लखीमपुर खीरी मामला : कौन चला रहा था कार, क्यों हुए थे फरार ? SIT के सवाल, आशीष को गिरफ्तार कर जेल भेजा

Lakhimpur Kheri case: Who was driving the car, why were they absconding? Ashish Mishra could not answer the questions raised by the SIT Ashish arrested and sent to jail

CrimeTak

10 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:07 PM)

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संतोष के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri violence) में हुई हिंसा के मामले में एक हफ्ते बाद आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर ही लिया। आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे हैं। आशीष मिश्रा को शनिवार को एसआईटी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। उनसे 12 घंटे तक एसआईटी ने सवाल-जवाब किए। कुछ सवालों के जवाब उन्होंने दिए, लेकिन कई सारे जवाब नहीं दिए।

डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने भी बताया कि आशीष मिश्रा ने कई सारे सवालों के जवाब नहीं दिए, जिस कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आखिर 12 घंटे में ऐसे कौन-से सवाल थे, जो एसआईटी ने आशीष मिश्रा से पूछे?

सवालः कार्यक्रम में आ रहे वीवीआईपी का रूट बदल गया है इसकी जानकारी क्या आपको थी?

आशीष मिश्राः पहले जिस रूट से वीवीआईपी आ रहे थे उसकी जानकारी मुझे थी। बदले रूट के बारे में जानकारी कुछ देर पहले ही हुई थी।

सवालः जिस वक्त ये घटना हुई उस वक्त तुम कहां थे?

आशीष मिश्राः जिस वक्त ये घटना हुई उस समय मैं कार्यक्रम स्थल पर ही था। मैं दंगल का आयोजन करवा रहा था। वीवीआईपी के आने के इंतजामों में लगा हुआ था।

सवालः दोपहर 2:36 से 3:30 के वक्त तुम कहां थे?

आशीष मिश्राः उस वक्त भी मैं कार्यक्रम स्थल पर ही मौजूद था, कहीं नहीं गया था।

सवालः लेकिन लोगों का कहना है कि तुम इस वक्त के दौरान गायब थे। कार्यक्रम में नहीं थे?

आशीष मिश्राः नहीं, मैं कार्यक्रम स्थल पर ही था। बीच-बीच में मैं थोड़ी देर के लिए कार्यक्रम स्थल के बगल में बनी अपनी एक राइस मिल तक जाता था उसके बाद फिर वापस आ जा रहा था।

सवालः जो थार जीप हिंसा में क्षतिग्रस्त हुई, जलाई गई उसको कौन चला रहा था? उसमें कौन-कौन बैठा था और पीछे की फॉर्च्यूनर स्कॉर्पियो किसकी थी?

आशीष मिश्राः थार जीप मेरी है। हमारा ड्राइवर हरिओम मिश्रा चला रहा था। पीछे फॉर्च्यूनर हमारे मित्र और बीजेपी कार्यकर्ता अंकित दास की है। वो मुख्य अतिथि को कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए निकले थे। लेकिन कहां गए मुझे नहीं पता। घटना के बाद से ही वो मेरे संपर्क में नहीं है।

सवालः तुम तीनों गाड़ियों में से कौन सी गाड़ी में थे?

आशीष मिश्राः मैं कह चुका हूं कि मैं कार्यक्रम स्थल पर ही था। मैं कार्यक्रम छोड़कर कहीं नहीं गया।

सवालः प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि थार जीप तुम ही चला रहे थे?

आशीष मिश्राः नहीं, थार जीप में मैं नहीं था। मैं किसी भी गाड़ी में नहीं था। मैंने इन गाड़ियों को वीवीआईपी को लाने के लिए भेजा था।

सवालः अगर तुम घटनास्थल पर नहीं थे तो फिर एफआईआर दर्ज होने के बाद गायब क्यों हो गए थे? बीते 48 घंटे में तुम कहां-कहां रहे?

आशीष मिश्राः मैं गायब नहीं हुआ था. मैं जिले में ही था। मैं अपने गांव बलबीर पुर में ही था। मेरी कुछ तबीयत खराब हो गई थी इसलिए आराम कर रहा था।

सवालः जिस वक्त हिंसा हुई, कार्यक्रम स्थल पर थे उसका कोई सबूत क्यों नहीं है?

आशीष मिश्राः मैं पूरे कार्यक्रम के दौरान वहीं मौजूद था। कहीं नहीं गया। मुझे नहीं पता था कि हिंसा में मेरा नाम आ जाएगा। पूरे कार्यक्रम के वीडियो जो मुझे मिले हैं मैंने आपको दिए हैं।

सवालः गाड़ी के अंदर से दो कारतूस मिले हैं। ये किसके हैं? कौन असलहा लेकर चलता है? किसको असलहे से लैस कर तुमने कार्यक्रम के लिए भेजा था?

आशीष मिश्राः मैं जब गाड़ी में रहता हूं तब अपने असलहे लेकर चलता हूं, लेकिन जब मैं नहीं रहता तो गाड़ी में कोई असलहा नहीं रहता।

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