Morbi bridge Case Chargesheet: मोरबी झूलता ब्रिज हादसे की चार्जशीट में कई खुलासे हुए हैं। चार्जशीट के मुताबिक, झूला पुल के 49 में से 22 केबल में झंग लगी हुई थी। साथ-साथ तकनीकी संस्थान से पुल की मजबूती का स्टेबिलिटी सर्टिफिकेट भी नहीं लिया गया था। इसके लिए सीधे सीधे ओरेवा कंपनी के एमडी जयसुख पटेल को जिम्मेदार ठहराया गया है।
Morbi bridge News: मोरबी झूलता ब्रिज की 22 केबलों में लगी थी जंग! चार्जशीट में कई खुलासे!
Morbi bridge Case Chargesheet: मोरबी झूलता ब्रिज हादसे की चार्जशीट में कई खुलासे हुए हैं। चार्जशीट के मुताबिक, झूला पुल के 49 में से 22 केबल पर झंग लगी हुई थी।
ADVERTISEMENT
31 Jan 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:35 PM)
हाल ही में मोरबी केस से संबंधित चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई। इस चार्जशीट में ओरेवा कँपनी के एमडी जयसुख को भगोड़ा बताया गया है। चार्जशीट के मुताबि, पुल की मरम्मत के नियमों को दरकिनार करते हुए आठ से 12 महीने के बजाय छह महीने के भीतर पुल को फिर से खोल दिया गया था। 2008 में नौ साल के लिए 300 रुपए के कानूनी दस्तावेज पर समझौता हुआ था।
ADVERTISEMENT
चार्जशीट के अनुसार, दुर्घटना के समय 400 से अधिक लोगों को पुल पार करने की अनुमति दी गई थी। इस पुल की मरम्मत का काम तकनीकी आदमियों की जगह लोकल फेब्रिकेटर को दिया गया था। अपने निजी फायदे के लिए ओरेवा कंपनी ने वक्त से पहले ही ब्रिज को लोगों के लिए शुरू कर दिया था। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि हादसे के बाद ऑरेवा ग्रुप ने बचाव कार्यों में सहयोग नहीं किया।
गौरतबल है इस हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी।
ADVERTISEMENT