पुलिस को पता होते हुए भी कैसे हो गया इतना बड़ा शूटआउट? पढ़िए ये खास रिपोर्ट

Timeline of shootout in rohini court

CrimeTak

24 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)

follow google news

कैसे कोर्ट में हथियारों के साथ दाखिल हुए हमलावर?

दोपहर 12:30 बजे के करीब दोनों शूटर रोहिणी कोर्ट पहुंचे थे। टिल्लू गैंग से ताल्लुक रखने वाले राहुल और मोरिष वकील के कपड़े पहनकर गेट नंबर 4 से रोहिणी कोर्ट के कंपाउंड में दाखिल हुए थे। रोहिणी कोर्ट में वकील और कोर्ट का स्टॉफ गेट नंबर 4 से दाखिल होते हैं।

इस गेट पर वकीलों की चैकिंग नहीं की जाती है क्योंकि वकीलों का कई बार कोर्ट के अंदर और बाहर आना जाना होता है। इस बात का फायदा उठाकर दोनों शूटर वकील की ड्रेस पहनकर गेट नम्बर 4 से कोर्ट में दाखिल हुए । वो शूटआउट से पहले कई बार अंदर जाने की रेकी कर चुके थे।

जब जान बचाकर भागे जज

शूटरों को पता था कि कैदियों को जेल से पेशी पर लाने की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की थर्ड बटेलियन की होती है। शूटरों को ये भी मालूम था कि थर्ड बटेलियन की पुलिस टीम के साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम भी गोगी के साथ पेशी पर होगी।

पहले भी बड़े गैंगस्टर पर हमले हुए हैं इसलिए बड़े गैंगस्टर के साथ सेल की टीम होती है। शूटरों को पता था कि गोगी को दोपहर 1 बजे के आसपास कोर्ट लाएंगे। दोनों शूटर्स ने लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल किया और कोर्ट नंबर 207 में पहले ही पहुँच कर बैठ गए थे।

डेढ़ बजे से कुछ देर पहले ही पुलिस की टीम गोगी को लेकर पहुंची थी। गोगी के साथ हथियारबंद पुलिसवाले मौजूद थे। इस कोर्ट के जज गगनदीप सिंह भी कोर्ट में बैठे हुए थे।

अचानक दोनों शूटरों ने ऑटोमेटिक पिस्टल निकालकर गोगी पर फायरिंग शुरु कर दी किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला और जब तक कुछ समझ आता गोगी को कई गोलियां लग चुकी थीं और वो फर्श पर बेजान पड़ा हुआ था।

पुलिस को मालूम था कि हमला होने वाला है

जैसे ही गोगी पर शूटरों ने गोली की बरसात की पुलिस वाले भी एक्शन में आ गए। थर्ड बटेलियन और स्पेशल सेल के जवानों ने भी पोजीशन ली और शूटरों पर गोली बरसा दीं। बताया जा रहा है दोनों शूटरों को पुलिस के पास मौजूद एके 47 की गोलियां लगी जिसके बाद वो मौके पर ही ढेर हो गए। गोगी को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।

सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल को टिप ऑफ मिला था कि पेशी के दौरान टिल्लू गैंग के शूटर जितेन्द्र गोगी पर हमला कर सकते हैं । यही वजह थी कि नॉर्दन रेंज की स्पेशल सेल की टीम के अलावा दूसरी रेंज की स्पेशल सेल की टीम भी कोर्ट में थी । हालांकि पुलिस के मुताबिक उनके पास कोई SPECIFIC INPUT नहीं था कि ये हमलावर वकील की ड्रेस पहनकर अंदर आ जाएंगे।

मेरठ और दिल्ली के रहने वाले थे मारे गए शूटर

शूटआउट में मारे गए एक हमलावर की पहचान बागपत के रहने वाले राहुल के तौर पर हुई है। राहुल पर 50 हज़ार रुपये का इनाम था। जबकि दूसरे शूटर की पहचान मोरेश्वर के तौर पर हुई है और वो बाहरी दिल्ली के ही बक्करवाला गांव का रहने वाला है।

इस केस में ज्वाइंट सीपी नॉर्दन रेंज एसएस यादव मामले की तफ्तीश कर के जल्द रिपोर्ट सौपेंगे। एसएस यादव के साथ स्पेशल सेल की टीम भी इंवेस्टिग्वेशन में लगी है।

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp