Russia Ukraine War: सफेद बम से काला इतिहास लिखने पर उतारू हुई रूसी सेना

Russia Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine) ने दावा किया है कि रूसी सेना प्रतिबंधित फॉस्फोरस बम (Phosphorus Bomb) का इस्तेमाल उसके नागरिकों (Citizen) के खिलाफ किया है।

CrimeTak

24 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:20 PM)

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Russia Ukraine War: 24 फरवरी से शुरू हुआ रूस और यूक्रेन की जंग (Russian Ukraine War) को चार महीने पूरे हो चुके हैं। और इन चार महीनों के दौरान रूस की ताक़तवर सेना ने यूक्रेन (Ukraine) के कई शहरों को खंडहर में तब्दील कर दिया है। यूक्रेन के कई शहर (Migration) या तो खाली हो गए हैं या फिर वहां नाममात्र को लोग बचे हुए हैं। और जो लोग बचे भी हैं उनके सामने खड़ी ज़िंदगी भयानक मौत से कम नहीं है।

हालांकि जब चार महीने पहले जंग शुरू हुई थी तो रूस के साथ साथ पूरी दुनिया को इस बात को अंदाज़ा था कि रूस की बेहद ताक़तवर सेना के आगे यूक्रेन कहीं टिक नहीं पाएगा और चार दिन में ही उस जंग का नतीजा निकल आएगा। मगर अब बात चार दिन से बहुत आगे चार महीने की हद से भी आगे निकल चुकी है। मगर रूस के हाथ कामयाबी अभी तक नहीं लगी।

इस दौरान रूस ने क्या क्या जतन नहीं किए, यूक्रेन के सैनिकों का हौसला पस्त करने के लिए मगर अभी तक तो रूसी सेना को यूक्रेन के भीतर कदम कदम पर जमकर लोहा लेना पड़ रहा है।

Russia Ukraine War: इसी बीच यूक्रेन ने चार महीने की जंग के बाद रूस पर जो इल्ज़ाम लगाया है वो बेहद डरावना और संगीन है। यूक्रेन का दावा है कि रूसी सेना अब फॉस्फोरस बम का इस्तेमाल कर रही है। हालांकि दुनिया में फॉस्फोरस बम का इस्तेमाल करने पर पाबंदी है। इस बारे में जेनेवा कनवेन्शन में ये ऐलान हो चुका था कि कोई भी देश इस घातक बम का इस्तेमाल नहीं कर सकता।

मगर यूक्रेन का दावा है कि रूस की सेना ने ग्रैड मल्टीपल लॉंच रॉकेस सिस्टम से सूमी इलाक़े के युनाकिवका शहर पर 30 बम दागे हैं जो सारे के सारे फॉस्फोरस बम हैं।

यूक्रेन के राष्ट्रपति बोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भला बुरा कहते हुए कहा है कि अब रूसी खिसियानी बिल्ली जैसा रवैया दिखा रहे हैं। क्योंकि इस जंग में अब उनके हाथ कुछ लगा नहीं है लिहाजा अब वो प्रतिबंधित बमों का इस्तेमाल करने पर उतारू हो गए हैं।

Russia Ukraine War: ज़ेलेंस्की ने कहा है कि इस बम से होने वाले नुकसान का पता लगाया जा रहा है। ये बम आमतौर पर इंसानी शरीर पर गहरा असर डालता है। लिहाजा जिस इलाके में ये बम दागे गए हैं वहां की आबो हवा क़रीब क़रीब जहरीली हो जाती है...लिहाजा वहां के हालात का जायजा लेने की कोशिश की जा रही है। ताकि नुकसान का अनुमान लगाया जा सके।

खबरों के मुताबिक रूसी सेना के निशाने पर इन दिनों सूमी इलाका है। रूसी सेना ने सेरेडीना और बुडा शहर के दरम्यान ताबड़तोड़ मोर्टार फायर किए हैं। पता लगा है कि पिछले कुछ दिनों के भीतर रूसी सेना ने इस इलाक़े में 100 से ज़्यादा हमले किए हैं।

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