सिद्धू मूसेवाला की हत्या के 17 महीनों बाद खुला राज, क़त्ल की वजह का खुलासा है चौंकाने वाला

Sidhu Moosawala Murder Case: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में एक बड़ा खुलासा सामने आया जब कत्ल का असली मकसद सामने आया।

गोल्डी और सिद्धू मूसेवाला के बीच फोन पर झगड़ा हुआ

गोल्डी और सिद्धू मूसेवाला के बीच फोन पर झगड़ा हुआ

12 Oct 2023 (अपडेटेड: Oct 12 2023 3:30 PM)

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Gangs Of Punjab: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई 2022 को हुई थी। करीब दो महीने तक दौड़ भाग करने के बाद पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उन तमाम शूटरों को भी दबोच लिया था जिन्होंने पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव के पास सिद्धू मूसेवाला को गोलियों से छलनी कर दिया था। पुलिस ने दावा भी किया था कि हत्या की साजिश रचने वाले और कत्ल का पूरा प्लान बनाने वालों का सारा लिंक भी पता कर लिया है। लेकिन पुलिस अभी तक इस बात का खुलासा पक्के तौर पर नहीं कर पा रही थी कि आखिर सिद्दू मूसेवाले को इस तरह गोलियों से भून देने की साजिश रचने की असली वजह क्या थी। 

कबड्डी कप बना मर्डर की वजह 

हत्या के करीब 17 महीनों के बाद अब जाकर पुलिस ये दावा करने के करीब पहुँच पायी है कि उसे हत्या की पूरी साजिश और हत्या की वजहों का पता लगा लिया है। हैरानी की बात ये है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के पीछे कुछ और नहीं बल्कि 2021 का  वो कबड्डी कप है जिसको लेकर गैंग्स्टरों ने सिद्धू मूसेवाला के साथ दुश्मनी पाल ली थी। 

सिद्धू मूसेवाला और उसकी गोलियों से छलनी थार गाड़ी

गोल्डी और लॉरेंस ने फोन पर धमकाया था

पुलिस का खुलासा कहता है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की वजहों का खुलासा अब उसे सचिन थापन ने बताया है। और उसी ने खुलासा किया कि सिद्धू मूसेवाला के साथ गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के बीच फोन पर हुई बातचीत ही असली वजह है उसके कत्ल की जो इन तीनों के बीच 2021 में हुई थी। 

सचिन थापन ने 17 महीने बाद खोले मर्डर के राज

सिद्धू मूसेवाला को कबड्डी कप में जाने से मना किया था

बकौल पुलिस सचिन थापन ने पूरा किस्सा सिलसिलेवार ढंग से बताया। पता चला है कि अगस्त 2021 में लॉरेंस बिश्नोई उस वक़्त राजस्थान की अजमेर जेल में बंद था। और उसी समय पंजाब में कबड्डी कप का आयोजन होने वाला था। हैरत की बात ये है कि कबड्डी कप का वो आयोजन पंजाब का गैंग बंबीहा करवा रहा था। इस आयोजन के दौरान पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को भी बुलवाया गया था। तब लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने फोन पर सिद्धू मूसावाला से बात करके उसे कबड्डी कप के आयोजन में न जाने की हिदायत दी थी। गोल्डी ने कहा था कि सिद्धू मूसेवाला वहां न जाए नहीं तो उसके नतीजे बेहद खराब होंगे। जबकि लॉरेंस ने उससे साफ साफ शब्दों में कह दिया था कि अगर वो वहां गया तो दुश्मनी हो जाएगी और फिर उसे कोई नहीं बचा पाएगा। 

लॉरेंस की गालियों का जवाब सिद्धू ने दिया था गालियों से

गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के धमकी देने के बावजूद सिद्धू मूसेवाला उस कबड्डी कप के आयोजन में गया था और वहां उसने परफॉर्म भी किया था। इसके बाद लॉरेंस ने फिर उसे फोन करके पूछा था कि मना करने के बावजूद वो वहां क्यों गया था। पुलिस केमुताबिक सचिन ने बताया कि इसी बातचीत के दौरान लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला को जमकर गालियां भी दी थीं। मगर बात उस वक़्त बिगड़ गई जब सिद्धू मूसेवाला ने भी लॉरेंस से उसी तरह उसी अंदाज में लॉरेंस को जवाब दिया था। 

सिद्धू मूसेवाला को गोलियों से छलनी करने वाले शूटरों की टोली

लॉरेंस ने की प्लानिंग और गोल्डी ने दिया साथ

बस उसी के बाद लॉरेंस ने तय कर लिया था कि अब सिद्धू मूसेवाला को वो नहीं छोड़ेगा। और उसी के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर सिद्धू मूसेवाला का मर्डर करने के लिए प्लान बनाना शुरू कर दिया था। और करीब दस महीने तक गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई ने सिद्धू मूसेवाला को मौत के घाट उतारने की प्लानिंग की। इसके लिए गोल्डी ने शूटरों का इंतजाम किया जबकि साजिश की पूरी रूपरेखा लॉरेंस ने जेल में बैठकर अपने साथियों के साथ तैयार की थी। हत्या की इस वारदात को अंजाम देने के लिए लॉरेंस और गोल्डी ने अपने साथ काम करने वाले दूसरे गैंग्स के लोगों के साथ भी काम का बटवारा किया था। ये प्लानिंग इतनी गोपनीय रखी गई थी कि गैंग के बाहर किसी को भी इसकी कानों कान कोई भनक तक नहीं लग सकी थी। 

कई बार सिद्धू को छोड़ा गया

पुलिस के मुताबिक सचिन थापन ने ही बताया है कि इस दस महीनों के दौरान कई ऐसे मौके भी आए जब सिद्धू मूसेवाला को आसानी से मारा जा सकता था। एक दो बार तो सिद्धू मूसावाला को विदेश की जमीन पर करीब करीब घेर भी लिया गया था, लेकिन गोल्डी और लॉरेंस ने उस वक्त मर्डर करना मुनासिब नहीं समझा, बल्कि उन लोगों ने साफ कर दिया था कि सिद्धू मूसेवाला को कहीं और नहीं उसी पंजाब की जमीन पर गोलियों से छलनी किया जाएगा जहां पर वो शेर होने का दम भरता है। ताकि दूसरे गैंग्स को ये सबक दिया जा सके कि गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई किसी को भी कहीं भी अपना निशाना बना सकते हैं। 

पंजाब पुलिस की चुप्पी

सचिन थापन से ये राज बाहर आने के बाद पंजाब पुलिस के आला अफसर फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं। मानसा के एसएसपी डॉक्टर नानक सिंह के मुताबिक अभी जांच चल रही है इसलिए इस मामले में और कुछ कहना मुनासिब नहीं है। 

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