Live in Partner Murder: एक्सीडेंट के बाद Private Ambulance से भाग रहा था 'कातिल', सूचना सेठ की तरह ही पुलिस ने ऐसे घेरा

Dwarka Live in Partner Murder: पुलिस ने द्वारका मर्डर केस में कत्ल के उस आरोपी को धर दबोचा जो चकमा देकर गुजरात भागने की फिराक में था। दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए दो राज्यों में 1400 किलोमीटर तक पीछा किया।

भीड़वाड़ा में हुआ एक्सीडेंट 1400 किलोमीटर तक पीछा करके पकड़ा आरोपी

भीड़वाड़ा में हुआ एक्सीडेंट 1400 किलोमीटर तक पीछा करके पकड़ा आरोपी

10 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 10 2024 2:30 PM)

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Live in Partner Murder: 48 घंटे तक दो राज्यों में 1400 किलोमीटर की धूल फांकने के बाद आखिरकार पुलिस के हत्थे कत्ल का वो आरोपी चढ़ गया जो अपनी लिव इन पार्टनर की हत्या के बाद उसकी लाश को अलमारी में बंद करके फरार हो गया था। सबसे हैरतवाली बात ये है कि पुलिस ने कत्ल के इस आरोपी को भी ठीक वैसे ही पकड़ने में कामयाबी हासिल की जैसे कुछ अरसा पहले गोवा में हुए एक चार साल के बच्चे के मर्डर के सिलसिले में पुलिस ने सूचना सेठ को ड्राइवर की मदद से गिरफ्तार किया था। 

एक्सीडेंट के बाद आया पुलिस के चंगुल में 

पुलिस ने 27 साल के विपुल टेलर को गुजरात से गिरफ्तार किया है। पुलिस को दिल्ली के डाबरी इलाके में अलमारी में बंद मिली एक लाश के सिलसिले में उसकी तलाश थी। खुलासा है कि कत्ल की वारदात को अंजाम देने के बाद विपुल दिल्ली से गुजरात के सूरत जाने की फिराक में था। ताकि वो दिल्ली पुलिस के चंगुल से बच सके। लेकिन राजस्थान के भीलवाड़ा के पास उसकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था। और ये बात पुलिस को जब पता चली तो वो उसके पीछे पड़ गई। और उदयपुर के पास आखिरकार वो पुलिस के चंगुल में फंस ही गया।

गला दबाकर की गई थी हत्या

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 3 अप्रैल को दिल्ली पुलिस को द्वारका में अलमारी में बंद एक महिला की लाश मिली थी। घर की अलमारी के अंदर सीटिंग पोजीशन में उसकी लाश बरामद की गई थी। महिला की पहचान 26 साल की रुखसार उर्फ रिया के तौर पर हुई। रुखसार की गला दबाकर हत्या की गई थी। हालांकि रुखसार के शरीर पर चोट के निशान थे, जिसे देखकर पुलिस का यही अंदाजा था कि हत्या से पहले रुखसार ने काफी संघर्ष किया था। और उसी हाथापायी में उसको चोट लगी थी। बाद में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। लाश मिलने के बाद पुलिस को उसके लिविंग पार्टनर विपुल टेलर की तलाश थी जो वारदात के बाद से ही लापता था। 

CCTV से मिला पुलिस को सुराग

इसी नाते वो पुलिस के शक के घेरे में भी आ गया। तब पुलिस ने विपुल की तलाश के लिए टीमें लगा दीं और उसके फरार होने के सबूत तलाश करने में जुट गई। शुरुआती तफ्तीश में ये साफ हो गया था कि विपुल सुबह के वक्त घर पर ही मौजूद था। रिपोर्ट के मुताबिक, विपुल रुखसार की हत्या के बाद फरार होने की फिराक में था। हत्या करने के बाद वो अपनी कार लेकर दिल्ली से गुजरात की तरफ निकला था। दिल्ली पुलिस के डीसीपी अंकित सिंह के मुताबिक CCTV फुटेज खंगालने के बाद पता चला कि विपुल 3 अप्रैल की रात 9 बजे घर से निकला था। वो अपनी मारुति सियाज कार लेकर निकला था। 

भीलवाड़ा के पास उसकी कार का एक्सीडेंट 

हरियाणा के सोहना से होते हुए उसने मुंबई एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा क्रॉस किया। सोहना के एक पेट्रोलपंप पर रुक कर उसने सूरत में रह रहे अपने परिवार से फोन पर बात की। इसके बाद वो राजस्थान के कोटा में भी कुछ घंटे के लिए रुका यहां से वो चित्तौड़गढ़ की तरफ बढ़ गया था। लेकिन जब वो गुजरात के सूरत की तरफ बढ़ रहा था तभी भीलवाड़ा के पास उसकी कार का एक्सीडेंट हो गया। पुलिस के मुताबिक विपुल तेज रफ्तार में कार चला रहा था लेकिन अचानक गाड़ी से उसका नियंत्रण हटा और वो बिजली के खंबे से जा टकराया। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुँचाया। वहां मरहम पट्टी करवाने के बाद जब उसे होश आया तो उसने एक प्राइवेट एंबुलेंस मंगवाई और अस्पताल से गुजरात के लिए निकल पड़ा। लेकिन पुलिस लगातार उसका पीछा कर रही थी। 

एंबुलेंस के ड्राइवर ने निभाया अहम रोल

पुलिस ने उस एंबुलेंस के ड्राइवर का नंबर हासिल कर लिया और फोन करके ड्राइवर को समझा दिया कि उसकी एंबुलेंस में जो घायल है असल में वो एक कत्ल का आरोपी है और पुलिस से बचने की फिराक में भाग रहा है। पुलिस की बात सुनकर ड्राइवर भी सहम गया। तब पुलिस ने ड्राइवर से कहा कि वो अपनी एंबुलेंस का रास्ता बदले और वापसी का रुख ले ले। हालांकि एंबुलेंस में बैठा विपुल कुछ कुछ बेहोशी के आलम में था लेकिन जैसे ही ड्राइवर ने गाड़ी घुमकर उल्टी दिशा में गाड़ी दौड़ाई तो उसके कुछ खटका हुआ। इससे पहले विपुल कुछ समझ पाता एंबुलेंस उदयपुर के पास पहुँच चुकी थी। अब विपुल कुछ और करने के बारे में सोच भी पाता तब तक पुलिस ने एंबुलेंस को घेर लिया और विपुल टेलर को गिरफ्तार कर लिया। 

दो राज्य 48 घंटे और 1400 किलोमीटर

पुलिस ने 5 अप्रैल को विपुल को गिरफ्तार किया। यानी  हत्या की वारदात के पूरे 48 घंटे के बाद। इस दौरान पुलिस ने दो राज्यों के बीच 1400 से ज़्यादा किलोमीटर का सफर तय किया। 

आखिर झगड़ा क्यों हुआ था? 

हत्या की घटना पर बात करते हुए DCP अंकित सिंह बताया, 'रुखसार ने साल 2017 में सूरत के एक शख्स से शादी की थी. कुछ समय बाद उसका तलाक हो गया था। इस दौरान ही विपुल से उसकी जान-पहचान हुई थी. रुखसार की एक छह साल की बेटी भी है. वो अपनी नानी के साथ रहती है। DCP ने दोनों के बीच झगड़े की वजह बताते हुए कहा, रुखसार एक फ्लैट खरीदना चाहती थी. इसके लिए उसने विपुल से 7 लाख रुपये मांगे थे. लेकिन फिर बाद में उसने और भी रुपयों की मांग की। इसे लेकर दोनों के बीच बहस हो गई थी। साथ ही रुखसार विपुल पर शादी करने का दबाव भी बना रही थी जिसकी वजह से विपुल ने उसकी हत्या कर दी। 

पैसों को लेकर हुआ था रुखसार और विपुल का झगड़ा

आदतन अपराधी है आरोपी

गुजरात के सूरत में विपुल टेलर का परिवार रहता है। DCP अंकित सिंह की देख रेख में इंस्पेक्टर कमलेश कुमार की टीम मामले की जांच कर रही है। जांच के दौरान पता चला कि सुबह तक विपुल घर में ही था. विपुल पर पहले से ही दस आपराधिक मामले दर्ज हैं. विपुल का कनेक्शन जितेंद्र गोगी गैंग से भी बताया जा रहा है। कुछ समय पहले वो परोल पर जेल से बाहर आया था। जिसके बाद वो कभी जेल नहीं गया. DCP का कहना है कि विपुल आदतन अपराधी है। 

आरोपी विपुल का गोगी गैंग से संबंध

पूछताछ के दौरान टीम को यह जानकारी भी मिली कि जेल में रहते हुए आरोपी ने गोगी गैंग के साथियों के साथ मिलकर जेल परिसर के अंदर आकाश नाम के शख्स पर चाकू से जानलेवा हमला किया था और इस मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे पैरोल मिली थी, लेकिन फिर कभी जेल नहीं लौटा। उस मामले में उसे भगोड़ा अपराधी भी घोषित किया गया था। वो हाल ही में जेल से रिहा हुआ था।

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