UP AYODHYA NEWS: अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आधी रात से ही श्रद्धालुओं का दर्शन के लिए जमावड़ा लगने लगा था और मंगलवार देर शाम तक पांच लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान राम के बाल स्वरूप का दर्शन कर चुके थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिलाधिकारी अयोध्या ने शहर में आठ स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए हैं।
अयोध्या में पहले दिन करीब पांच लाख श्रद्धालुओं ने किये रामलला के दर्शन, शहर में आठ स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात, सीएम योगी ने सँभाली कमान
Ayodhya: लखनऊ में मौजूद मुख्यमंत्री योगी सुबह से ही अयोध्या पर नजर बनाए हुए थे।
ADVERTISEMENT
Photo
24 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 24 2024 8:45 AM)
ADVERTISEMENT
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर कई बार भीड़ काबू से बाहर होती दिखी लेकिन पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने स्थिति को तुरंत संभाल लिया और लोगो को कतार में खड़ा करवाकर भगवान राम के दर्शन कराये। सूचना निदेशक शिशिर ने मंगलवार देर शाम जारी एक बयान में बताया,‘‘आज पांच लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किये हैं।’’
इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर शाम सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर जारी पोस्ट में बताय,''आज श्री अयोध्या धाम में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया। इस अवसर पर संबंधित अधिकारियों को पूज्य साधु-संतों व श्रद्धालुओं हेतु प्रभु श्री रामलला के सुलभ एवं सहज दर्शन के साथ ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।’’
देर रात जारी एक बयान के मुताबिक श्रीरामलला के बालरूप विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान के अगले दिन अयोध्या में उमड़े लाखों श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमीन स्तर पर खुद मोर्चा संभाल लिया है। मंगलवार को अचानक अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री ने पहले हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया फिर स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत के लिए आवश्यक इंतजाम करने के लिए दिशा-निर्देश दिया।
इसके बाद श्री रामजन्मभूमि मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री ने मंदिर न्यास के पदाधिकारियों के साथ दर्शन के लिए उमड़ रहे भारी संख्या श्रद्धालुओं के प्रबंधन, दर्शन-पूजन व्यवस्था को और व्यवस्थित करने पर चर्चा की। इस बीच, मुख्यमंत्री ने देश के हर कोने से आ रहे श्रद्धालुओं से संयम और सहयोग की अपील की है। आस्थावानों की भावना का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि अयोध्या में उमड़े जनसलाब के बीच सबको रामलला के दर्शन हों, इसके लिए संयम बनाये रखें।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी अयोध्या ने आठ स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए हैं। इन मजिस्ट्रेट को शांति, सुरक्षा, यातायात व लोक व्यवस्था के प्रबंधन के लिए लगाया गया है। श्रद्धालुओं के सुगम व सुरक्षित दर्शन हेतु अयोध्या पुलिस द्वारा सभी ड्यूटी प्वाइंटों पर पुलिस बल तैनात कर रही सतर्कता बरती जा रही है। जनपद के सभी अन्तरजनपदीय बार्डर, बैरियर, चेक प्वाइंट पर पुलिस बल की ड्युटी लगाकर जनपद मे आने वाले सभी संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों की चेकिंग की जा रही है।
साथ ही सभी महत्वपूर्ण स्थानों, होटल, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों की जांच की जा रही है। किसी भी तरह के अफवाह को रोकने के सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर भी सतर्क नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री ने भीड़ के बीच लगातार आवश्यक सूचनाओं की उद्घोषणा करने के निर्देश भी दिए, साथ ही कहा कि नगर में स्वच्छता की स्थिति बनाए रखी जाए।
दूसरी ओर श्रद्धालुओं के समूह छोटी-छोटी गलियों, रेलवे पटरियों, खेतों से अयोध्या में प्रवेश कर रहे हैं जबकि कुछ सरयू नदी पार कर नगर में प्रवेश कर रहे हैं। चश्मदीद ने बताया कि जब भीड़ अयोध्या प्रशासन के नियंत्रण से बाहर जाती दिखी तब प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने भीड़ प्रबंधन की कमान खुद संभाल ली।
पुलिस महानिरीक्षक (अयोध्या) प्रवीण कुमार ने कहा, ‘‘रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या में बड़ी भीड़ उमड़ी है, हमारा पुलिस बल भक्तों को प्रबंधित करने के लिए चौबीसों घंटे व्यस्त है।’’अयोध्या में मंगलवार को वही हुआ जो अवश्यम्भावी था। सदियों की प्रतीक्षा के बाद श्रीरामलला सोमवार को अपने नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर में विराजमान हुए तो मंगलवार को पौ फटने से पहले ही उनके दर्शन को आतुर लाखों-लाख श्रद्धालु उमड़ पड़े। हाड़ कंपाने वाली ठंड के बावजूद अयोध्या की सड़कों पर आस्था का हुजूम उमड़ पड़ा।
धर्मपथ, राम पथ और श्रीराम जन्मभूमि पथ के मार्गों पर तिल रखने की जगह नहीं दिख रही थी। भीड़ के चलते रामलला के कपाट एक घंटे पहले खोले गए। रात तीन बजे से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। लोगों में मंदिर के अंदर जाने के लिए होड़ मची। ऐसे में मंदिर के अंदर खचाखच भीड़ के बीच एटीएस और आरएएफ कमांडो दाखिए हुए।
मंदिर के कपाट तो सुबह सात बजे खुले लेकिन रात के दूसरे पहर से ही दर्शनार्थी श्रद्धालुओं की अपरिमित कतार लग गई। हालांकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रशासन व पुलिस की टीमें पूरी तरह मुस्तैद थीं। उधर सुबह मंदिर के कपाट खुलने के बाद श्रीरामलला के दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ तो आस्थावानों की संख्या असंख्य होने लगी। दोपहर होते-होते करीब तीन लाख श्रद्धालु प्रभु का बाल रूप निहार कर निहाल हो चुके थे और करीब इतनी ही संख्या प्रतीक्षारत श्रद्धालुओं की थी।
उधर लखनऊ में मौजूद मुख्यमंत्री सुबह से ही अयोध्या पर नजर बनाए हुए थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई भी चूक न हो जाए, किसी को कोई भी असुविधा न हो इसके लिए उन्होंने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। दोनों वरिष्ठ अधिकारी अयोध्या पहुंचे और मंदिर के गर्भगृह में लोगों के सुगम दर्शन की व्यवस्था में लगे। अधिकारियों को मौके पर भेजने के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री योगी खुद भी अयोध्या पहुंच गए और पूरी कमान खुद अपने हाथों में ले ली।
सबसे पहले उन्होंने रामकथा कुंज में उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ दर्शन की सभी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने हेलीकॉप्टर से प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक के साथ अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि और रामपथ का हवाई सर्वेक्षण कर यह सुनिश्चित किया कि हर श्रद्धालु सुरक्षित है और किसी को कोई दिक्कत नहीं है।श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखकर दर्शन का समय भी बढ़ाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बीच, गोंडा, बस्ती और अंबेडकरनगर की सड़कों पर कुछ किलोमीटर तक तब लंबा ट्रैफिक जाम लग गया जब पुलिस ने अयोध्या की ओर जाने वाली सभी सड़कों को पूरी तरह से बंद कर दिया, यहां तक कि पैदल यात्रियों को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
आयुक्त गौरव दयाल, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी नितीश कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके नैय्यर समेत अयोध्या प्रशासन के सभी अधिकारी अयोध्या की विभिन्न सड़कों पर तैनात होकर भीड़ की आवाजाही को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। मंगलवार को जनता के लिए राम जन्मभूमि मंदिर के कपाट खुलने से कुछ घंटे पहले ही लोग कतार में खड़े हो गए। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सुरक्षा में जो सुरक्षा बल तैनात किए गए थे, उन्हें बहाल करना पड़ा और अयोध्या शहर की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग कर दी गई।
मंगलवार की सुबह केवल पैदल यात्रियों को अंदर जाने की अनुमति थी, लेकिन दोपहर होते-होते पैदल यात्रियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया। लगभग सभी श्रद्धालु अयोध्या के आसपास के जिलों विशेषकर बस्ती, गोंडा, बाराबंकी, सुल्तानपुर और अंबेडकरनगर से हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के तुरंत बाद जैसे ही यातायात प्रतिबंधों में ढील दी गई, विभिन्न निकटवर्ती क्षेत्रों से लोग आधी रात ही अयोध्या की ओर चल पड़े। भीड़ में अयोध्या के निवासी और विभिन्न मंदिरों के साधु भी शामिल थे।
अयोध्या पुलिस और अयोध्या प्रशासन ने बहुत ही प्रबंधित और पेशेवर तरीके से भीड़ को संभाला और भक्तों के लिए राम मंदिर में दर्शन के लिए सुरक्षित मार्ग बनाए, लेकिन भीड़ मिनट दर मिनट बढ़ती देखी गई, जिससे प्रशासन और पुलिस बल में हड़कंप मच गया। पुलिस महानिरीक्षक, अयोध्या, प्रवीण कुमार ने कहा, 'राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या में बड़ी भीड़ उमड़ी है, हमारा पुलिस बल भक्तों को प्रबंधित करने के लिए चौबीसों घंटे व्यस्त है।'
सूचना निदेशक शिशिर ने इससे पहले दोपहर में ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि आम श्रद्धालुओं के लिए खोले गए मंदिर की व्यवस्था देखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हवाई मार्ग से अयोध्या पहुंचे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री मंदिर भी जाएंगे।’’ उन्होंने बताया था कि मंगलवार को रामलला के नवीन विग्रह की करीब ढाई से तीन लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं और इतने ही लोग दर्शन के इंतजार में हैं।
शिशिर ने कहा था, ‘‘दोपहर तक ढाई से तीन लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन कर चुके हैं और इतनी ही संख्या में श्रद्धालु शेष हैं। आठ हजार से अधिक पुलिसकर्मी व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं और सब कुछ नियंत्रण में है।' अयोध्या पुलिस ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही उन अफवाहों का खंडन किया है कि भारी भीड़ के कारण मंदिर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
(PTI)
ADVERTISEMENT