राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और समस्तीपुर के हसनपुर से राजद विधायक तेज प्रताप यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं, बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान गलत शपथ पत्र देने एवं संपत्ति का विवरण छिपाने के आरोप में तेज प्रताप यादव के खिलाफ समस्तीपुर जिले के रोसड़ा थाने में केस दर्ज कराया गया है। तेज प्रताप पर आरोप है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने गलत शपथ पत्र दाखिल करके चुनाव लड़ा था, बताया जा रहा है कि इस मामले में उनपर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है।
लालू प्रसाद यादव के बेटे पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार!
लालू प्रसाद यादव के बेटे पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार! lalu son can be arrested for giving wrong information
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30 Dec 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:11 PM)
तेज प्रताप यादव ने हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी के तौर पर 13 अक्टूबर 2020 को नामांकन का पर्चा दाखिल किया था, नामांकन दाखिल करते वक्त तेज प्रताप यादव ने शपथपत्र में अचल संपत्ति की गलत जानकारी दी थी। इसकी शिकायत बिहार प्रदेश जदयू ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की थी, जदयू की शिकायत में जिन परिसंपत्तियों की जानकारी दी गई है। जांच में उसका गोपालगंज जिले में होना बताया गया है, ये सारी संपत्ति तेज प्रताप यादव के नाम से रजिस्टर्ड है।
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जांच में यह पता लगा कि शपथ पत्र में दी गई परिसंपत्तियों से या मेल नहीं खाती हैं, सीबीडीटी की रिपोर्ट के बाद निर्वाचन आयोग की ओर से राजद विधायक को शो कॉज नोटिस भेजा गया था। लेकिन, राजद विधायक तेज प्रताप यादव ने निर्धारित अवधि में इसका जवाब नहीं दिया, इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी सह जिलाधिकारी समस्तीपुर में हसनपुर के निर्वाचित पदाधिकारी को इस पूरे मामले को लेकर केस दर्ज करने का आदेश दिया था। अब इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
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