राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की शुक्रवार की शाम जिस तरह सरेआम हत्या की गई... उसके पीछे उत्तर प्रदेश के माफिया और गैंगवॉर के निशान मिलने लगे हैं... सामने आ गया उमेश पाल हत्याकांड की साजिश का ब्लू प्रिंट, क्योंकि इस हत्याकांड के लिए इशारा गुजरात से हुआ, साज़िश बरेली में रची गई और वारदात को अंजाम प्रयागराज में दिया गया। सबसे हैरानी की बात ये है कि इस सनसनीखेज हत्याकांड के पीछे उत्तर प्रदेश की पुलिस को यूपी के दो बड़े माफिया डॉन का अक्स नज़र आ रहा है। पहला नाम जिस माफिया का सामने आ रहा है वो है अतीक अहमद, जबकि दूसरा नाम है मुख्तार अंसारी। और सबसे हैरानी की बात ये है कि ये दोनों ही माफिया इस वक़्त अलग अलग जेल में हैं।
Umesh Pal Murder: साबरमती से हुआ इशारा, बरेली में रची गई साज़िश और प्रयागराज में हुई हत्या, पुलिस के रडार पर यूपी के दोनों माफिया
Umesh Pal Murder: प्रयाग राज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद अब यूपी पुलिस और उसकी एसटीएफ की टीम पूरी तरह से एक्शन में दिखाई पड़ रही है। इसी बीच पुलिस का खुलासा यही है कि इस हत्याकांड का इशारा तो गुजरात की साबरमती जेल से हुआ था लेकिन इसकी साज़ि
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उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस के रडार पर अतीक अहमद
27 Feb 2023 (अपडेटेड: Apr 5 2023 2:53 PM)
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मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद है जबकि अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में है। और अगर सूबे की राजधानी लखनऊ से आकर प्रयागराज में डेरा डालने वाले पुलिस अधिकारियों की बातों पर यकीन किया जाए तो उमेश पाल की हत्या के लिए पुलिस को अब उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद से तार जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश की पुलिस की तफ्तीश की दिशा पर यकीन किया जाए तो इस हत्याकांड के पीछे पुलिस माफिया डॉन अतीक अहमद का हाथ मान रही है।
हालांकि माफिया डॉन अतीक अहमद का एक सच ये है कि वो इन दिनों गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। मगर पुलिस की तफ्तीश का इशारा कहता है कि इस हत्या कांड को अतीक अहमद के इशारे पर ही अंजाम दिया गया। इसी बीच ये बात भी सामने आई है कि इस पूरे मामले में कहीं न कहीं उत्तर प्रदेश के दूसरे माफिया मुख्तार अंसारी का भी नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि मुख्तार के कुछ खास लोग अतीक से मिलने गुजरात की साबरमती जेल भी गए थे। और ये मुलाका़त इस वारदात से चंद रोज पहले ही हुई थी। उसके बाद ही इस पूरी वारदात की साज़िश रचने का सिलसिला शुरू हो गया था। अपने इस अंदाजे के पीछे पुलिस की तफ्तीश उसके हक़ में सबसे बड़ी दलील बन जाती है। पुलिस की तफ्तीश कहती है कि इस हत्याकांड में शामिल जो सात शूटर्स थे, उनमें से दो शूटर्स ऐसे थे जिनका अतीक अहमद के साथ पुराना रिश्ता है। इतना ही नहीं मौके से सामने कुछ सीसीटीवी की तस्वीरों में अतीक अहमद के बेटे मोहम्मद असद के होने के भी सबूत मिलने का दावा किया जा रहा है।
चूंकि यूपी पुलिस की एसटीएफ इस केस को नई तकनीक से सुलझाने में लग गई है। और उसी के तहत मौका-ए-वारदात से मिले मोबाइल रिकॉर्ड से ये बात खुलासा हुआ है कि इस वारदात में शामिल शूटरों में से दो शूटर ऐसे निकले जिनका रिश्ता अतीक अहमद से जुड़ता दिखाई दिया है। सामने आई खबरों पर यकीन किया जाए तो गुजरात के साबरमती जेल से इस पूरी वारदात का इशारा हुआ था, जबकि बरेली की जेल में इस पूरी वारदात की साज़िश रची गई और प्रयागराज में गोलियां चली। STF के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से आई खबरों पर यकीन किया जाए तो अब इस पूरे मामले में माफिया अतीक अहमद के नजदीकी लोगों को रडार पर ले लिया गया है।
लेकिन अब आखिर उमेश को सरेआम मौत के घाट उतारने का इशारा कहां से आया था। अब इस बात का खुलासा हो गया है। पुलिस की तफ्तीश का खुलासा कहता है कि इस हत्याकांड में शामिल जो सात शूटर्स थे, उनमें से दो शूटर्स ऐसे थे जिनका अतीक अहमद के साथ पुराना रिश्ता है। इतना ही नहीं मौके से सामने कुछ सीसीटीवी की तस्वीरों में अतीक अहमद के बेटे मोहम्मद असद के होने के भी सबूत मिलने का दावा किया जा रहा है। जबकि वारदात के वक्त की सामने आई तस्वीरों में कई ऐसे चेहरे नज़र आए जिनका कहीं न कहीं और कोई न कोई रिश्ता अतीक अहमद और उसके परिवार के लोगों से मिलता है।
पुलिस की तफ्तीश का खुलासा है कि अतीक अहमद का भाई अशरफ उर्फ खालिद अजीम बरेली जेल में बंद है। लेकिन बीते कुछ दिनों के दौरान उससे कम से कम 50 लोगों ने मुलाकात की। पुलिस ने उन तमाम लोगों को अब रडार पर लेकर उनकी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है जिन्होंने बीते दिनों अशरफ के साथ बरेली जेल में मुलाकात की। उमेश पाल हत्या कांड की जांच में जुटी यूपी एसटीएफ की टीम को उन तमाम 50 लोगों की लिस्ट मिल गई है जिन्होंने अतीक के भाई अशरफ से मुलाकात की।
44 सेकेंड में पूरी वारदात को अंजाम दिया जाता है...उमेश पर करीब 14 राउंड फायरिंग हुई... जबकि गाड़ी को गोलियों से छलनी कर दिया। परिवार के सामने ही उमेश को मौत के घाट उतार दिया जाता है... एक मां हैं... एक पत्नी है... छोटे बच्चे हैं हर किसी का रो रो कर बुरा हाल है।2005 में हुई बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर की हत्या के मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद के साथ ही अतीक के भाई, बीवी शाइस्ता परवीन और अतीक के दो बेटों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद के दोनों बेटों के साथ करीब 14 संदिग्धों को हिरासत में लिया है...जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है... पुलिस ने अतीक की पत्नी शाइस्ता से भी पूछताछ की है। उमेश पाल के कोर्ट से लेकर उसके घर तक के पूरे रास्ते के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। अतीक के 2 नाबालिग बेटों और उसके दोस्त की कॉल डिटेल भी निकलवाई है।
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