दिल्ली से संवाददाता योगेश गुप्ता की रिपोर्ट
साबिया ने किया था दिल्ली के बहुत बड़े घोटाले का पर्दाफाश इस वजह से हुआ कत्ल: परिवार
Parents demand cbi enquiry in Delhi's Rabia murder case
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08 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)
Justice For Sabiya : परिवार के मुताबिक दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के डीएम दफ्तर में कोरोना चालान के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला चल रहा था जिसका खुलासा साबिया ने किया था। साबिया (बदला हुआ नाम) के पिता का कहना है कि कोरोना चालान की नकली शीट छपवाकर लोगों के चालान किए जा रहे थे और उससे आने वाले पैसों का बंदरबांट दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के डीएम ऑफिस में किया जाता था।
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परिवार की मानें तो 26 अगस्त को जिस दिन साबिया गायब हुई उसी दिन डीएम दफ्तर में सीबीआई की छापेमारी हुई थी। इस छापेमारी की टिप सीबीआई को साबिया ने ही दी थी। परिवार का आरोप है कि साबिया के इसी खुलासे से नाराज होकर पहले उसे गायब किया गया और इसके बाद उसका गैंगरेप करने के बाद मौत के घाट उतार दिया गया।
दूसरी ओर फरीदाबाद पुलिस साबिया से गैंगरेप या रेप की बात से इंकार कर रही है। उनके मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी रेप की बात सामने नहीं आई है. राबिया की मौत के बाद से ही कई राजनैतिक पार्टियां और सामाजिक संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। वो मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं।
पिछले 2 हफ्ते से लगातार कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन किये जा रहे है और हत्या के इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे है जिससे हत्या का सच सामने आ सके
सिविल डिफेंस में काम करने वाली साबिया की लाश 27 अगस्त को फरीदाबाद के सूरजकुंड इलाके में मिली थी। उसके जिस्म पर 50 से भी ज्यादा चाकूओं के जख्म थे। राबिया के कत्ल मे क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थीं। साबिया के जिस्म को अलग-अलग टुकड़ो में बांट दिया था।
हत्या के बाद निजामुद्दीन नाम के आरोपी ने कलिन्दी कुंज थाने में जाकर सरेंडर कर दिया था, निजामुद्दीन और साबिया दोनों ही सिविल डिफेंस कर्मी थे और साउथ ईस्ट डीएम ऑफिस में काम करते थे।
यहीं दोनों की मुलाकात हुई,आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने साबिया से कोर्ट मैरिज कर रखी थी लेकिन इस बात की जानकारी दोनों ही लोगों के घरवालों को नही थी। घरवाले इसके पीछे एक बड़ी साजिश बता रहे है और सीबीआई जांच की मांग कर रहे है।
क्या है पूरा मामला : वीडियो देखें
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