मुंबई पुलिस ने अपने ही डिपार्टमेंट में एक महिला कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार किया है. उन पर यह आरोप है कि उन्होंने मुंबई पुलिस में हेड कांस्टेबल शिवाजी सानप का मर्डर करवाया है.हैरान करने वाला ये मामला सामने आया है मुंबई से.
बदला लेने के लिए ऐसे रची कत्ल की ऐसी साजिश
महिला कॉन्स्टेबल ने बदला लेने की मनसा से हेड कॉन्स्टेबल की मौत की रची साजिश, झगड़े के बाद 2019 में महिला ने दो अलग-अलग पुलिस स्टेशन में शिवाजी के खिलाफ रिपोर्ट लिखा थी,Read more crime news on CrimeTak
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14 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)
दरअसल रोज की तरह मुंबई पुलिस में हेड कांस्टेबल शिवाजी सानप अपनी ड्यूटी खत्म कर वापस पुणे अपने घर जा रहा था, शिवाजी मुंबई पुलिस के नेहरू नगर थाने में पोस्टेड था. ड्यूटी के लिए वो रोजाना पुणे से मुंबई आया करता था और ड्यूटी खत्म होने के बाद वापस लौट जाता था.
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पुणे से वह बस से पनवेल देखा था फिर पनवेल से दूसरी बस पकड़कर कुर्ला पहुंचता कुर्ला से लोकल ट्रेन के जरिए वह नेहरू नगर थाने पहुंचकर रूटीन के मुताबिक 15 अगस्त की रात भी कुर्ला स्टेशन से उतरने के बाद पनवेल के लिए बस पकड़ने वो सड़क से
गुजर रहा था
तभी एक तेज रफ्तार नैनो कार शिवाजी को सड़क के किनारे चोर का टक्कर मारकर आगे निकल जाती है शिवाजी गंभीर रूप से घायल हो जाता है उसके बाद पुलिस को बुलाया जाता है घायल शिवाजी को पुलिस अस्पताल लेकर जाती है जहां शिवाजी की मौत हो जाती हैं
मामला बिल्कुल सीधा-साधा सड़क हादसे का दिख रहा था शक की कोई गुंजाइश लग नहीं रही थी लिहाजा पुलिस ने रोड एक्सीडेंट का केस दर्ज कर लिया हादसे की खबर पुणे में शिवाजी के घर वालों को भी दी जाती है परिवार मुंबई पहुंचता है लेकिन इसके बाद शिवाजी की पत्नी और उसका साला यह शक जताते हैं कि यह मामला सड़क हादसे का नहीं बल्कि मर्डर का है
शिवाजी की पत्नी के कहने पर मुंबई पुलिस ने केस दर्ज कर उन्हें जांच का भरोसा देती है लेकिन खुद पुलिस अभी भी इस केस को रोड एक्सीडेंट का ही मान रही थी लेकिन तभी कहानी में पहला ट्रस्ट आता है जिस जगह शिवाजी का एक्सीडेंट हुआ था उस जगह से कुछ ही दूर एक नैनो कार जली हालत में मिलती है अब तक पुलिस को भी पता नहीं था कि शिवाजी का एक्सीडेंट किस कार से हुआ है पत्नी की शिकायत पुलिस के पास पहले से ही थी.अब पुलिस मौत की जांच करने में जुट जाती है.
जिस जगह यह हादसा हुआ था पुलिस उसके आसपास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकालना शुरू किया. पुलिस को शिवाजी की रुटीन पता था. कि वो पुणे से नेहरू नगर पुलिस स्टेशन कैसे आता जाता था.
पुलिस स्टेशन से लेकर कुर्ला स्टेशन तक जितने भी सीसीटीवी लगे थे सबको चेक किया गया. करीब ढाई सौ सीसी टीवी फुटेज को खंगालने के बाद 15 अगस्त की रात शिवाजी कुर्ला रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते हुए कैमरे में कैद हो गए.
इसके बाद पनवेल के बस पकड़ने पर पैदल चलते एक और सीसीटीवी कैमरे में उनकी तस्वीर कैद हो गई. कडियों को जोड़ते हुए सड़क को कवर करने वाले सीसीटीवी कैमरे को भी खंगालना शुरू किया तो 1 कैमरे में वो वारदात भी कैद मिला जिसमें शिवाजी को तेज रफ्तार नैनो कार कुचलती हुई आगे निकल गई थी.
कैमरे की नजर से पता चला कि कार में 2 लोग सवार थे. उनकी तस्वीरें निकाली गईं. जांच शुरू की गई. तफ्तीश के दौरान पुलिस को एक और कहानी बता चली कहानी के मुताबिक 2019 में शीतल पंचारी नाम की एक कॉन्स्टेबल ने शिवाजी के खिलाफ दो अलग-अलग पुलिस स्टेशन में दो रिपोर्ट लिखाई थी.
ये दोनों रिपोर्ट छेड़खानी और यौन शोषण की थी. नई कहानी सामने आने के बाद पुलिस ने 2019 में झांकने का फैसला किया तब एक नई कहानी सुनने को मिली दरअसल 2019 तक स्वराज और शीतल सारे मुंबई के नेहरू नगर पुलिस स्टेशन में एक साथ काम करते थे.
शिवाजी और शीतल दोनों के बीच काफी गहरे रिश्ते थे. लेकिन फिर अचानक रिश्तों में काफी कड़वाहट आ गई दोनों के बीच झगड़े होने लगे और इसी झगड़े के बाद 2019 में शीतल ने दो अलग-अलग पुलिस स्टेशन में शिवाजी के खिलाफ रिपोर्ट लिखा दी
यह बात शिवाजी के पत्नी और साले को भी पता थी यही वजह है कि दोनों ने ये शक जताया कि शिवाजी की मौत सड़क हादसे में नहीं बल्कि कत्ल है और इसका शीतल की ओर इशारा किया था.
अब पहली बार शीतल पुलिस के रडार पर थी लेकिन सिर्फ रडार पर थी कोई सुबूत पुलिस के पास अभी तक नहीं था. अब पुलिस ने बड़ी खामोशी से शीतल के बारे में जानकारी इकट्ठा करने शुरू कर दी.
पुलिस ने शीतल के मोबाइल सोशल मीडिया में भी झांकना शुरू किया कोशिश रंग लाई शीतल के इंस्टाग्राम पर उसे एक चेहरा और एक पोस्ट नजर आया उसका नाम धनराज यादव था एक बस ड्राइवर इंस्टाग्राम पर शीतल ने उसे दोस्ती की और दोस्ती के 5 दिनों के बाद ही उससे शादी कर ली.
यह बात 2019 के आखिर की है धनराज तमिलनाडु का रहने वाला था. शादी के सिर्फ एक हफ्ते बाद शीतल में धनराज को शिवाजी की कहानी सुनाई और कहा कि वह उससे बदला लेना चाहती है. तुम ड्राइवर हो तुमसे सड़क हादसे हो जाए तो तुम पर कोई शक भी नहीं.
करेगा मगर धनराज इसके लिए तैयार नहीं हो रहा था वह काफी डर गया और इसी डर की वजह से वो वापस तमिलनाडु भाग गया. क्योंकि उसे डर था कि मुंबई में रहा तो शीतल उसे किसी भी केस में फंसा कर जेल भेज सकती है
शीतल का पहला दांव हो खाली चला गया. जिस मकसद से उसने धनराज के साथ शादी की थी वो अधूरा रह गया. पर वह किसी भी कीमत पर शिवाजी से बदला लेना चाहती थी. इसके लिए उसने दूसरा मोहरा चुना अपनी सोसाइटी के सिक्योरिटी गार्ड के बेटे को.
जो कि18 साल का था. विशाल जाधव नाम के इस लड़के को शीतल ने अपने जाल में फंसाया फिर एक रोज मौका देखकर उसने उसे शिवाजी के बारे में सब कुछ बता दिया विशाल शिवाजी को मारने के लिए तैयार हो गया
इसके लिए उसने अपने एक दोस्त गणेश चौहान को सात लिया. गणेश तेलंगाना से रोजी-रोटी की तलाश में मुंबई आया था. शीतल ने शिवाजी को ठिकाने लगाने के लिए 70 हजार भी दिए. विशाल और गणेश ने सबसे पहले शिवाजी का पीछा करना शुरू किया के उसके आने जाने के समय को नोट किया. इसके बाद उन्होंने तय किया कि वो कुर्ला से पनवेल के बीच की शिवाजी को मार डालेंगे. और 15 अगस्त की रात को इस खौफनाक वारदात को अंजाम देते हुए दोनों ने नैनो कार से शिवाजी को टक्कर मार दी.
उसके बाद कार को कुछ किलोमीटर की दूरी पर ले जाकर पूरी तरीके से जला दिया ताकि कोई सबूत पीछे ना छूटे. पुलिस को लगा कि शीतल ने शिवाजी का कत्ल करने के लिए अपने पति धनराज यादव का इस्तेमाल किया है. इसलिए पुलिस तमिलनाडु से उसे पकड़कर मुंबई लाई लेकिन कैमरे में कैद दोनों तस्वीरों से उसका चेहरा मिल नहीं रहा था.
अब वही चेहरा पुलिस ने धनराज को दिखाया. धनराज इसमें से विशाल को पहचान लिया क्योंकि वो काफी टाइम तक उसी सोसाइटी के अंदर अपनी पत्नी के साथ रहा था जहां पर विशाल के पिता सिक्योरिटी गार्ड का काम करते थे.
धनराज की गवाही के बाद पुलिस ने फौरेन शीतल को गिरफ्तार कर लिया साथ ही वारदात को अंजाम देने वाले दोनों साथियों को भी पुलिस ने पकड़ लिया बता दें कि अब शीतल विशाल और गणेश तीनों पुलिस की हिरासत में है पूरी कहानी जाने के बाद पुलिस भी काफी हैरान है एक पुलिस वाले ने एक पुलिस वाले से बदला लेने के लिए कैसी कैसी साजिश रची और तो और उसके लिए शादी तक कर डाली
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