Navi Mumbai: बीते गुरुवार को महाराष्ट्र के नवी मुंबई इलाके में पुलिस ने एक बेहद शातिर चोर को एक ऐसे डिवाइस के साथ गिरफ्तार किया जिसे सिर्फ पुलिस ही इस्तेमाल कर सकती है। मजे की बात ये है कि ये उपकरण इस आरोपी को ऐसे ही नहीं मिला बल्कि आरोपी ने इसे बाकायदा थाने से चुराया। वो भी तब जब एक अपराध के सिलसिले में उसे पूछताछ के लिये थाने ले जाया गया था। पुलिसवालों की नजर जरा सी चूकी नहीं की ये शातिर चोर इस डिजिटल डिवाइस को उठा कर रफूचक्कर हो गया। पकड़े गये आरोपी ने न सिर्फ ये डिवाइस चुराया बल्कि इस पर सेव किया गया बेहद अहम डेटा भी डिलीट कर दिया। वो भी इसलिये क्योंकि इस डिवाइस पर इस चोर की अपनी क्राइम कुंडली से जुड़ा रिकॉर्ड भी मौजूद था।
पुलिस पकड़ कर थाने ले गई तो इस शातिर ने थाने में ही कर दी चोरी, अपना पुराना रिकॉर्ड भी कर दिया गायब
नवी मुंबई इलाके में पुलिस ने एक बेहद शातिर चोर को एक ऐसे डिवाइस के साथ गिरफ्तार किया जिसे सिर्फ पुलिस ही इस्तेमाल कर सकती है। मजे की बात ये है कि ये उपकरण इस आरोपी को ऐसे ही नहीं मिला बल्कि आरोपी ने इसे बाकायदा थाने से चुराया। वो भी तब जब एक अपराध के सिलसिले में उसे पूछताछ के लिये थाने ले जाया गया था।
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• 07:37 PM • 24 May 2024
पुलिस स्टेशन में कर दी चोरी
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कोपरखैराने पुलिस थाने के सीनियर इंस्पेक्टर औधुंबर पाटिल ने बताया की 17 मई के रोज ये 22 साल का आरोपी एक नाबालिग के साथ बीच सड़क पर झगड़ा कर रहा था। पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिये थाने ले गई। पुलिसवालों ने आरोपी को पूछताछ के लिये थाने के अंदर बैठाया और अपने काम में लग गये। उन्हें दूर-दूर तक अंदाजा नहीं था कि आरोपी थाने के अंदर ही चोरी को अंजाम दे देगा। इसी बीच मौका देख कर आरोपी ने जांच में काम आने वाला पुलिस का डिजिटल डिवाइस (यथार्थ किट) चुरा लिया और थाने से फरार हो गया। पुलिस को बाद में पता चला की आरोपी ने जांच किट चोरी कर उससे सारा डेटा भी डिलीट कर दिया जिसकी वजह से पुलिस अपराधियों से जुड़ा अहम डेटा हमेशा के लिये गंवा बैठी।
चोरी और धोखाधड़ी का निकला पुराना रिकॉर्ड
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी ने जानबूझ कर थाने से डिजिटल डिवाइस चुराया क्योंकि उस डिवाइस में अपराध को लेकर उसका डेटा भी मौजूद था। नवी मुंबई में ही कुछ समय पहले इस आरोपी ने अपने दो साथियों के साथ मिल कर एक 82 साल के एनआरआई बुजुर्ग के साथ ठगी की थी जिसका डेटा भी इस डिवाइस में मौजूद था। आरोपी ने जानते बूझते हुए ये डेटा डिलीट किया ताकि उसके अपराध का रिकॉर्ड पुलिस की फाइलों से डिलीट हो जाए। नवी मुंबई की इस घटना में आरोपी ने बुजुर्ग को यकीन दिलाया था कि उसके खिलाफ पुलिस में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और तस्करी जैसे संगीन मामले दर्ज हैं और वो पैसों के एवज में उसकी मदद कर सकते हैं। इस तरह से आरोपी ने एनआरआई के साथ 32 लाख रुपये की ठगी की थी।पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया कि डिजिटल डिवाइस चुराने वाले मुख्य आरोपी समेत उसके दो साथियों के खिलाफ अब चोरी समेत धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक षड्यंत्र और धमकी देने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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