Mysterious Death: भारत (India) में 12 दिन के भीतर तीसरे रूसी नागरिक (Russian National) की रहस्यमही हालात (Mysterious Death) में मौत के बाद हड़कंप मच गया है। और ये अजीब इत्तेफाक है कि ये तीनों ही मौत भारत में ओडिशा (Odisha) में हुई हैं। असल में मंगलवार को ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर एक रूसी जहाज के इंजीनियर की अब मौत का मामला सामने आया है।
तीसरे रूसी नागरिक की रहस्यमयी हालात में मौत, ओडिशा पोर्ट पर खड़े जहाज के केबिन में मिला शव
Mysterious Death Mystery: ओडिशा में रूसी नागरिकों की रहस्यमयी हालात में हुई मौत का मामला अब और भी ज़्यादा पेंचीदा हो गया जब तीसरे नागरिक की संदिग्ध हालात में मौत की खबर सामने आई।
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03 Jan 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:33 PM)
जिस इंजीनियर की मौत हुई है वो पारादीप पोर्ट पर डेरा डालने वाले एक जहाज पर तैनात था। जबकि इससे पहले ओडिशा के एक होटल में दो रूसी नागरिकों की मौत के बाद सनसनी फैल गई थी।
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ओडिशा के पोर्ट पर मृत मिले रूसी नागरिक की पहचान सर्गेई मिलियाकोव के तौर पर हुई है। 51 साल के सर्गेई मिलियाकोव पारादीप पोर्ट पर एंकर डालकर खड़े जहाज का मुख्य इंजीनियर था। पारादीप पोर्ट के प्रमुख पी एल हरनाथ के मुताबिक शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पिछले ही महीने दो दिनों के भीतर दो रूसी नागरिकों की संदिग्ध हालत में मौत हुई थी। जिनमें से एक रूसी सांसद पावेल एंटोव भी शामिल थे जो रूस के जाने माने कारोबारी होने के साथ साथ रूस की सियासत में पुतिन के धुर विरोधी भी बताए जा रहे हैं।
Odisha Crime: ओडिशा की सीआईडी अब इस पूरे मामले में जांच कर रही है। हालांकि अभी तक सीआईडी की जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई है। इसी बीच पारादीप पोर्ट के प्रमुख पी एल हरनाथ का कहना है कि जहाज के मास्टर और चीफ कैप्टन ने जानकारी दी थी कि मुख्य इंजीनियर सर्गेई मिलियाकोव की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
ओडिशा पुलिस के मुताबिक सर्गेई मिलियाकोव को सुबह करीब साढ़े चार बजे जहाज के चैंबर में ही मृत पाया गया था। लेकिन इस बात से इनकार किया जा रहा है कि ये रूसी जहाज बांग्लादेश के चटगांव से पारादीप होता हुआ मुंबई जा रहा था।
दरअसल इस बात पर बवाल तेज होने के साथ ही सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि ऐसा कौन सा इत्तेफाक है कि तीन रूसी नागरिकों की संदिग्ध हालात में ओडिशा में मौत हो गई। याद होगा कि 21 दिसंबर को चार रूसी नागरिकों ने होटल में चेकइन किया था। इसमें 61 साल के व्लादिमीर बिदेनोव की एक दिन बाद मौत हो गईथी।
जांच में बात सामने आई है कि बिदेनोव की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। जबकि तीन दिन के बाद 24 दिसंबर को रूसी सांसद पावेल एंटोव की भी दो मंजिला छत से गिरने से मौत होने की खबर सामने आई थी।
Russian National Death: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक एंटोव की मौत गिरने पर अंदरूनी चोट की वजह से हुई। लेकिन जब इस बात पर बवाल बढ़ा तो ओडिशा सीआईडी ने पावेल एंटोव का मोबाइल, लेपटॉप और पासपोर्ट सभी कुछ जब्त कर लिया था।
असल में पावेल एंटोव की मौत के बाद बवाल इसलिए भी खड़ा हो गया था क्योंकि उनका अंतिम संस्कार रूसी रीति को छोड़कर हिन्दुस्तानी रीति रिवाज से कर दिया गया था और उनका दाह संस्कार किया गया था। जांच के दौरान सीआईडी ने दाह संस्कार की जगह से राख और अवशेषों के नमूने उठाए थे।
असल में ये सवाल इसलिए उठने लगे थे क्योंकि एंटोव रूसी सांसद थे और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरोधी भी थे। लिहाजा इस बात को हवा दी जाने लगी थी कि विरोधी सांसद को पुतिन के इशारे पर मौत के घाट उतारा गया।
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