Madhya Pradesh Crime News: सरकार ने शत प्रतिशत वैक्सीनेशन(Vaccination) करने का लक्ष्य दिया है. अधिकारी-कर्मचारी इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. हद तो तब हो गई, जब इस लक्ष्य पूरा करने के लिए उन्होंने मृत व्यक्तियों जिन्हें एक डोज लग चुका था तथा दूसरा डोज(Second Dose) नहीं लगा था, उन्हें दूसरे डोज का प्रमाण पत्र जारी कर दिया. कलेक्टर डॉ. पंकज जैन का का कहना है कि मामले की जानकारी मिली है. गलती कहां हुई है, इसकी जांच करवाई जा रही है.
इस शहर में मुर्दों को भी लगा दी कोरोना वैक्सीन, ऐसे हुआ चौंकाने वाला खुलासा
The deceased persons who had received one dose and had not received the second dose, were issued a certificate for the second dose.
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25 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:08 PM)
वैक्सीनेशन अभियान में धार जिला ने अच्छा मुकाम हासिल करे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कसर नही छोड़ी जा रही है. स्थिति यह है कि अब फर्जी आंकड़े भी सामने आने लगे हैं. हाल ही में स्वास्थ्य विभाग का एक कारनामा सामने आया है. जहां मृत आदमी को कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगा दिया. जबकि सच्चाई ये है कि पहला टीका लगने के बाद ही व्यक्ति की मई के महीने में मौत हो चुकी है. जब मृतका के परिजन के पास कोरोना वैक्सीन लगने का मैसेज पहुंचा तो वो हैरान रह गए.
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मामला कुछ इस प्रकार है कि मध्यप्रदेश के धार जिला के रहने वाले मृतक मुकेश मुकाती की पहले डोज के एक महीने बाद उनकी मौत हो गई थी. मौत के 6 महीने बाद उनके मोबाइल नंबर पर दूसरे डोज का मैसेज आता है. मैसेज पढ़कर मृतक मुकेश मुकाती का बेटी हैरान रह गई और फिर उन्होंने वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट डाउनलोड कर लिया. मृतक की बेटी का कहना है कि इस तरह फर्जी तरीके से वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है जिसकी जांच होना चाहिए, संभवत: और भी लोगो के साथ ऐसा हुआ होगा.
हाल ही में भारत ने वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार कर दिया है. टीकाकरण अभियान में एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली. भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने अपने नागरिकों को कोरोना रोधी टीके की 100 करोड़ से ज्यादा डोज़ लगाई है. भारत में टीकाकरण अभियान शुरू होने के सिर्फ 9 महीने के अंदर ही इस उपलब्धि को हासिल कर लिया गया.
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