एनएसजी की डीआईजी मंजिल सैनी को मिला गैलेंट्री अवार्ड, जानते हैं कौन हैं जाबांज आईपीएस अफसर मंज़िल सैनी!

Manzil Saini: लेडी सिंघम के नाम से मशहूर आईपीएस अफसर जिन्होने दिल्‍ली स्‍कूल ऑफ इकोनॉमिक्‍स में टॉप किया, NSG की DIG मंजिल सैनी सुर्खियों में हैं।

फाइल फोटो

फाइल फोटो

26 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 26 2024 8:20 PM)

follow google news

NSG IG Manzil Saini: ये सच्चा किस्सा जुलाई 2017 का है। जब IPS प्रशांत कुमार, एडीजी जोन मेरठ और IPS मंजिल सैनी एसएसपी मेरठ पद पर थे। इस दौरान दिल्ली के प्रीत विहार के कैंसर अस्पताल से श्रीकांत गौड़ नाम के डॉक्टर का अपहरण कर लिया गया और 5 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। दिनदहाड़े हुए इस अपहरण की जानकारी दिल्ली पुलिस ने तुरंत एडीजी मेरठ प्रशांत कुमार और एसएसपी मेरठ मंजिल सैनी को दी। 

आईजी मंजिल सैनी को गैलेंट्री अवार्ड

दिल्ली पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर किडनैपर्स की लोकेशन पता की गई। उस समय मेरठ में कांवर मेला लगा था। पुलिस ने बदमाशों से एनकाउंटर के बाद अगवा किए गए डॉक्टर श्रीकांत को सफलतापूर्वक बदमाशों के चंगुल से बचा लिया था। इसी बहादुरी के लिए डीजी प्रशांत कुमार और आईजी मंजिल सैनी को गैलेंट्री मेडल देकर सम्मानित किया गया है। 

यूपी की लेडी सिंघम और NSG की DIG

यह कहानी है लेडी सिंघम के नाम से मशहूर आईपीएस मंजिल सैनी की। मंजिल सैनी ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से भौतिकी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से भी पढ़ाई की, जहां वह स्वर्ण पदक विजेता थीं। इसी दौरान उनकी मुलाकात जसपाल देहल से हुई और उन्होंने 2000 में शादी कर ली।

स्वर्ण पदक विजेता आईपीएस मंज़िल सैनी

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, सैनी ने तीन साल तक एक कॉर्पोरेट फर्म में काम किया। अपनी निजी नौकरी के बाद, उन्होंने इस्तीफा दे दिया और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। 2005 में अपने पहले प्रयास में उन्होंने सफलतापूर्वक यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की। मंजिल सैनी यूपी कैडर से आईपीएस अधिकारी बनीं। 

दिल्‍ली स्‍कूल ऑफ इकोनॉमिक्‍स की टॉपर

उनकी पहली पोस्टिंग मुरादाबाद में एएसपी के तौर पर हुई थी। सेवा के शुरुआती वर्षों के दौरान ही उन्हें अपने साहसी और समर्पित कार्य के लिए पहचान मिली। उन्हें अक्सर लेडी सिंघम कहा जाता है। मंजिल सैनी ने 18 मई, 2016 से 27 मई, 2017 तक लखनऊ में एसएसपी के रूप में कार्य किया। फरवरी 2017 में, उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से ठीक पहले, 1 फरवरी, 2017 को हमलावरों ने बिजनेस सहयोगी श्रवण साहू की गोली मारकर हत्या कर दी थी।  

मुरादाबाद एएसपी के तौर पर हुई करियर की शुरुआत

हजरतगंज, लखनऊ. सीबीआई जांच के दौरान मंजिल सैनी को श्रवण साहू की सुरक्षा में लापरवाही का जिम्मेदार माना गया और उन्हें दोषी पाया गया। इस मामले में सीबीआई की सिफारिश के बाद मंजिल सैनी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। फिलहाल जांच चल रही है। मंजिल सैनी वर्तमान में दिल्ली में एनएसजी में तैनात हैं।
 

    follow google newsfollow whatsapp