देश को अंग्रेज़ों से आज़ादी तो सन 47 में मिल गई थी लेकिन गोवा अभी भी गुलाम था। यूं तो गोवा की आज़ादी की शुरुआत 1946 में ही हो गयी थी, महात्मा गांधी ने तमाम राजनीतिक पार्टियों से एकजुट होकर गोवा को आज़ाद करने का आह्वान किया था ताकि हिंदुस्तान के आज़ाद होने के 14 बरस बाद गोवा को पुर्तगालियों से आजाद कराया जा सका। लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर गोवा के रहने वाले थे, यही वजह थी कि लताजी को गोवा से ख़ास ज़ज्बाती जुड़ाव था।
लता मंगेशकर ने दिलाई थी 'आज़ादी'? बहुत लोगों को नहीं पता है ये 'सच'!
लता मंगेशकर ने दिलाई थी 'आज़ादी'? बहुत लोगों को नहीं पता है ये सच! lata mangeshkar role in freedom
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06 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:13 PM)
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गोवा की आज़ादी में लता दीदी का रोल
संगीत की दुनिया में जाना माना नाम बन चुकी लता मंगेशकर के पास एक बार संगीतकार सुधीर फ़डके आये और कहा कि गोवा के क्रांतिकारियों के संघर्ष के लिए पैसे इकट्ठा करने की ज़रूरत है, तो वो फौरन ही राज़ी हो गईं। दो मई, 1954 में पुणे में एक कॉन्सर्ट में उन्होंने भाग लिया और उसके ज़रिये पैसों का इंतजाम किया गया। ताकि गोवा की आज़ादी के आंदोलन में इन पैसों का इस्तेमाल किया जा सके।
भारत सरकार ने 18 दिसंबर, 1961 को भारतीय सेना ने गोवा की मुक्ति के लिए ऑपरेशन विजय शुरू कर दिया, हालांकि भारतीय सेना की कार्रवाई 11 दिसंबर को ही शुरू हो गयी थी पर 18 दिसंबर को सेना ने तीन तरफ़ा आक्रमण कर दिया। उत्तर गोवा में सावंतवाडी से, दक्षिण में कारवार से और पूर्व में बेलगाम की तरफ़ से। बेहद कम संघर्ष हुआ, पुर्तगाली सेना ने जल्द ही समर्पण कर दिया। और 36 घंटों के अंदर गोवा के गवर्नर जनरल मैन्युअल वैसेलो ई सिल्वा ने बिना शर्त समर्पण कर दिया।
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