपनियों ने नफीस बिरयानी के पास आकर खुद उसके दुकान और बिरयानी के स्वाद का ऐड भी शूट किया। उसको 22 नंबवर को पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था।
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