NCRB Report 2022: एनसीआरबी (NCRB)का डाटा सामने आ गया है। हत्या के मामलों की बात की जाए तो पूरे देश में हत्या के करीब 28 हजार केस दर्ज हुए। उत्तर प्रदेश में हत्या के 3,491 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जो हत्या के मामले में देश की अपराध दर का 1.5 प्रतिशत है।
NCRB Report 2022 : साल 2022 में साल 2021 के मुकाबले कम हत्याएं हुई! रोजाना हुए कत्ल की 78 वारदातें, देश भर में हुए अपराध का डाटा आया सामने
NCRB Report 2022 : एनसीआरबी का डाटा सामने आ गया है। हत्या के मामलों की बात की जाए तो पूरे देश में हत्या के करीब 28 हजार केस दर्ज हुए।
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NCRB Report 2022
06 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 6 2023 3:00 PM)
आंकड़ों के मुताबिक, रोजाना 78 कत्ल की वारदातें हुई। यानी हर घंटे 3 वारदाते। जांच में ये भी बात सामने आई कि करीब 9 हजार मामलों में हत्या की वजह मामूली विवाद था। करीब 3 हजार मामलों में हत्या की वजह व्यक्तिगत दुश्नमनी, जब कि 1884 मामलों में लालच की वजह से हत्याएं हुई। इसके अलावा बाकी मामलों में वजहें अलग-अलग थी।
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चार दिसंबर को राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की गई थी। 2021 में 29,272 और 2020 में 29,193 मर्डर केस दर्ज हुए थे। यानी साल 2022 में मर्डर के केस 2021 के मुकाबले कम दर्ज हुए।
यूपी सबसे आगे
पिछले साल उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 3,491 एफआईआर की गईं, उसके बाद बिहार में 2,930, महाराष्ट्र में 2,295, मध्य प्रदेश में 1,978 और राजस्थान में 1,834 मुकदमें दर्ज किए गए।
इन शीर्ष पांच राज्यों में हत्या के 43.92 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए। जिन राज्यों में हत्या के कम मामले दर्ज किए गए, उसमे सिक्किम (9), नागालैंड (21), मिजोरम (31), गोवा (44), और मणिपुर (47) शामिल है।
वहीं, केंद्र शासित प्रदेशों में, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 2022 में हत्या के 509 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद जम्मू-कश्मीर (99), पुडुचेरी (30), चंडीगढ़ (18), दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव (16), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (7), लद्दाख (5) और लक्षद्वीप (शून्य) केस दर्ज हुए।
पीड़ितों में 70 फीसदी पुरुष
वहीं, जिन लोगों की हत्याएं हुई, उनमें करीब 95 फीसदी वयस्क थे। कुल हत्या पीड़ितों में से 8,125 महिलाएं और नौ तीसरे जेंडर के व्यक्ति थे। पीड़ितों में करीब 70 प्रतिशत पुरुष थे।
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