नई संसद में हुए स्प्रे कांड का सामने आया चीन का 'कनेक्शन', दिल्ली पुलिस की FIR में हुआ सनसनीखेज खुलासा

Parliament Colour Smoke Case: पुलिस की स्पेशल सेल ने अपनी FIR में खुलासा हुआ है कि लोकसभा में इस्तेमाल कलर स्मोक का सीधा कनेक्शन चीन से है।

लोकसभा के भीतर जो कलर स्प्रे चलाया गया वो चीन का बना हुआ था जिस पर वार्निंग भी थी

लोकसभा के भीतर जो कलर स्प्रे चलाया गया वो चीन का बना हुआ था जिस पर वार्निंग भी थी

15 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 15 2023 4:35 PM)

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Parliament Colour Smoke Case: देश की नई संसद की सुरक्षा में सेंध करके लोकसभा में कूदे दो लड़कों की वजह से जो हंगामें का धुआं उठा तो वो बैठने का नाम ही नहीं ले रहा। चारो तरफ सवालों का गुबार नज़र आ रहा है। मगर इसी बीच लोकसभा में कूदने वाले लड़कों को गिरफ्तार करने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जो एफआईआर (FIR) दर्ज की है, उसके जरिए जो जानकारियां सामने आईं उसने न सिर्फ लोगों को चौंकाया है बल्कि इस वारदात को और भी ज़्यादा डरावना और खतरनाक बना दिया है। सबसे ज़्यादा हैरानी तो इस बात की है कि भारत की संसद में इस घुसपैठ का एक कनेक्शन चीन से जाकर जुड़ता दिखाई देने लगा है। साथ ही साथ जिस कैनिस्टर से इन लोगों ने रंगीन धुआं उड़ाया, उसका सच जानने के बाद अब दिल्ली पुलिस की हवाइयां उड़ी हुई हैं। 

कलर कैनिस्टर का चीनी कनेक्शन

पुलिस की स्पेशल सेल ने अपनी FIR में जो कुछ लिखा अगर उस पर गौर करें तो इस बात की गंभीरता समझ में आ सकती है कि ये हमला वाकई कितना खतरनाक था। दिल्ली पुलिस की FIR के मुताबिक नई संसद की लोकसभा में जिस कलर कैनिस्टर का इस्तेमाल किया गया वो चीन का बना हुआ था। और उसी कैनिस्टर के ऊपर छपे निर्देश को पढ़कर पुलिस अफसरों की हवा खराब हो गई। क्योंकि उसमें साफ साफ लिखा हुआ था कि ये खतरनाक है। 

ये कलर स्मोक कैनिस्टर चीन का बना हुआ है जिस पर वार्निंग भी लिखी है

कैनिस्टर पर लिखी वार्निंग से फैला डर

ये कलर कैनिस्टर केवल 18 साल के ऊपर के लोग ही इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही इसे हवाई जहाज में नहीं ले जाना चाहिए। लेकिन इसके बाद अंग्रेजी के कैपिटल लेटर में जो निर्देश छपा था, वो तो और भी ज़्यादा डरावना है। लिखा था " FOR USED IN SUPERVISE ARENAS ONLY" यानी इसे निगरानी वाले इलाके में ही चलाया जाए। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाला निर्देश उसके नीचे लिखा हुआ था। इस निर्देश का साफ साफ मतलब ये है कि इस कैनिस्टर यानी कलर स्मोक को किसी भी सूरत में बंद कमरे और क्लोज एटमॉस्फियर यानी बंद जगहों पर नहीं चलाना चाहिए क्योंकि वो वहां मौजूद तमाम लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। कैनिस्टर में छपे निर्देश के मुताबिक इसकी रिंग को खींचते ही इसे हाथ से छोड़ देना चाहिए। और इसे चलाते समय हाथों में ग्लब्स और आंखों में चश्मा पहनना जरूरी है। 

जूतों में छुपाकर लाया गया था कैनिस्टर

अब आइये इसका इससे भी खौफनाक निर्देश देख लेते हैं। इस कैनिस्टर पर एक जगह लिखा हुआ है कि इसे किसी भी सूरत में छत के नीचे बंद कमरे में चलाना घातक सिद्ध हो सकता है।  पुलिस को दो लोकसभा के भीतर घुसे सागर शर्मा और मनोरंजन डी के पास से एक एक इस्तेमाल हुआ कैनिस्टर मिला जो वो दोनों अपने अपने जूतों मे बनी खास जगहों पर रख कर ले गए थे। पुलिस ने कुछ पांच कलर स्मोक कैनिस्टर बरामद किए जिनमें से तीन चार कैनिस्टर का इस्तेमाल हो गया जबकि एक कैनिस्टर बिना इस्तेमाल वाला पुलिस ने बरामद किया था। 

'क्रिएटिव कलर स्मोक'

नई संसद के भीतर आरोपियों ने जिस स्प्रे कलर कैनिस्टर का इस्तेमाल किया उस पर 'क्रिएटिव कलर स्मोक' लिखा था…ये स्मोक कैनिस्टर ऑनलाइन साइट पर आसानी से मिल जाता है और एक कलर स्मोक कैनिस्टर की कीमत करीब 75 रुपये है। हालांकि 13 दिसंबर को जब इसे आरोपियों ने चलाया तो लोकसभा में पीले रंग का धुआं फैल गया था। उससे किसी को कोई नुकसान तो नहीं हुआ अलबत्ता वहां मौजूद सांसदों में इसकी दुर्गंध की वजह से बेचैनी जरूर फैल गई थी। 

पुलिस महकमें में बढ़ी बेचैनी

कलर स्मोक कैनिस्टर के इस सच के सामने आने के बाद अब पुलिस महकमा पूरी तरह से इस बात की तसल्ली करने में जुट गया है कि इस्तेमाल कैनिस्टर के बाद वहां उठे रंगीन धुएं से किसी को कोई खतरा नहीं हुआ है। मगर ऐसा एक भी पुलिसवाला सामने नहीं आया जो इस बात से इनकार कर सके कि ये कलर स्मोक कैनिस्टर खतरनाक नहीं थे। यानी उस दिन उस वक्त वहां कुछ भी हो सकता था। 

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