लॉरेंस बिश्नोई की एक और 'प्लानिंग' हुई फेल, इस हत्या के बाद बन जाता जुर्म का बेताज बादशाह!

Lawrence Bishnoi Gang: पंजाब के गैंग्स्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जेल में ही बैठे बैठे एक गैंग्स्टर की हत्या का प्लान बनाया था मगर वो फेल हो गया।

लॉरेंस बिश्नोई और लकी पटियाल

लॉरेंस बिश्नोई और लकी पटियाल

29 Nov 2023 (अपडेटेड: Nov 29 2023 4:10 PM)

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Punjab Ganwar:  तो क्या एक बार फिर पंजाब में गोलियों की गूंज सुनाई पड़ने वाली थी...क्या पंजाब एक बार फिर गैंगवॉर के खूनी खेल में उलझने वाला था, क्या फिर किसी गैंगवॉर की दस्तक सुनाई दे रही? ये सवाल दरअसल इसलिए क्योंकि जेल की ऊंची ऊंची दीवारों से लांघकर जो खबर सामने आई है उसके मुताबिक पंजाब के गैंग्स्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जेल में ही एक गैंग्स्टर की हत्या का प्लान बनाया था और वो फेल हो गया। 

पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद लॉरेंस के करीबी गैंग्स्टर सचिन थापन ने गैंगसरगना का राज फाश कर दिया

लॉरेंस बिश्नोई हत्या करवाना चाहता था

कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर वो कौन हो सकता है, जिसकी हत्या लॉरेंस बिश्नोई करवाना चाहता था। असल में जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई के गैंग की पंजाब के ही एक दूसरे गैंग बंबीहा के साथ जानी दुश्मनी है। बंबीहा गैंग का सरगना देवेंदर बंबीहा तो पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है। इसके बावजूद गैंग की कमान भारत की सरहद से दूर आर्मेनिया में बैठकर गैंग्स्टर लकी पटियाल ने संभाल रखी है। और लकी पटियाल ने लॉरेंस बिश्नोई के साथ जानी दुश्मनी पाल रखी है। 

विदेशी जमीन पर भी खूनी खेल

लॉरेंस बिश्नोई भी जेल में बंद है मगर जेल में रहकर ही उसने अपने कई दुश्मनों का चुन चुनकर सफाया करवाया है। लॉरेंस अपने एक गुर्गों की मदद से जेल के बाहर उन तमाम लोगों को निपटाता रहता है जो उसके जानी दुश्मन गैंग से ताल्लुक रखता है। दोनों गैंग के बीच सिर्फ पंजाब में ही नहीं बल्कि विदेशी जमीन पर भी खूनी खेल चलता रहता है। 

सचिन थापन का चौंकानें वाला खुलासा 

लेकिन ताजा खुलासा सभी को चौंका रहा है। असल में साल 2022 में अजरबैजान से पकड़े गए सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड और लॉरेंस बिश्नोई के सबसे खास सचिन थापन ने दिल्ली पुलिस के सामने एक चौंकानें वाला खुलासा किया है। उसके मुताबिक जेल में बंद लॉरेंस ने ही उसे आर्मेनिया जाने का टास्क दिया और लकी पटियाल को खत्म करने को कहा था। 

सचिन की प्लानिंग के तहत सिद्धू मूसेवाला के मर्डर का प्लान पूरा करने की जिम्मेदारी सचिन थापन को सौंपी गई

प्लान की शुरुआत

प्लान की शुरुआत में सबसे पहले सिद्धू मूसेवाला को निशाना बनाया जाता है, क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई मानना था कि सिद्धू मूसेवाला बंबीहा गैंग को हर लिहाज से सपोर्ट करता है। इस प्लान में सचिन थापन सिद्धू की हत्या के लिए हथियार, शूटर अरेंज करता है और फिर हत्या से ठीक पहले दिल्ली से तिलक राज टोटेजा नाम का फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग जाता है। दुबई पहुँचते ही सचिन को लकी पटियाल की हत्या का टास्क मिलता है। सचिन दुबई से ही अजरबैजान चला जाता है। अजरबैजान में पहले से ही राजस्थान का कुख्यात डॉन रोहित गोदारा मौजूद रहता है. सचिन और रोहित अजरबैजान में बैठकर लकी पटियाल की हत्या की प्लानिंग करते हैं। 

सचिन थापन को दबोचा

सबकुछ प्लानिंग के मुताबिक ही चल रहा था...मगर तभी जांच एजेंसियों ने सचिन थापन को दबोच लिया। उसकी ऐपल आईडी की पहचान कर ली और सिग्नल आईडी को ट्रैक करके इंटरपोल की मदद से पकड़ लिया। अजरबैजान के जिस इलाके से सचिन को पकड़ा गया था, वो आर्मेनिया से महज 200 किलोमीटर दूर था. 2023 में स्पेशल सेल की टीम सचिन को भारत लेकर आ गई.

बेताज बादशाह बनने की चाहत

खुलासा ये है कि लॉरेंस जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह बनना चाहता है, क्योंकि अगर लकी पटियाल की हत्या हो जाती तो वो सबसे बड़ा गैंग्स्टर बन जाता, क्योंकि अभी तक लॉरेंस के गैंग को बंबीहा गैंग से ही चुनौती मिलती है और उसी गैंग से उसे सबसे ज़्यादा खतरा भी है। 

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