Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ एक बार फिर पांच महीनों के बाद एक्टिव हुई है। और पांच महीने की कुंभकर्णी नींद से जागने के बाद उसने अतीक अहमद की गैंग के एक ऐसे गुर्गों को दबोच लिया है जिसके सीने में छुपे राज अतीक और अशरफ की बंद होती जा रही फाइल को फिर से खुलने जा रही है।
शाइस्ता से अपनी बहन का बदला चुकाने के लिए STF की गिरफ्त में आया अशरफ का साला सद्दाम
Saddam Atiq Ahmed Shaista Parveen: अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता से पुराना हिसाब बराबर करने के लिए ही अशरफ का साला सद्दाम यूपी पुलिस की STF की गिरफ्त में आया है।
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अशरफ अहमद का साला सद्दाम इसलिए आया पकड़ में
29 Sep 2023 (अपडेटेड: Sep 29 2023 4:35 PM)
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गर्लफ्रेंड के घर में छुपा
असल में यूपी पुलिस की एसटीएफ ने अतीक और अशरफ के कुनबे से उस गुर्गे को दबोचा है जो खुद बदला लेने की फिराक में था। असल में बताया जा रहा है कि यूपी एसटीएफ ने दिल्ली के मालवीय नगर से सद्दाम को गिरफ्तार किया, जो अपनी गर्लफ्रेंड के घर में छुपा हुआ था और दिल्ली पुलिस की मदद से यूपीएसटीएफ ने उसे दबोच लिया।
शाइस्ता परवीन को पकड़वाने की मंशा
लेकिन पुलिस के सूत्रों से पता चला है कि असल में पुलिस की पकड़ में आने के पीछे खुद सद्दाम की ही एक चाल थी क्योंकि वो अब पुलिस के सामने कुछ ऐसे राज उजागर करके अतीक अहमद की बीवी और फरार शाइस्ता परवीन को पकड़वाना चाहता है। पुलिस के सूत्रों से जो बात निकलकर सामने आई है वो बेहद दिलचस्प और घरेलू कलह की एक अलग तरह की कहानी खोलकर रख देती है।
बहन की बेइज्जती का बदला लेना
बताया जा रहा है कि सद्दाम को अब शाइस्ता से अपनी बहन की बेइज्जती का बदला लेना है। क्योंकि उसके अंदर बदले की ये भावना बहुत दिनों से ही उबाल मार रही है। असल में अतीक की पत्नी शाइस्ता और अशरफ की बीवी फातिमा जैनब के बीच शादी के फौरन बाद ही कलह शुरू हो गई थी। जिसकी वजह से शादी के कुछ रोज बाद ही अशरफ भी अतीक का घर छोड़कर अपनी बीवी के घर पर ही रहने लगा था। हालांकि बाद में अतीक ने बीच बचाव करके अशरफ को अपने घर बुलवा दिया था। मगर अशरफ और अतीक में एक खिंचाव रहने लगा था।
बरेली जेल में बढ़ाया नेटवर्क
सद्दाम को ये बात भी अखर रही थी कि जब अशरफ बरेली जेल में था तब अतीक के बेटे और शाइस्ता दोनों ही अशरफ की तरफ ज़्यादा ध्यान नहीं देते थे। तभी सद्दाम ने बरेली जेल में अपना नेटवर्क बढ़ाया और अशरफ की पहुँच बरेली जेल के जेलर तक करवा दी। इतना ही नहीं सद्दाम ने अशरफ के जरिए पहले अतीक तक अपनी पहुँच बनाई और फिर धीरे धीरे उसके धंधे में हिस्सा बनने लगा।
वसूली का धंधा करता था
यहां तक कि उसने खुद अकेले दम पर अपना रंगदारी और वसूली का धंधा करने लगा। नतीजा ये हुआ कि उसका रुआब बरेली और तराई वाले इलाके में काफी बढ़ने लगा था। अतीक को जब ये बात पता चली तो उसने सद्दाम को अपने गैंग में बड़ी अहम जिम्मेदारी दे दी थी क्योंकि एक तो सद्दाम पढ़ा लिखा था, ठीक ठाक अंग्रेजी बोल लेता था जिससे गैंग में उसकी तूती बोलने लगी थी।
साजिश रच चुका है
पुलिस के सूत्रों से तो ये भी पता चला है कि सद्दाम ने ही बड़े चुपके से एक बार शाइस्ता पर हमला करवाने की साजिश रची थी। मगर ऐन वक़्त पर उसका प्लान फेल हो गया। हालांकि गैंग में किसी को भी कानों कान खबर नहीं लगी कि शाइस्ता के खिलाफ उसने कोई प्लान रचा है।
अब पुलिस को मिलेगी शाइस्ता
सूत्रों से ये भी पता चला है कि सद्दाम को शाइस्ता परवीन के बारे में काफी कुछ पता है। यहां तक कि शाइस्ता इस वक़्त कहां है और किस हाल में इसकी भी खबर सद्दाम को अच्छी तरह से है, लिहाजा उसने खुद की मुखबिरी करवाकर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। और अब वो पुलिस के सामने शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम के बारे में कई ऐसे राज खोल देगा जिनके बारे में जानने के बाद पुलिस मुमकिन है कि शाइस्ता का पता लगा ले जिसकी तलाश में पुलिस पिछले आठ महीनों से पसीना बहा रही है।
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