योगी जी की पुलिस पर सवाल ! गोरखपुर कांड : मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई सामने
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद गोरखपुर कांड में पुलिस आयी सवालो के घेरे में, सर पर ग़हरी चोट से गई थी जान छह पुलिस कर्मी सस्पेंड, Read more crime news in Hindi, up crime news and more on Crime Tak.
ADVERTISEMENT
30 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)
ADVERTISEMENT
गोरखपुर में हुए प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की हत्या को लेकर जांच जारी है। इस बीच मनीष की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, मनीष गुप्ता के शरीर पर 4 गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं। डाक्टरों का मानना है कि उनके सिर के बीच में आई गंभीर चोट जानलेवा साबित हुई। मनीष के दाहिने हाथ की कलाई पर डंडा मारने के निशान भी मिले हैं। दाहिने हाथ की बांह पर भी डंडे से पिटाई के निशान मौजूद है। उनकी बांए आंख की ऊपरी परत पर चोट के निशान भी मिले है। यानी साफ है कि पुलिस ने मनीष के साथ बर्बरता करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उधर, इस सिलसिले में व्यापारी की पत्नी द्वारा दी गई तहरीर में नामजद हुए छह पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए है। FIR में एसएचओ समेत तीन पुलिसकर्मी नामजद व तीन पुलिसकर्मी अज्ञात थे, लेकिन बाद में सभी पुलिस कर्मियों के नामों का पता चल गया। इस लिहाज से सभी के खिलाफ कार्रवाई हो गई है। एसएचओ जगत नारायण सिंह , अक्षय मिश्रा और विजय यादव के साथ सब इंस्पेक्टर राहुल दुबे, हेड कांस्टेबल कमलेश यादव और कॉन्स्टेबल प्रशांत कुमार को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
क्या था पूरा मामला
मृत मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने इस घटना को लेकर गोरखपुर में एसएचओ जगत नारायण सिंह, चौकी प्रभारी अक्षय मिश्रा, दरोगा विजय यादव और अन्य 3 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला ने बताया कि उनके पति मनीष गुप्ता (35) और उनके दो अन्य दोस्त गुरुग्राम से प्रदीप चौहान (32) और हरवीर सिंह चौहान तीनों लोग बिजनेस मीटिंग के लिए गोरखपुर गए थे। तीनों लोग 27 सितंबर को गोरखपुर पहुंचे थे और कृष्णा पैलेस होटल में रुके थे। होटल में शाम को एक बिजनेसमैन और दोस्त चंदन से इनकी मुलाकात हुई। मुलाकात के बाद तीनों खाना खाकर सो रहे थे। रात करीब साढ़े 12 बजे अचानक पुलिसवालों ने उनका होटल का कमरा खुलवाया। तीनों लोग होटल के रूम नंबर-512 में रुके थे और चैंकिग शुरू कर दी। इतने ये लोग बैग चेक करा रहे थे कि पुलिसवाले काफी गंदे तरीके से व्यवहार कर रहे थे। इतने पर मनीष गुप्ता वहां मौजूद पुलिस वालों से बोल बैठे कि इतनी रात में ये चेकिंग किस बात की हो रही है? हम लोग क्या आतंकवादी हैं। सोते हुए इंसान को आप लोग उठाकर डिस्टर्ब कर रहे हैं। आरोप है कि इतने पर ही पुलिस वाले पूरी तरह से बौखला गए और पिटाई शुरू कर दी। आरोप ये भी है कि कुछ पुलिसवाले नशे में भी थे पुलिसवालों ने मनीष गुप्ता की इतनी बेरहमी से पिटाई कि वो लहूलुहान हो गए। कुछ देर बाद उनकी अधमरे जैसी हालत कर दी। इसके बाद पुलिसवाले मनीष गुप्ता को घसीटते हुए बाहर लेकर आए और पीसीआर गाड़ी में डालकर ले गए। उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई।
ADVERTISEMENT