Pune Porsche Accident: नाबालिग की पैरवी के लिए रात साढ़े तीन बजे MLA पहुँच गए थे थाने

Pune Porsche Accident: पुणे के पोर्श एक्सिडेंट केस में अब एक सियासी एंगल जुड़ता दिखाई देने लगा है। खुलासा हुआ है कि एनसीपी के एक विधायक रात साढ़े तीन बजे नाबालिग की पैरवी करने थाने जा पहुँचे थे। जाहिर है दौलत और रसूख की ताकत के बूते नाबालिग का परिवार अपने बेटे को बचाने के लिये हर कीमत चुकाने को तैयार था।

CrimeTak

23 May 2024 (अपडेटेड: May 23 2024 11:31 AM)

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Pune: पोर्श कार एक्सीडेंट मामले में हर रोज सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं। लेकिन इस बार जो खुलासा हुआ है उसने पूरे महाराष्ट्र की सियासत को नये सिरे से गर्मा दिया है। असल में इस मामले में अजित पवार वाली NCP के विधायक सुनील तिंगरे का नाम निकलकर सामने आया है।

एनसीपी के विधायक पर उठी उंगलियां

खुलासा हुआ है कि 19 मई की रात को एक्सिडेंट के बाद येरवडा पुलिस स्टेशन में MLA सुनील तिंगरे मौजूद थे। और जैसे ही ये बात सामने आई, तुरंत सियासत भी शुरू हो गई। क्योंकि अब विपक्ष के लोगों का इल्जाम है कि विधायक सुनील तिंगरे ने अपनी हैसियत और रुतबे का रुआब दिखाकर पुलिस पर इस मामले को रफा दफा करने का दबाव बनाया है। 

साढ़े तीन बजे पहुँच गए थे थाने

हालांकि सुनील तिंगरे ने इन आरोपों पर सफाई भी दी है। उन्होंने कहा कि सुबह 3:21 बजे मेरे पीए की तरफ से फोन आया कि एक बड़ा हादसा हो गया है। इसके बाद कई कार्यकर्ताओं और नाबालिग के पिता विशाल अग्रवाल की भी कॉल मेरे पास आई।  विशाल अग्रवाल ने बताया कि मेरे बेटे को कुछ लोगों ने पीटा है। इसके बाद मैं पुलिस स्टेशन पहुंचा। फिर पुलिस ने मुझे पूरी घटना की सूचना दी। इसके बाद मैंने पुलिस से कानून के मुताबिक कार्रवाई करने को कहा। सुनील तिंगरे का कहना है कि उन्होंने इस हादसे में मरने वाले दोनों इंजीनियरों के परिजनों से भी बात की। 

सियासी रोटी सेंकने का सिलसिला

मौका मिलते ही सुनील तिंगरे ने यहां भी अपनी सियासी रोटी सेंकने का मौका हाथ से जाने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पब और बार के खिलाफ उन्होंने हमेशा स्टैंड लिया है। तिंगरे बोले- राजनीति में आने से पहले मैं विशाल अग्रवाल के साथ काम करता था। यही उनके और मेरे बीच का रिश्ता है। मैंने मृतक के परिजनों की मदद की। मैं थाने के सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग करता हूं।

बार का मैनेजर पुलिस हिरासत में

इसी बीच पुणे की एक अदालत ने इस मामले में तीन आरोपियों- बार मालिक और रेस्टोरेंट्स के दो मैनेजरों को 24 मई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। यहां नाबालिग आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ बैठकर शराब पी थी। उसके बाद वो कार लेकर बाहर निकला था जिसके बाद तेज रफ्तार की वजह से हादसा हो गया। इधर कोर्ट में आरोपी कोसी रेस्टोरेंट के मालिक के बेटे नमन प्रहलाद भूतड़ा, उसके मैनेजर सचिन काटकर और ब्लैक क्लब होटल के मैनेजर संदीप सांगले को बुधवार को अदालत में पेश किया गया। 

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