Shrikant Tyagi: नवगठित राष्ट्रवादी जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीकांत त्यागी ने कहा कि वह मुजफ्फरनगर की धरती को दोबारा हिंदू-मुस्लिम दंगों की रणभूमि नहीं बनने देंगे. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ और विपक्षी दल कथित तौर पर आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 2013 दोहराने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि खुब्बापुर का मामला एक शिष्य और उसके गुरु के बीच है, लेकिन राजनीतिक दल अपने हित में फिर से हिंदू-मुस्लिम ताने-बाने को बिगाड़ना चाहते हैं. त्यागी भूमिहार समाज ऐसा कभी नहीं होने देगा.
सांप्रदायिक रंग ले रहा था थप्पड़ कांड, बच्चे के घर पहुंचे श्रीकांत त्यागी, कहा- मुजफ्फरनगर को नहीं बनने देंगे हिंदू-मुस्लिम दंगे का रणक्षेत्र
Shrikant Tyagi: नवगठित राष्ट्रवादी जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीकांत त्यागी ने कहा कि वह मुजफ्फरनगर की धरती को दोबारा हिंदू-मुस्लिम दंगों की रणभूमि नहीं बनने देंगे
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बच्चे के घर पहुंचे श्रीकांत त्यागी
27 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 27 2023 2:20 PM)
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मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर गांव में एक मुस्लिम बच्चे को उसके सहपाठियों द्वारा थप्पड़ मारने का वीडियो शनिवार देर शाम सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. नेहा पब्लिक स्कूल की शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने सात साल के बच्चे को पांच का पहाड़ा न पढ़ाने पर दी गई सजा पर सवाल उठाए थे. पीड़िता के चाचा के लड़के ने सजा का वीडियो बना लिया था. वायरल वीडियो में देखा गया कि टीचर तृप्ता त्यागी ने अपनी क्लास में पढ़ने वाले बच्चों से बच्चे की पिटाई करवाई. वीडियो में वह यह भी कहती नजर आईं कि बच्चों के मां-बाप पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते हैं. धार्मिक टिप्पणी के बाद हंगामा मच गया. जिस पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
शनिवार देर रात श्रीकांत त्यागी गांव खुब्बापुर पहुंचे अपने समर्थकों के साथ पहुंचे श्रीकांत त्यागी सबसे पहले पीड़ित के घर गए और उन्हें उठाया। परिजनों से घटना की जानकारी ली और समझाया कि इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. गांव व क्षेत्र का भाईचारा खराब न होने दें.
श्रीकांत त्यागी ने कहा कि वह और उनके लोग असली चौकीदार की भूमिका निभाएंगे. इस मामले को हिंदू-मुस्लिम मुद्दा नहीं बनने देंगे. त्यागी भूमिहार समाज हर मामले में शांति बनाये रखेगा. इरशाद के घर पहुंचे श्रीकांत त्यागी ने कहा कि बच्चे भगवान का रूप होते हैं, लेकिन उनके भविष्य को संवारने का काम गुरु करते हैं. गुरु-शिष्य परंपरा को आगे बढ़ाते हुए यदि कुछ कमी रह गई हो तो उसे सुधारना चाहिए.
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