Thailand Firing: पूर्व पुलिस अफसर ने Child Day Care सेंटर में की अंधाधुंध फायरिंग, 22 बच्चों समेत 34 की मौत

Thailand Mass Killing: थाईलैंड के पूर्वोत्तर राज्य के एक डेकेयर सेंटर पर रिटायर्ड पुलिस अफसर ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिससे 34 लोगों के मारे जाने की खबर है। फायरिंग में 22 बच्चों की भी मौत हो गई।

CrimeTak

06 Oct 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:28 PM)

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Thailand Mass Firing:दक्षिण एशिया के देश थाईलैंड से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। थाईलैंड के पूर्वोत्तर प्रांत में नरसंहार हो गया। यहां अचानक हुई फायरिंग में अब तक 34 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है। जिनमें से 22 बच्चे हैं।

समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक पुलिस के उप प्रवक्ता आर्कोन क्रेटोंग के मुताबिक नोंग बुआ लम्फू में बच्चों के एक डे केयर सेंटर में एक हथियारबंद शख्स ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जिसकी चपेट में बच्चे भी आ गए। बताया जा रहा है कि मरने वालों में बच्चों की संख्या ज्यादा है जबकि एक पुलिस अफसर के मुताबिक गोली लगने की वजह से दो टीचरों की भी मौत हो चुकी है।

पुलिस के मुताबिक डे केयर सेंटर में फायरिंग करने वाले शख्स ने खुद को भी बाद में गोली से उड़ा लिया। मिला जानकारी के मुताबिक फायरिंग करने वाला शख्स पुलिस महकमें से रिटायर था और उसके पास हथियार रखने का लाइसेंस भी था।

Thailand Mass Shooting: इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पुलिस अफसर मेजर जनरल आर्कोन क्रेटोंग ने बताया है कि ये वारदात गुरुवार की दोपहर को हुई। हालांकि फायरिंग की इत्तेला मिलते ही थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने तमाम सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया था और फायरिंग करने वाले शख्स की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की हिदायत दी थी। लेकिन संयोग से उस शख्स को ज़िंदा पकड़ने में थाई पुलिस नाकाम रही।

वैसे थाईलैंड में दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में हथियार रखने की फितरत बाकी दूसरे देशों के मुकाबले सबसे ज़्यादा है। हालांकि थाई लैंड में कितने अवैध हथियार लोगों के पास मौजूद हैं इसका कोई भी सरकारी आंकड़ा मौजूद नहीं है। मगर सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि थाईलैंड के सीमाओं के खुले होने के वजह से भी कई लोग चोरी छुपे सीमा पार से हथियार लेकर आ जाते हैं जिन पर निगाह रखना मुश्किल होता है।

Thailand Shooting: हालांकि आमतौर पर थाईलैंड में ऐसा कभी नहीं होता है कि इस तरह का नरसंहार की घटना पेश आई हो। मगर 2020 में ऐसा वाकया हुआ था जब किसी जायदाद की डील के झगड़े में गुस्साए एक शख्स ने अपने हथियार से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी जिसमें 29 लोगों के मारे जाने की खबर थी। जबकि अलग अलग जगह पर हुई उस फायरिंग में 57 लोग गोलियों से जख्मी हो गए थे।

लेकिन नोंग बुआ लम्फू में हुई ये फायरिंग किस वजह से हुई और फायरिंग करने वाले शख्स का आखिर मकसद क्या था ये बात अभी तक साफ नहीं हो सकी है। अलबत्ता कयास लगाए जा रहे हैं कि वो किसी बात से खफा था लिहाजा उसने डे केयर सेंटर में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी जिसकी चपेट में आकर कई बच्चों की मौत हो गई।

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