गोद से बच्ची गिरी तो सोशल मीडिया पर ट्रोल कर लोगों ने ले ली मां की जान

Social Media Crime: सोशल मीडिया इन दिनों आम लोगों की जिंदगी पर कुछ इस कदर हावी है कि जरा सी बात को लेकर लोग जिंदगी और मौत जैसे बड़े फैसला बस सोशल मीडिया से प्रभावित होकर ले लेते हैं। ये दर्दनाक वाकया बस इसी की मिसाल है जहां गोद से फिसल कर गिरी बच्ची तो मरते-मरते बच गई पर उसकी मां को गैरजिम्मेदार बता कर ट्रोल करने वालों ने उसकी जान ले ली।

CrimeTak

23 May 2024 (अपडेटेड: May 23 2024 11:16 AM)

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Chennai: सोशल मीडिया के कई चेहरे हैं। कई रूप और कई रंग हैं। लेकिन उसका एक कड़वा सच जमाने के सामने एक जानलेवा रूप में दिखाई पड़ा। असल में एक महिला को कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा था। तंग आकर उस महिला ने अपनी जान ही दे दी। तहकीकात की गई तो पता चला कि ट्रोलिंह से तंग आकर जान देने वाली महिला एक आईटी प्रोफेशनल थी, उसका नाम था राम्या। राम्या की उम्र 33 साल थी।

गोद से फिसलकर गिर गई थी बच्ची

राम्या के साथ अप्रैल के महीने में एक ऐसा हादसा पेश आया जिसे वो भुला नहीं सकी। वो अपनी बेटी को अपने घर की बालकनी में बैठकर दूध पिला रही थी कि अचानक बच्ची उसके हाथ से फिसली और बालकॉनी से नीचे पहली मंजिल के छज्जे पर अटक गई। लोगों की मेहनत और सूझबूझ से बच्ची की जान तो बच गई लेकिन ये वाकया जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो राम्या की जबरदस्त ट्रोलिंग हुई। उस बच्ची की मां को गैरजिम्मेदार ठहराते हुए बिना जाने समझे राम्या का ट्रोल करने लगे। ये बात राम्या के दिल में कुछ इस कदर घर कर गई कि उसने एक खतरनाक कदम उठा लिया। 

डिप्रेशन में कर ली खुदकुशी

ट्रोलिंग से परेशान राम्या दो हफ्ते पहले ही अपने पांच साल के बेटे और सात महीने की बेटी को लेकर कोयंबटूर अपनी मां के घर आ गई। रविवार को एक रिश्तेदार की शादी के सिलसिले में राम्या के माता-पिता और पति शादी में गए हुए थे। जब वो लौटकर घर आए तो राम्या को मरा पाया। जी हां, ट्रोलिंग से परेशान राम्या ने खुदकुशी कर ली थी। असल में घटना के बाद से ही कुछ लोकल चैनल इस मामले को काफी तूल देने लगे थे। इन चैनलों ने बच्ची को बचाने वालों को हीरो और मां को लापरवाह कहना शुरू कर दिया था। इन बातों का राम्या के दिमाग पर कुछ इस कदर असर हुआ कि वो डिप्रेशन में चली गई। 

राम्या का चल रहा था इलाज

राम्या के पति के मुताबिक राम्या के डिप्रेशन का इलाज भी चल रहा था और गुजरते वक्त के साथ हालात पहले से कुछ बेहतर नजर आने लगे थे। लेकिन राम्या अचानक कोई ऐसा कदम भी उठा सकती है इसके बारे में घरवालों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। इस वाकये ने अब एक नई बहस को भी जन्म दे दिया है।

सोशल मीडिया का कसूर

असल में सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखने वालों और इस आभासी दुनिया की बातों को सच और दिल से लगाने वालों के लिए ये एक बहुत बड़ा सबक माना जा सकता है। वर्चुअल स्पेस पर बिना सोचे समझे किसी के बारे में उल्टा सीधा कहना और लिखना असल में उसके मन पर गहरा असर डाल सकता है जिससे हालात सुधरने के बजाए बिगड़ भी सकते हैं। राम्या की खुदकुशी इसी बात का सबसे ताजा सबूत मानी जा सकती है। 
 

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