पुतिन का ये है 'प्लान बी'
पुतिन की नई चाल से नाटो की अटक गई सांस, रूस की परमाणु पनडुब्बियां उतरीं इस समंदर में
रूस की परमाणु पनडुब्बियां उतरीं इस समंदर में, पुतिन की चाल से अटक गई यूरोप की सांस, परमाणु पनडुब्बियों ने बदला रूख, यूक्रेन की तरफ से हटा ध्यान, Putin sent nuclear submarines into the north Atlantic
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26 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:16 PM)
Ukraine Russia News: ऐसा लगता है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अब प्लान बी पर काम करना शुरू कर दिया है तभी तो शतरंज की बिसात पर पुतिन ने अपनी परमाणु पनडुब्बी की ऐसी ख़तरनाक चाल चली है कि अमेरिका समेत नाटो देश बुरी तरह से उलझकर रह गए।
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हैरानी की बात ये है कि रूस ने जिन पनडुब्बियों को उत्तरी अटलांटिक महासागर के गहरे पानी में उतारा से उससे इस बात की आशंका और गहरा गई है कि कहीं रूस ने नाटो देशों को तो पूरी तरह से अपने टारगेट पर तो सेट नहीं कर दिया। क्योंकि रूस की परमाणु पनडुब्बियां बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ साथ परमाणु मिसाइलों से हमला करने में सक्षम हैं। और इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाला पहलू तो ये है कि इन पनडुब्बियों की काट फिलहाल किसी के पास है भी नहीं।
गहरे समंदर में गोता लगाती परमाणु पनडुब्बियां
Ukraine Russia News: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इस चाल का सबसे बड़ा असर ये हुआ कि अब यूरोप के तमाम देशों को अब यूक्रेन छोड़कर अपनी चिंता सताने लगी है। पश्चिमी यूरोप के तमाम देशों ने अब यूक्रेन से अपना ध्यान हटाकर रूसी पनडुब्बियों को गहरे और तूफानी समंदर में तलाशने का नया सिलसिला शुरू कर दिया है।
ये तो साफ हो ही गया कि उत्तरी अटलांटिक महासागर के तूफानी समंदर में रूस की परमाणु पनडुब्बियों ने गहरा गोता लगाया है। लेकिन अभी तक ये बात साफ नहीं हो सकी है कि उन पनडुब्बियों में परमाणु हथियार तैनात हैं या नहीं। मगर अब यूरोप के तमाम देशों की हवा और हालत दोनों ख़राब होने लगी है।
नाटो देशों की अटकी हलक में सांस
Ukraine Russia News: द टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति पुतिन ने पिछले महीने ही अपनी कई पनडुब्बियों को उत्तरी अटलांटिक की ओर रवाना कर दिया था। चार हफ्ते पहले ही नाटो देशों ने रूस की उन परमाणु पनडुब्बियों के बेडे का पता भी लगा लिया था। उस वक़्त वो सभी उत्तरी अटलांटिक से काफी दूर थीं। लेकिन तभी से नाटो की सांस हलक में अटकी हुई है।
ये बात तो पूरी दुनिया जानती है कि रूस के पास 4447 परमाणु हथियार हैं। ये बात मानी जा रही है कि रूस के परमाणु हथियार के इस भंडार में से 2565 तो स्ट्रेटजिक हैं जबकि 1912 नॉन स्ट्रेटजिक हथियार हैं। इतना ही नहीं, रूस ने यूक्रेन और दूसरे पश्चिमी यूरोप के आस पास परमाणु ठिकाने बना रखे हैं। और रूस की तैयारी तो इतनी है कि वो समंदर में छुपे अपने लॉन्चर्स से परमाणु हथियारों को फौरन फ़ायर कर सकता है।
नाटो देशों के आस पास रूसी पनडुब्बियों की गश्त
Ukraine Russia News: अमेरिका और नाटो देशों की सबसे बड़ी फिक्र की बात ये है कि रूस के तमाम परमाणु हथियार सोवियत संघ के जमाने के न होकर बेहद आधुनिक जमाने के हैं। पिछले साल ही रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने साफ कर दिया था कि परमाणु जख़ीरे में आधुनिक हथियारों और उपकरणों की तादाद अब 89.1 प्रतिशत तक पहुँच गई है।
जबकि एक साल पहले ही 2020 में रूस के 86 फीसदी हथियार आधुनिक हुए थे। ब्रिटेन के खुफिया सूत्रों की रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने अपनी पनडुब्बियों को नाटो देशों के आस पास इलाक़ों में गश्त लगाने का हुक्म दिया था।
जैसे ही ये आदेश मॉस्को से निकला तभी से नाटो और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों ने रूस के न्यूक्लियर ऑर्डिनेंस डिपो पर नज़रें टिका दी हैं। नाटो और ब्रिटेन के साथ साथ अमेरिका को ये अच्छी तरह से पता है कि रूस की पनडुब्बियां स्ट्रैटिजिक मिसाइलों को फायर करने में सक्षम हैं जो किसी भी शहर या इलाके को पलक झपकते बर्बाद कर सकती है।
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