अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप न्यूयॉर्क को अदालत ने बरी कर दिया है.. उनके ऊपर 34 आपराधिक आरोप लगे थे... जिनसे कोर्ट ने उन्हें मुक्त कर दिया है...्न्यूयॉर्क कोर्ट के फैसले का मतलब ये नहीं है कि ट्रंप बाइज्जत बरी हो गए हैं.. न्यायालय ने सिर्फ ये पाया है कि जो आरोप लगे हैं उस पर क्रिमिनल केस नहीं बनता हैं....ट्रंप पर एक लाख 21 हजार 962 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया गया है.. पोर्न स्टार को मुंह बंद रखने के लिए ट्रंप पर उसे पैसे देने के आरोप लगे थे....उनके ऊपर क्रिमिनल केस किया गया था लेकिन कोर्ट ने इन आरोपों को क्रिमिनल केस नहीं माना.... न्ययूॉर्क की अदालत से निकलकर ट्रंप सीधे एयरपोर्ट पहुंचे और फ्लोरिडा के लिए रवाना हो गए... न सिर्फ मेरे से नाइंसाफी हो रही है बल्कि बेकसूर लोगों को सताया जा रहा है.
Trump Not Guilty: डॉनल्ड ट्रम्प ने कोर्ट में कहा, मैं निर्दोष हूं, लेकिन कोर्ट ने बाइज्जत बरी नहीं किया!
Donald Trump Live: डॉनल्ड ट्रंप को मैनहटन की एक अदालत ने उन्हें आपराधिक मुकदमें के मामले में बरी कर दिया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसों के दम पर अपना मुंह बंद रखने के लिए सीक्रेट तरीके से पैसे
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न्यू यॉर्क की मैनहट्टन की कोर्ट में ट्रम्प के खिलाफ चली 57 मिनट कार्यवाही
05 Apr 2023 (अपडेटेड: Apr 5 2023 11:17 AM)
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चुनाव के बाद मैं दोबारा अमेरिका की कमान संभालूंगा...डॉनल्ड ट्रंप के इस आत्मविश्वास की दो वजह हैं. पहला अमेरिकी कानून जो कहता है कि चाहे इस आपराधिक मामले में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति पर जुर्माना लगे या फिर अधिकतम 4 साल की सजा मिले.....2024 का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से अमेरिक का कानून उन्हें नहीं रोकता....इसीलिए डॉनल्ड ट्रंप इस कानूनी मुसीबत का फायदा उठाने की कोशिश में लगे हैं.... लेकिन सवाल है कि ये कितनी कारगर होगी? डॉनल्ड ट्रंप 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी पाने की होड़ में उतर चुके हैं...ट्रंप खुद को एक पीड़ित की तरह पेश कर रहे हैं. जिसे जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है
डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका के दुनिया में कम होते दबदबे को मुद्दा बना रहे हैं अपने उस समर्थक वर्ग को दोबारा इकट्ठा कर रहे हैं जो उनके लिए कुछ भी कर सकता है. ट्रंप के ऐसे ही प्रशंसकों ने पिछली बार के राष्ट्रपति चुनाव में उनकी हार के बाद कैपिटल हिल पर दंगा किया था. इस तरह की तस्वीरें अमेरिका से कभी नहीं आई थीं, जिसमें एक नेता की हार की खीज उसके समर्थकों ने इस तरह से निकाली हो लेकिन ट्रंप ने सिर्फ ऐसा होने दिया बल्कि उन पर अपने समर्थकों को उकसाने का आरोप भी लगा जो आज भी उनके साथ चट्टान की तरह खड़े हैं… ट्रंप के न्यूयॉर्क रवाना होने से पहले उनकी एक झलक देखने के लिए समर्थक एयरपोर्ट की सड़क पर इकट्ठा हो गए। डॉनल्ड ट्रंप की यही लोकप्रियता उन्हें 2024 का सबसे प्रबल राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाती है. जिसमें इस कानूनी कार्रवाई का ट्रंप को फायदा होता दिख रहा है।
सोमवार को टीवी चैनल सीएनएन की तरफ से कराए गए एक जनमत सर्वे से सामने आया कि रिपब्लिकन पार्टी समर्थक 79 फीसदी मतदाता ट्रंप पर चलाए जा रहे मुकदमे से खफा हैं। इस मुकदमे का ही असर है कि रिपब्लिकन पार्टी के वो नेता भी ट्रंप के साथ खड़े हो रहे हैं, जो रिपब्लिकन पार्टी में उन्हें चुनौती देने की तैयारी कर रहे थे इसमें सबसे प्रमुख नाम फ्लोरिडा राज्य के गवर्नर रॉन डिसैंटिस है। डिसैंटिस ने न्यूयॉर्क जूरी के फैसले की कड़ी निंदा की है। जानकारों के मुताबिक रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों के बीच ट्रंप की जैसी ऊंची लोकप्रियता है, उसे देखते हुए पार्टी के तमाम नेता इस मुद्दे पर ट्रंप का समर्थन करने पर मजबूर हो रहे हैं ।
डॉनल्ड ट्रंप ने जब साल 2016 में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ा तब भी उन पर महिलाओं के उत्पीड़न का आरोप लगा. लेकिन फिर भी अमेरिकी जनता ने उन्हें अपना राष्ट्रपति बनाया. जब वो राष्ट्रपति बने तब वो कई बार महिला रिपोर्टरों को भी भलाबुरा कहते सुने गए।
ट्रंप का ये रूप भी उनके समर्थकों को मंजूर है. अमेरिका का एक बड़ा तबका आज भी ट्रंप को बाइडेन से बेहतर मानता है उसे विश्वास है ट्रंप के साथ पिछले चुनाव में नाइंसाफी हुई. जिसे वो इस बार ठीक करके सारे हिसाब चुक्ता कर देगा।
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