अरावली जिले के गोदखुला गांव में रहने वाले रमेश के घर में अचानक धमाका हो गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि उसकी आवाज गांव में दूर-दूर तक सुनाई दी। धमाके की आवाज सुनकर जब गांववाले वहां पहुंचे तो घर में रहने वाले चारों लोग घायल पड़े हुए थे। घायलों में रमेश उसकी पत्नी संगीता और दो बेटियां थी। सभी को अस्पताल ले जाया गया जहां पर रमेश को मृत घोषित कर दिया गया।
फौजी दोस्त ने गिफ्ट में दिया था ग्रेनेड चिमटे से खींच रहा था पिन, ग्रेनेड फटा बाप-बेटी की मौत
man gifted grenade to friend, blast killed friend and daughter
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03 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)
29 अगस्त को धमाके में घायल रमेश की दो साल की बेटी स्वीटी की भी मौत हो गई जबकि पत्नी और 11 साल की बेटी का इलाज अस्पताल में चल रहा है। धमाके की खबर जब पुलिस को लगी तो इस मामले की जांच स्पेशल ऑपरेशनस ग्रुप को सौंपी गई। मौके पर पहुंची SOG की टीम ने जांच करना शुरु किया तो उन्हें लगा कि ये धमाका किसी देशी बम से नहीं बलकि किसी ग्रेनेड से हुआ है।
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जांच को आगे बढ़ाते हुए SOG की टीम ने कई लोगों से पूछताछ की, परिवार के और भी लोगों से पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया कि ये धमाका ग्रेनेड से ही हुआ है और रमेश के दोस्त विनोद और जिग्नेश को ये ग्रेनेड एक तालाब से मिले थे। हालांकि पुलिस को यकीन नहीं हो रहा था कि आखिर गांव के तालाब में ग्रेनेड कहां से आ सकता है।
पुलिस ने रमेश के सोशल मीडिया की तस्वीरें खंगालना शुरु किया तो पुलिस के हाथ एक फोटो लगी जिसमें रमेश अपनी कमर में ग्रेनेड टांग कर घूम रहा है। जब परिवार से और पूछताछ की गई तो परिवार ने कबूल किया कि रमेश को ये ग्रेनेड उसके एक दोस्त ने मार्च में दिया था। रमेश का ये दोस्त भारतीय सेना में जवान है और उसकी पोस्टिंग जम्मू और कश्मीर में है।
मार्च में जब वो आया था तो अपने साथ ग्रेनेड लेकर आया था और गिफ्ट के तौर पर ग्रेनेड उसने रमेश को दिया था। 28 अगस्त को रमेश इस ग्रेनेड की पिन चिमटे से निकालने की कोशिश कर रहा था जिस दौरान ग्रेनेड फट गया और इसकी चपेट में रमेश और उसका पूरा परिवार आ गया।
पुलिस के मुताबिक जो ग्रेनेड रमेश को दिया गया था उसका इस्तेमाल आतंकी ऑपरेशन में किया जाता है और ये बेहद ही खतरनाक ग्रेनेड था। फिलहाल पुलिस की एक टीम रमेश से पूछताछ करने के लिए जम्मू-कश्मीर गई है ।
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