Honeytrap Queen Archna Nag : ओडिशा की हनीट्रैप क्वीन के नाम से चर्चित महिला अर्चना नाग 14 महीने बाद 12 दिसंबर को जेल से जमानत पर बाहर निकल आईं. अर्चना नाग भुवनेश्वर की झारपाड़ा जेल से बाहर निकलीं. उड़ीसा उच्च न्यायालय द्वारा उनके खिलाफ दर्ज सभी तीन मामलों में जमानत दिए जाने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. ताजा मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) से संबंधित है. उनके पति जगबंधु चंद उन्हें लेने जेल आये थे. अदालत के निर्देश के अनुसार, अर्चना नाग चल रही जांच में सहयोग करेंगीं. वह अपने मुक़दमे के संबंध में गवाहों को प्रभावित नहीं करेगी या बाहर कोई राय नहीं देगी.
ओडिशा की हनीट्रैप क्वीन अर्चना नाग आई जेल से बाहर, फिर बोली-सबको बेनकाब करूंगी
Odisha honeytrap queen Archana Nag : अर्चना नाग पर हनीट्रैप के जाल में फंसाकर बड़े लोगों को ब्लैकमेल करने का आरोप है. पिछले साल गिरफ्तार हुई थी. अब जमानत पर सशर्त जेल से बाहर आई.
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Odisha Honey trap Queen Archana Nag (File Photo)
12 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 12 2023 7:05 PM)
मैं सभी को बेनकाब करूंगी : अर्चना नाग
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Archna Nag : जेल से बाहर आने के बाद अर्चना नाग ने पत्रकारों से बात की. इस बातचीत के दौरान, अर्चना नाग ने फिर वही दावा किया कि इस मामले में शामिल सभी लोगों को बेनकाब करके रहेंगी. “मैं वह व्यक्ति नहीं हूं जो अन्याय के प्रति चुप रहूंगी. मैं बोलूंगी और सबको बेनकाब करूंगी. अदालत इसमें शामिल सभी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. अर्चना नाग ने ये भी कहा कि “मेरा मामला अदालत में विचाराधीन है. मैं अदालत के आदेश के अनुसार जांच में सहयोग करूंगी.
19 अक्टूबर 2022 में हुई थी अर्चना नाग गिरफ्तार
अर्चना नाग पर आपत्तिजनक वीडियो के जरिए प्रभावशाली लोगों को ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठने का आरोप था. उन्हें पिछले साल 6 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था जब उनकी पूर्व सहयोगी श्रद्धांजलि बेहरा ने 2 अक्टूबर, 2022 को खंडगिरि पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। श्रद्धांजलि ने अर्चना नाग, उनके पति जगबंधु चंद और उनके सहयोगी खगेश्वर पात्रा पर उन्हें फंसाने का आरोप लगाया था. ये भी कहा था कि ये रैकेट प्रदेश के बड़े लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए मजबूर कर रहा है. फिल्म निर्माता अक्षय पारिजा द्वारा नयापल्ली पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी. जिसमें उन पर उनके अश्लील वीडियो लीक करने की धमकी देकर 3 करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया गया था. ईडी हनीट्रैप रैकेट में वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही है.
क्या हनीट्रैप क्वीन अर्चना नाग की पूरी कहानी
एक साधारण से दिखने वाले पति पत्नी कपल ने एक राज्य की सरकार को हिलाकर रख दिया. वहां के अधिकारियों की नींद उड़ गयी. दरअसल, इन दोनों के पास बीस से ज्यादा ऐसे वीडियो हैं, जिनमें कई अहम लोगों के राज कैद हैं। अगर ये वीडियो वायरल हुए तो ऐसा कहने वाले ये भी कह रहे हैं कि उस राज्य की सरकार भी जा सकती है. मिन्या-बीवी की ये कहानी ओडिशा की है और हनीट्रैप की कहानी है. वो हमेशा अपने हाथों में लेटेस्ट मोबाइल फोन के साथ नई फॉर्च्यूनर कार के साथ नजर आते हैं। कहीं सोने की चेन इतनी मोटी कि उसके सामने उनकी गर्दन छोटी लगती है, तो कहीं आलीशान नक्काशीदार फर्नीचर के साथ शान से खिंचवाई गई उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तैरती नजर आती हैं. कभी वह किसी नेता, अधिकारी या प्रभावशाली व्यक्ति का करीबी होने का दावा करता है तो कभी लोग उसका जलवा देखते रह जाते हैं।
इनके नाम अर्चना नाग चंद और जगबंधु चंद हैं। जी हाँ, यही नाम है इस पति-पत्नी की जोड़ी का. लेकिन ये जोड़ी न तो मशहूर उद्योगपतियों की जोड़ी है, न किसी अमीर बिजनेसमैन की, न ही किसी शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले अमीर आदमी की. लेकिन फिर भी दक्षिण-पूर्वी भारत के एक शांत राज्य से आने वाली इस जोड़ी ने इन दिनों पूरे भारत में ऐसा तहलका मचा रखा है कि इनकी कहानियां अब ओडिशा से लेकर देश-दुनिया तक बड़े चाव से सुनाई जाती हैं. अब उनके साथ उनकी तस्वीरें और नाम देखकर ओडिशा के बड़े-बड़े नेताओं, अफसरों और कारोबारियों का भी गला सूखने लगा है. खास बात यह है कि कुछ लोग इस जोड़ी को ओडिशा सरकार पर मंडराते संकट के तौर पर भी देखने लगे हैं.
आखिर ये जोड़ी क्यों बनी परेशानी का कारण?
लेकिन फिर सवाल यह है...क्यों? आखिर इस जोड़ी में ऐसा क्या है कि ये रातों-रात इतनी चर्चा में आ गई हैं? यदि वह वास्तव में धनवान व्यक्ति नहीं है, तो उसे इतना वैभव, धन, प्रसिद्धि और प्रभाव कहाँ से मिला? वह ओडिशा के सबसे बड़े लोगों के संपर्क में कैसे आये? और अब इन्हें ओडिशा सरकार के लिए एक बड़ी समस्या के रूप में क्यों देखा जा रहा है?
धोखाधड़ी, हनीट्रैप और ब्लैकमेलिंग
तो इसका जवाब यह है कि ओडिशा के बेहद सामान्य परिवारों से आने वाली यह लड़का-लड़की की जोड़ी दरअसल धोखाधड़ी, हनीट्रैप और ब्लैकमेलिंग की दुनिया का ताजा उदाहरण है, जिसकी हरकतें देखकर ओडिशा के तेज-तर्रार पुलिसकर्मी भी दंग रह जाते हैं. पुलिस ने फिलहाल दोनों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उनके घरों और गैजेट्स में ओडिशा के सबसे अमीर और प्रभावशाली लोगों के ऐसे राज हैं, जो कभी भी तबाही मचा सकते हैं।
आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें
या यूं कह सकते हैं कि उन्होंने भूकंप लाना शुरू कर दिया है. अब तक की जानकारी के मुताबिक, इस जोड़ी के पास कम से कम 20 सत्तारूढ़ बीजेडी और बीजेपी नेताओं के साथ-साथ अधिकारियों, व्यापारियों और अन्य प्रभावशाली लोगों के आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें हैं।
फिल्म मेकर ने केस दर्ज कराया था
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब इस जोड़े ने ओडिशा के एक फिल्म निर्माता अक्षय परीजा को हनीट्रैप के इस खेल में खींचने की कोशिश की। आरोप है कि अर्चना नाग चंद ने एक लड़की के जरिए सबसे पहले अक्षय पर कास्टिंग काउच का आरोप लगाया था। और फिर मामले को दबाने के लिए 3 करोड़ रुपये की मांग की. लेकिन फिल्म मेकर अक्षय ने दबने या घबराने की बजाय भुवनेश्वर के नयापल्ली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करा दिया.
3 करोड़ की डिमांड
अक्षय ने शिकायत में कहा, "अर्चना नाग चंद एक वकील के रूप में उनसे मिलीं और बताया कि उनके एक ग्राहक के पास मेरे साथ कुछ आपत्तिजनक वीडियो हैं। अगर मैं खुद को इस मामले से बचाना चाहता हूं, तो मुझे उन्हें 3 करोड़ रुपये देने होंगे।" मुझे देना होगा, नहीं तो वह मेरे टुकड़े-टुकड़े कर देगी और मुझे मार डालेगी।”
लड़की ने शिकायत भी दर्ज कराई
दूसरी ओर, खंडगिरि पुलिस स्टेशन में एक लड़की ने अर्चना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि अर्चना ने धोखे से उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो शूट किए थे और पारिजा के करीब जाकर उसे हनीट्रैप में फंसाने का काम सौंपा था। लड़की ने अपनी शिकायत में कहा कि साल 2019 में अर्चना और उसके पति जगबंधु ने उसे अपने घर पर खाने पर बुलाया और फिर धोखे से खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ रेप किया. जब उसे होश आया तो उसने देखा कि उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं है। लड़की का कहना है कि तब तक दोनों ने मिलकर उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो बना ली थीं.
एक शातिर जोड़े के अमीर बनने की कहानी
अब सुनिए दो आम लोगों के अपराध के जरिए करोड़पति बनने की जादुई कहानी। ओडिशा के बोलांगीर जिले के एक सामान्य परिवार से आने वाली अर्चना 2015 में राजधानी भुवनेश्वर पहुंचीं। उन्होंने एक एकीकृत कानून पाठ्यक्रम में दाखिला लिया और एक निजी सुरक्षा फर्म में काम करना शुरू कर दिया। लेकिन कुछ ही महीनों में उसने नौकरी छोड़कर ब्यूटी सैलून शुरू कर लिया और यहीं से उसे रातों-रात अमीर बनने का ऐसा सपना आया कि वह सीधे हनीट्रैप रैकेट की मास्टरमाइंड बन गई. उनके सपने तब सच हुए जब 2017 में उनकी मुलाकात बालासोर के एक और महत्वाकांक्षी युवक जगबंधु चंद से हुई। वह गांव में किराने की दुकान चलाते थे। दोनों को प्यार हुआ और शादी कर ली. फिर इसके बाद,
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