Lawyer Murder Update: बुधवार का दिन था और गाजियाबाद शहर में रक्षाबंधन की गहमागहमी सरेआम देखी जा सकती थी। हालांकि दो दिन की रक्षा बंधन का त्योहार की छुट्टी के बावजूद सदर तहसील में अच्छी खासी हलचल थी।
Ghaziabad Lawyer Murder: तेरा रक्षाबंधन खराब कर दूंगा, पहले फोन पर आई थी ये धमकी, फिर खबर आई गोली मार दी
Ghaziabad lawyer murder: गाजियाबाद में सदर तहसील में घुसकर एक वकील को दिन दहाड़े सरेआम गोली मारने वाली इस वारदात के बाद हुआ खुलासा बेहद सनसनीखेज है।
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मनोज चौधरी उर्फ मोनू जिसकी गाजियाबाद तहसील में हत्या हो गई
31 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 31 2023 10:10 AM)
रोज की ही तरह तहसील में लोगों की आवाजाही थी । वकीलों के चैंबर में लोगों का आना जाना बना हुआ था। दोपहर के वक़्त लंच का टाइम हो रहा था। ऐन उसी वक़्त तहसील के गेट से एक मोटरसाइकिल दाखिल हुई, जिस पर दो सवार थे। मगर दोनों के ही मुंह पर रुमाल बंधा हुआ था और दोनों ने ही हेलमेट नहीं पहना था। यही कोई 1.45 बजे के आस पास का वक्त था। मोटरसाइकिल से उतरकर दोनों सवार तहसील के चैंबर नंबर 95 के बाहर पहुँचे। तहसील के दबंग वकील मनोज चौधरी उर्फ मोनू चौधरी के चैंबर के बाहर दोनों कुछ इस तरह से खड़े हुए कि वहां से गुजरने वाले को किसी भी तरह का कोई शक भी नहीं हुआ। चैंबर के भीतर मोनू चौधरी ने बस अपना टिफिन खोलकर खाने का पहला निवाला ही तोड़ा था कि उन्हें चैंबर के बाहर कुछ आहट हुई तो भीतर से ही आवाज लगाकर दोनों को बुला लिया। उस वक़्त वहां मनोज चौधरी के अलावा मुंशी जितेंद्र और गौरव के अलावा मुनेश त्यागी मौजूद थे। और जैसे ही दोनों चैंबर के भीतर दाखिल हुए तहसील में हंगामा मच गया। पूरी तहसील गोलियों की आवाज से थर्रा उठी। ताबड़तोड़ चार से पांच राउंड फायरिंग ने पूरी तहसील को दहला कर रख दिया था।
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10 सेकंड में वारदात
इसके बाद दोनों रुमाल से बंधे चेहरे वाले लोग चैंबर से बाहर निकले और बड़ी आसानी से उसी मोटरसाइकिल से वहां से चले भी गए। सबसे हैरानी की बात ये है कि ये सब कुछ महज 10 सेकंड में हो गया। लेकिन इस मामले में सबसे बड़ा खुलासा उस वक़्त हुआ जब मृतक मोनू चौधरी की पत्नी ने पुलिस को ये बताया कि उनके पास एक फोन आया था जिसमें हत्या करने वालों ने उन्हें धमकी दी थी कि तुम्हारा रक्षा बंधन खराब कर दूंगा...और उन्होंने रक्षा बंधन खराब कर दिया। रक्षा बंधन वाले रोज ही चार बहनों के इकलौते भाई को हत्यारों ने मौत के घाट उतार दिया।
हत्या से चंद घंटे पहले लिखी स्क्रिप्ट
बकौल पुलिस हत्या की वारदात और मरने वाले मोनू चौधरी की पत्नी की बातों के बाद ये अंदाजा मिला है कि हत्या की ये पूरी स्क्रिप्ट वारदात से चंद घंटे पहले ही तैयार की गई और उसे अंजाम भी दे दिया गया। लेकिन पुलिस ने जब तहसील में लगे तमाम सीसीटीवी फुटेज को देखा और मोनू चौधरी की बहन को भी वो फुटेज दिखाए तो उन्हें इस बात को समझने में देर नहीं लगी कि ये हत्या की वारदात खुद उनके पति और देवर ने मिलकर अंजाम दी है।
बहन और बीवी ने की पहचान
हत्या की इस वारदात के बाद से ही जिले में हंगामा मचा हुआ है और तहसील को लेकर सियासत भी गर्माने लगी है। तहसील में घुसकर एक वकील को गोली से उस वक्त छलनी कर दिया जब वो अपना दोपहर का खाना खाने ही जा रहे थे। बताया जा रहा है कि फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस ने पहचान तो कर ली है और दबिश भी दे रही है लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली है।
आपसी रंजिश में हत्या
इसी बीच मनोज चौधरी की पत्नी कविता चौधरी ने जो एफआईआर लिखवाई उससे ये केस निजी रंजिश का ज्यादा मालूम पड़ता है। मोनू चौधरी की पत्नी कविता चौधरी की तरफ से लिखवाई गई एफआईआर में मोनू के जीजा अमित डागर, जीजा के भाई नितिन डागर के अलावा अनुज, पालू उर्फ अमित के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस ने छह अलग अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है जिसमें दफा 302 भी शामिल है। एफआईआर के मुताबिक कविता चौधरी की ननद यानी मनोज की बहन सरिता चौधरी की शादी अमित डागर से हुई थी। अमित डागर नोएडा के कोर्ट में वकालत करता है। जबकि उसका परिवार चिरंजीव विहार गाजियाबाद में रहता है। लेकिन शराब पीने की बुरी आदत की वजह से अक्सर अमित डागर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट करता है।
बीवी छोड़कर भाई के पास चली गई थी
इसी सिलसिले में खुद अमित की बीवी सरिता ने 2010 में उसके खिलाफ दहेज एक्ट में केस दर्ज करवाया था। लेकिन इसके बावजूद हालात नहीं बदले बल्कि जब घरवालों ने ज़्यादा ज्यादती शुरू कर दी तो अमित डागर की पत्नी सरिता बच्चों के साथ अपने भाई के घर पर ही रहने लगी। इसी बात को लेकर अमित डागर ने मोनू चौधरी से रंजिश पाल ली थी। और आए दिन अपनी बीवी को फोन देकर धमकी दिया करता था। लेकिन रक्षा बंधन वाले रोज सुबह अमित डागर ने कविता को फोन किया और कहा कि तेरा रक्षा बंधन खराब कर देंगे। कविता के मुताबिक इस धमकी के बावजूद हम ये नहीं समझ पाए कि इनका इरादा क्या है। पता ये भी चला है कि अमित ने मोनू चौधरी को भी फोन करके धमकाया था। और फिर दोपहर में खबर आई कि मोनू चौधरी को चैंबर में ही गोली मार दी।
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