Mahadev App Case: छत्तीसगढ़ के चुनावों के दौरान जिस एक ऐप की सबसे ज़्यादा चर्चा हुई, जिस ऐप की वजह से सियासी तूफान उठता रहा, उस महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी वाले ऐप को बनाने वाला और चलाने वाला रवि उप्पल यूएई में धर लिया गया। रवि उप्पल भारत में मोस्टवांटेड है। और उसके खिलाफ बाकायदा रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था। लेकिन जैसे ही रवि उप्पल के यूएई यानी दुबई में पकड़े जाने की खबर हिन्दुस्तान पहुँची तो भारतीय एजेंसियों ने फौरन यूएई के अधिकारियों से संपर्क किया है।
महादेव ऐप चलाने वाला दुबई में पकड़ा गया, इतने हजार करोड़ की रकम होने का है शक
Mahadev App Case: महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी वाले ऐप को बनाने वाला और चलाने वाला रवि उप्पल यूएई में धर लिया गया।
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महादेव ऐप चलाने वाला रवि उप्पल दुबई में गिरफ्तार
13 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 13 2023 9:00 AM)
रवि उप्पल दुबई में गिरफ्तार
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महादेव सट्टेबाजी ऐप के सिलसिले में दो आरोपियों में से एक रवि उप्पल को अब दुबई में गिरफ्तार किया जा चुका है। खुलासा यही हुआ है कि दुबई पुलिस ने ये कार्रवाई असल में इंटरपोल की तरफ से जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर ही की है। ये रेड कॉर्नर नोटिस ईडी की सिफारिश पर इंटरपोल की तरफ से जारी हुई थी। ऐसे में अब रवि उप्पल की गिरफ्तारी के बाद उसे भारत भेजने के सिलसिले में दुबई और भारतीय एजेंसियों के अधिकारियों के बीच बातचीत का सिलसिला जारी है। रवि उप्पल के खिलाफ भारत में दो जगह मुकदमें दर्ज हैं। एक तो छत्तीसगढ़ में और दूसरा मुंबई में।
दो जगह दर्ज हैं मुकदमें
रवि उप्पल के खिलाफ मुंबई पुलिस भी जांच कर रही है। जबकि महादेव सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी जांच कर रहा है। रवि महादेव ऐप मामले में मुख्य आरोपी सौरव चंद्राकर का साथी भी है। महादेव बुक ऐप सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है। लेकिन इसे भारत में बैन कर दिया गया है, मगर दूसरे देशों में ये चल रहा है। छत्तीसगढ़ का रहने वाला चंद्राकर और उसका साथी रवि उप्पल दुबई से इसे चला रहे थे। दोनों के खिलाफ ही लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया जा चुका है।
जूस सेंटर चलाते चलाते दुनिया को चलाने लगा
सवाल उठता है कि आखिर कौन है सौरव चंद्राकर? असल में सौरव चंद्राकर पहले रायपुर में एक जूस सेंटर चलाता था। इसके बाद वह सट्टेबाजी में शामिल हुआ। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि सौरव और रवि के पास करीब 6000 करोड़ से भी ज़्यादा की रकम मौजूद है। शक ये भी है कि इतनी बड़ी तादाद में नकदी को हवाला के जरिए दुबई भेजा गया।
ऐप के पीछे दाउद का हाथ?
एजेंसियों को शक इस बात का भी है कि इतने बड़े पैमाने पर महादेव बुक ऐप के दुबई से चलाने के पीछे दाऊद इब्राहिम गैंग का भी हाथ हो सकता है। लिहाजा इन्हीं पहलुओं को ईडी जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि महादेव ऑनलाइन बुक पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबाल पर लाइव गेम में सट्टेबाजी का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मुहैया करवाता है।
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