ब्रसेल्स में तैयार हुआ ब्लू प्रिंट
ब्रसेल्स में तैयार हो गया वर्ल्ड वॉर III का 'ब्लू प्रिंट' पुतिन को घेरने के लिए नाटो का घातक 'प्लान'
पुतिन को घेरने की नाटो का चक्रव्यूह, वर्ल्ड वॉर थ्री का नया प्लान, घातक प्लान तैयार, पुतिन के ख़िलाफ नाटो का ब्लू प्रिंट, ब्रसेल्स में ब्लू प्रिंट, NATO WORLD WAR PLAN PUTIN NATO BLUE PRINT BRUSSELS
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25 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:16 PM)
NATO WORLD WAR PLAN:'वर्ल्ड वॉर III' के लिए 30 देशों ने अपने हथियारों को पैना करना शुरू भी कर दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (VLADIMIR PUTIN) और उनकी बेलगाम ज़िद को घेरने के लिए ब्रसेल्स (BRUSSELS)में पूरा ब्लू प्रिंट (BLUE PRINT )तैयार हो गया है।
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ऐसे में बौखलाहट में आकर अगर ग़लती से भी रूस ने परमाणु का बटन दबाने की हिमाकत की तो फिर दुनिया वर्ल्ड वॉर की तबाही देखेगी।
ब्रसेल्स (BRUSSELS) में हुई नाटो (NATO) की बैठक में एक बात तो पक्की तौर पर तय हो गई है कि अब यूक्रेन को हर तरह की मदद में कोई रुकावट नहीं आने दी जाएगी। नाटो यूक्रेन को एंटी टैंक, एयर डिफेंस सिस्टम और ड्रोन की सप्लाई करता रहेगा। ऐसे में इस बात का अंदेशा अब ज़ोर पकड़ने लगा है कि इस जंग में दुनिया के सबसे घातक हथियारों का इस्तेमाल हो सकता है।
वर्ल्ड वॉर की दहलीज़ तक पहुँची जंग
NATO WORLD WAR PLAN: 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर पहली मिसाइल दागी थी और 30 दिन के बाद अब ये जंग परमाणु हथियार के इस्तेमाल की आशंका तक बढ़ गई है और मामला वर्ल्ड वॉर की दहलीज तक जा पहुँचा है
उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की नाटो-नाटो चिल्ला रहे थे, और रूस से लड़ने के लिए अमेरिका समेत पश्चिमी देशों से लगातार हथियार और गोला बारूद के साथ साथ दूसरी मदद की भी गुहार कर रहे थे। लेकिन पुतिन ने ये कहकर अमेरिका और नाटो देशों को अपने क़दम पीछे खींचने को मजबूर कर दिया था कि अगर कोई भी नाटो देश यूक्रेन युद्ध में कूदा, तो अंजाम इतना भयावय होगा कि इतिहास याद रखेगा।
पुतिन ने ऐसे बदला जंग का सीन
NATO WORLD WAR PLAN: इसके बाद ही पुतिन ने अपने न्यूक्लियर डिटेरेंस फोर्स को अर्लट करने की बात कहकर, जंग का पूरा सीन ही बदल दिया। धीरे धीरे हालात इस कदर बिगड़े कि अब युद्ध के एक महीने बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन खुलकर रूस के खिलाफ़ मोर्चा लेकर खड़े हो गए हैं।
नाटो की इमरजेंसी मीटिंग में अमेरिका समेत दुनिया के 30 देशों ने मंथन किया। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर नाटो के 30 देश, जी-7 के सात देश और यूरोपीय यूनियन के 27 देश मिलकर दबाव बना रहे हैं। साथ ही रूस को चारो तरफ से घेरने के लिए सेनाओं को चौकस कर रहे हैं। जबकि जी-7 देशों का मकसद है रूस पर आर्थिक प्रतिबंध बढ़ाना और यूरोपीय यूनियन के 27 देश रूस पर कूटनीतिक हमला करके उसे अपने ही घर में घेर देना चाहते हैं।
ये है नाटो देशों के प्लान की दिशा
NATO WORLD WAR PLAN: लेकिन रूस पर और खासतौर पर इस जंग को बेहद क़रीब से देखने वाले जानकारों का कहना है कि नाटो देशों का ये प्लान असल में इस जंग को वर्ल्ड वॉर की तरफ ले जा रहा है।
नाटो का फैसला यही है कि यूक्रेन को एंटी टैंक मिसाइल के साथ साथ एयर डिफेंस सिस्टम तो दिया ही जाएगा साथ ही ड्रोन की सप्लाई भी बढ़ा दी जाएगी ताकि रूसी सेना के ख़िलाफ यूक्रेन अपनी हिफाज़त कर सके।
लेकिन ब्रसल्स में जिस बात पर नाटो देशों में रज़ामंदी हुई है वो है रूस की परमाणु धमकी को लेकर की जाने वाली तैयारी। नाटो पर नज़र रखने वाले जानकार कहते हैं कि नाटो ने रूस को तगड़ी चोट देने और उसे डराने के मकसद से ही समंदर से घातक हमला करने का प्लान बनाया गया है। यानी अगर रूस यूक्रेन से आगे बढ़ने की हिम्मत करता है या फिर परमाणु हमला करता है तो उसके खिलाफ नाटो देश चारो तरफ से उस पर हमला बोल देंगे। ये वही सूरत है जब दुनिया में वर्ल्ड वॉर छिड़ जाएगा।
रूस के रोकने की तेज हुई प्लानिंग
NATO WORLD WAR PLAN: सामने आए नाटो के प्लान के मुताबिक रूस के बॉर्डर पर ग्राउंड फोर्स को बढ़ाने की तैयारी शुरू हो गई है। साथ ही साथ आसमान में फाइटर प्लेन के स्कॉर्डर्न भी बढ़ाए जा रहे हैं।
रूसी सेना किसी भी सूरत में यूक्रेन से आगे न बढ़ सके इसके लिए नाटो के देशों ने बैटल ग्रुप बनाने और उन्हें तैनात करने का इरादा किया है। इसके लिए बुल्गारिया, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया में नए बैटल ग्रुप की तैनाती का प्लान है जबकि यूरोप के अलग अलग हिस्सों में अमेरिका के एक लाख और नाटो देशों के 40 हज़ार सैनिक और तैनात होंगे। जिससे रूसी सेना को जहां की तहां रोका जा सके।
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