मर्डर की अजीबोगरीब मनोकामना, 11 दिन तक रखा व्रत फिर अपने ही दोस्त को निपटा दिया, पुलिस ने बताई ये वजह..

Madhya Pradesh Crime News: दिव्यांशु ने सबसे पहले श्रावण मास में 11 दिनों का व्रत रखा और व्रत संपन्न होने के अगले दिन यानी 1 अगस्त को साथी राहुल विश्वकर्मा और दो अन्य लोगों संग मिलकर शिवम मिश्रा की हत्या कर डाली। क्या कोई लड़की के चक्कर में किसी को मौत के घाट उतार सकता है और वो भी इतनी बेहरमी से तो इसका जवाब है हां। इस मर्डर में उसके दोस्तों ने क्यों दिया आरोपी का साथ? बेहद दिलचस्प है ये कहानी।

मृतक और आरोपियों की तस्वीर

मृतक और आरोपियों की तस्वीर

• 06:39 PM • 07 Aug 2024

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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छतरपुर में 'भक्त' बना कातिल

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श्रावण मास में मांगी मर्डर की मनोकामना

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दोस्त का कत्ल कर लाश नदी में फेंकी

लोकेश चौरसिया के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Madhya Pradesh: क्या आपने कभी सुना है कि कोई मर्डर करने से पहले बाकायदा व्रत रखे और उसके बाद मर्डर करे। सुन कर यकीन नहीं होता लेकिन ये वाकया बिल्कुल सच है। एक आरोपी ने मर्डर करने से पहले श्रावण मास में 11 दिनों का व्रत रखा, ताकि उसकी मनोकामना पूरी हो जाए। और इसके बाद उसने अपनी मन की कामना पूरी की यानी मर्डर को अंजाम दे दिया। इस सिलसिले में पुलिस ने ऐसे 'भक्त' यानी आरोपी और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी दो आरोपियों की तलाश जारी है।

दिमाग को कुलबुूला देने वाला ये मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर में हुआ। यहां सिविल लाइन थाना इलाके में शिवम नाम का 26 साल का लड़का अपने परिवार के साथ रहता था। 1 अगस्त को घर से बाइक से निकला शिवम अचानक गायब हो गया। उसके परिवार ने उसे तलाशने की भरपूर कोशिश की। उसके दोस्तों को भी फोन किए, लेकिन उसका कुछ भी अता पता नहीं चला। आखिरकार परेशान होकर शिवम के पिता ने देर रात सिविल लाइन थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस बीच परिवार के बेटे के गायब होने पर घर में कोहराम मचा था।

लड़की के चक्कर में मर्डर, परिवार के पैरों तले खिसकी जमीन

पुलिस ने शिवम के फोन की डिटेल खंगालना शुरू की तो पता चला कि शिवम ने आखिरी कॉल अपने एक परिचित को की थी। उससे पूछताछ में पता चला कि आखिरी बार शिवम दिव्यांशु और राहुल समेत अपने कुछ दोस्तों के साथ देखा गया था। शक के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले इस सिलसिले में दिव्यांशु पालिया को पकड़ा। उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सारा राज खोल दिया। दिव्यांशु ने बताया कि एक लड़की की वजह से उसका शिवम से झगड़ा हुआ था। ये बात उसके मन में बैठ गई थी। दिव्यांशु ने बदला लेने की नीयत से शिवम के मर्डर की साजिश रच डाली। इसमें उसने राहुल को शामिल किया। इसके लिए बाकायदा दिव्यांशु ने 11 दिनों तक व्रत रखा। 

ऐसे मारा शिवम को.. पहले व्रत, फिर मर्डर

पुलिस कप्तान अगम जैन के मुताबिक, दिव्यांशु ने सबसे पहले श्रावण मास में 11 दिनों का व्रत रखा और व्रत संपन्न होने के अगले दिन यानी 1 अगस्त को साथी राहुल विश्वकर्मा और दो अन्य लोगों संग मिलकर शिवम मिश्रा की हत्या करने का प्लान बनाया। प्लान ये बनाया गया कि शिवम को राहुल की दुकान पर बुलाया जाएगा और वहीं उसका मर्डर किया जाएगा। राहुल विश्वकर्मा की सीसीटीवी कैमरे की दुकान है। शिवम राहुल को भी जानता था। उसने सीसीटीवी कैमरा सुधारने के बहाने शिवम मिश्रा को अपनी दुकान पर बुलाया। दुकान पर पहले से ही प्लान के तहत सभी आरोपी मौजूद थे। आरोपियों ने शिवम को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी मौत हो गई। मौके पर खून फैल चुका था। चारों ने पहले खून को साफ किया। उस वक्त रात के 9 बज रहे थे। अब आरोपियों का मकसद था कि लाश को ठिकाने लगाया जाए। वो इस बात से डरे भी हुए थे कि लाश ठिकाने लगाने के दौरान वो पकड़े न जाएं। 

नदी में बहा दिया लाश को

चारों आरोपियों ने पहले शिवम के हाथ और पैर रस्सी से बांधे। इसके बाद उसकी लाश को कार में डाल दिया। आरोपी कार लेकर गरौली की धसान नदी के पुल पर पहुंचे। यहां थोड़ी-थोड़ी देर में गाड़ियां निकल रही थी। जैसे ही आरोपियों को मौका मिला, उन्होंने शिवम की लाश को नीचे नदी में फेंक दिया।

बाइक को कुएं में फेंका

इसके बाद नंबर आया शिवम की बाइक को ठिकाने लगाने का। आरोपियों ने मृतक की बाइक को पास में ही बने कुएं में फेंक दिया ताकि पुलिस के हाथ कोई सबूत न लगे। इसके बाद आरोपी भाग गए। वो देर रात अपने-अपने घर पहुंच गए ताकि किसी को शक न हो।

कुल चार आरोपी थे मर्डर में शामिल

पुलिस ने मुख्य आरोपी दिव्यांशु पालिया और राहुल विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर नदी में सर्च आपरेशन चलाया गया। जांच में दो और आरोपियों के नाम भी सामने आए। शिवम मिश्रा की तलाश में SDRF टीम और थाना पुलिस टीम की ओर से धसान नदी में तलाशी अभियान चलाया गया। नदी में पानी का बहाव ज्यादा होने होने से शिवम मिश्रा की लाश तलाशने में काफी दिक्कत हुई। मगर आखिरकार पुलिस टीमों ने अलीपुरा थाना इलाके के गंजकरारा गांव के पास धंसान नदी में शिवम मिश्रा की लाश बरामद कर ली। इसके बाद शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। बाद में शव को उसके परिजनों को सौंप दिया। बाकी दोनों आरोपियों की तलाश जारी है। 
 

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