ग्वालियर के बड़गांव के रहने वाले राज मिर्धा के 10 साल के बेटे नितिन की खाना खाने के बाद अचानक तबीयत खराब हो गई। नितिन खाना खाने के बाद बार-बार उल्टी कर रहा था। घबराए घरवाले उसे लेकर बिड़ला अस्पताल गए। डॉक्टरों ने इलाज किया लेकिन नितिन की तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा था।
बच्चे के नाम पर थी 18 लाख रुपये की FD, FD तोड़ने के लिए सौतेली मां ने दे दिया ज़हर!
ग्वालियर के बड़गांव में एक महिला ने अपने सौतेले बेटे के नाम 18 लाख की FD के लिए ज़हर देकर ली जान, पुलिस की सख़्ती पर क़बूला जुर्म, Read latest crime news in Hindi, crime stories and more on Crime Tak.
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28 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)
उसकी तबीयत सुधरने के बजाय बिगड़ती ही जा रही थी। तमाम प्रयास करने के बावजूद 24 सितंबर को नितिन की मौत हो गई। डॉक्टरों ने नितिन के पिता को बताया कि उन्हें आशंका है कि नितिन के जिस्म में किसी तरह से जहर पहुंचा है जिसकी वजह से उसकी तबीयत अचानक बिगड़ी है।
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परिवार को लगता है कि नितिन को कौन जहर दे सकता है। नितिन की मां की मौत साल 2017 में हो गई थी। उसकी मां की मौत एक सड़क हादसे में हुई थी । इसके बाद नितिन के पिता राजू ने दिसंबर 2019 में दूसरी शादी कर ली थी। दूसरी पत्नी जूली पर परिवार को शक हुआ तो उन्होंने तय किया कि वो जूली से पूछताछ करेंगे।
जब जूली से पूछताछ की गई तो उसने बोला कि उसने किसी को जहर नहीं दिया। जूली ने कहा कि हो सकता है कि गलती से नितिन ने कोई जहरीली चीज खा ली होगी। उसने ये अंदेशा भी जताया कि नितिन को किसी जहरीले जानवर तो नहीं काट लिया जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
मामला पुलिस के पास पहुंच चुका था क्योंकि नितिन की संदिग्ध हालातों में हुई थी। परिवार ने जब सौतेली मां पर शक जताया तो पुलिस ने भी उससे पूछताछ करना तय किया। पहले तो जूली पुलिस को भटकाती रही लेकिन जब पुलिस ने सख्ती की तो जूली ने कबूल किया कि उसने ही नितिन के खाने में जहर मिला दिया था जिसे खाने से उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने जूली के पास से एक जहर की पुड़िया भी बरामद की । जूली ने पुलिस को बताया कि उसकी नजर 18 लाख रुपये की FD पर थी जो नितिन के नाम पर थी। दरअसल नितिन की मां की सड़क हादसे में मौत हुई थी। मुआवजे के तौर पर परिवार को 16 लाख रुपये मिले थे।
इन रुपयों में दो लाख रुपये और मिलाकर 18 लाख की FD नितिन के नाम से करा दी गई ताकि भविष्य में अगर उसे पढ़ाई-लिखाई में जरुरत पड़े तो वो पैसा उसके काम आ सके। जूली अपने पति राजू से इस FD को तोड़कर कुछ पैसे देने की मांग कर रही थी लेकिन राजू इसके लिए तैयार नहीं था। वो बच्चे के भविष्य के लिए जमा किए गए पैसे को बैंक में ही रखना चाहता था।
यही बात जूली के दिमाग में घर कर गई और उसे लगने लगा कि नितिन की मौत के बाद तो ये FD अपने आप ही टूट जाएगी और तब वो ये पैसे अपने नाम से बैंक में जमा कर लेगी।
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