Palghar: पालघर पुलिस ने एक खोजी कुत्ते की मदद से तिहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। इस मामले में एक 30 साल के आरोपी को यूपी से गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसने वाडा के नेहरलोई गांव में एक बुजुर्ग दंपति और उनकी 52 साल की बेटी की हत्या की थी। मरने वालों की लाशें 30 अगस्त को बरामद हुई थीं। दरअसल नेहरलोई गांव में 75 साल के मुकुंद राठौड़ अपनी पत्नी कंचन (72 साल) और बेटी संगीता (52 साल) के साथ एक अपार्टमेंट में रहते थे। मुकुंद पहले कपड़ों का व्यवसाय करते थे, लेकिन उम्र हो जाने के बाद उनका खर्चा किराए से होने वाली आमदनी से ही चलता था। मुकुंद का एक पंकज नाम का बेटा भी था जो विरार में रहता था।
पुलिस से तेज निकला कुत्ता, दो हफ्ते पुरानी लाशें सूंघ कर बताया कातिल का पता..
Palghar Triple Murder: महाराष्ट्र के पालघर में पुलिस ने एक ट्रिपल मर्डर को एक कुत्ते की सूझबूझ से सुलझा लिया है। खास बात ये है कि घटना के बाद तीनों लाशें अगले 13 दिन तक घर में बंद रहीं। इसके बावजूद बुरी तरह से सड़ी हुई लाशों की दुर्गंध के बीच खोजी कुत्ते ने न सिर्फ कातिल की गंध पहचान ली बल्कि वो पुलिस को सीधे उसके घर के दरवाजे तक ले गया।
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• 03:51 PM • 09 Sep 2024
न्यूज़ हाइलाइट्स
हथौड़े से 3 कत्ल कर भागा आरोपी
13 दिन तक घर में बंद रही लाशें
फिर भी कुत्ते ने पहचानी कातिल की गंध
हथौड़े से वार कर किये तीनों कत्ल
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इस घर से थोड़ी ही दूरी पर मुकुंद ने अपनी दूसरी प्रॉपर्टी पर बना एक कमरा आरिफ अंसारी नाम के शख्स को किराए पर दिया था। अंसारी यूपी का रहने वाला था और अगले कुछ ही दिनों में उसे यूपी अपने घर वापस जाना था। इसके लिये उसे पैसों की जरूरत थी। आसानी से पैसे बनाने के लिये उसके दिमाग में एक खतरनाक आइडिया आया। 17 अगस्त की दोपहर जब मुकुंद घर पर नहीं थे वो बहाने से उनके घर उनसे मिलने पहुंचा। उसकी नजर बुजुर्ग दंपत्ति के घर में रखी नकदी और दूसरे कीमती सामान पर थी। उम्मीद के मुताबिक मुकुंद राठौड़ घर पर नहीं थे। लिहाजा उसने घर में दाखिल होने के लिये बहाना बनाया। दरअसल कुछ दिन पहले उसने मुकुंद को किसी काम के लिये अपने घर पर रखा एक हथौड़ा दिया था। उसने मुकुंद की पत्नी और बेटी को बताया कि वो हथौड़े उसे वापस चाहिये। इसीलिये वो उनके घर आया है। पत्नी कंचन हथौड़ा देने जैसे ही दरवाजे पर पहुंची उसने हाथ में लिया हथौड़ा छीन कर उसी से उन पर हमला कर दिया। इसके बाद उसने घर पर मौजूद उनकी बेटी संगीता पर भी इसी तरह हमला किया और दोनों की जान ले ली।
संदूक में लाशें बंद कर उनके साथ रहा आरोपी
मां-बेटी को मौत के घाट उतारने के बाद अंसारी ने दोनों लाशों को घर में रखे एक ट्रंक में छिपा दिया और मौकाएवारदात से खून के धब्बे साफ कर दिए। इसके बाद वो कई घंटों तक उसी घर में लाशों के साथ रहा। वो शाम होने का इंतजार कर रहा था। शाम के वक्त दिन भर का काम निपटा कर मुकुंद राठौड़ भी घर पहुंच गए। मुकुंद के आते ही अंसारी ने उन पर भी उसी तरह हथौड़े से हमला कर उनकी जान ले ली। फिर अंसारी ने मुकुंद की लाश को चादर से ढक दिया और तीनों के मोबाइल फोन और घर में रखी नकदी, कीमती सामान और जेवरात लेकर फरार हो गया। जाते-जाते अंसारी ने मुकुंद के घर को बाहर से लॉक कर दिया। इस बीच कई दिनों से मां-बाप के फोन बंद होने से परेशान मुकुंद का बेटा पंकज घटना के 13 दिन बाद, यानी 30 अगस्त को उनके घर पहुंच गया। घर पर ताला लगे देख उसका शक और पुख्ता हो गया और उसने पुलिस को खबर कर दी।
13 दिनों तक घर में सड़ती रही लाशें?
पुलिस ने जब ताला तुड़वा कर घर का दरवाजा खोला तो अंदर से मुकुंद, उनकी पत्नी कंचन और बेटी संगीता, तीनों की लाशें बरामद हो गईं। चूंकि कत्ल होने और पुलिस के घर पहुंचने के बीच 13 दिन का वक्त गुजर चुका था लिहाजा तीनों ही लाशें बुरी तरह सड़ चुकी थीं। पुलिस ने हत्या की जांच शुरू की और डॉग स्क्वायड को बुलाया। पर दिलचस्प बात ये कि कत्ल के लगभग दो हफ्ते गुजर जाने के बावजूद खोजी कुत्ते ने घर के अंदर मौकाएवारदात पर मौजूद सामान सूंघ कर पुलिस को सीधे थोड़ी ही दूरी पर मौजूद अंसारी के घर के दरवाजे तक पहुंचा दिया। यानी कातिल की गंध दो हफ्ते बाद भी लाशों से उठती असहनीय दुर्गंध के बावजूद मौजूद थी। लेकिन अंसारी घर से नदारद मिला। उसके दरवाजे पर ताला लगा था। इसके बाद पुलिस ने जानकारी की तो उसे अंसारी के यूपी वाले घर का पता मिल गया। इसके बाद पालघर पुलिस ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर आखिरकार अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। वो घटना के बाद लूट का कीमती सामान और जेवरात लेकर यूपी में अपने घर पहुंच गया था। इस बात से पूरी तरह बेखबर कि एक खोजी कुत्ते की सूंघने की ताकत ने पुलिस के सामने उसके कातिल होने का सच बेपर्दा कर दिया था।
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