रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस में एनआईए को बड़ी कामयाबी, साजिशकर्ता मुज्म्मिल गिरफ्तार

Karnataka: रामेश्वरम कैफे केस में एनआईए ने मुख्य साजिशकर्ता मुजम्मिल को तीन राज्यों में हुई छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया।

Photo

Photo

28 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 28 2024 8:17 PM)

follow google news

Rameshwaram Blast Update: रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस में एनआईए ने आज एक मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी की है। आरोपी मुजम्मिल शरीफ को एनआईए ने कई राज्यों में एक साथ हुए छापों के बाद गिरफ्तार किया है। एनआईए की टीम को ये सफलता कुल 18 ठिकानों पर छापे मारने के बाद मिली। जिनमें कर्नाटक के 12 ठिकाने, तमिल नाडु के 5 और उत्तर प्रदेश का एक ठिकाना शामिल था।

18 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी

एनआईए की टीम को रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट की जांच 3 मार्च 2024 को सौंपी गई थी। इसी के बाद जांच एजेंसी ने मुसव्विर शाजेब हुसैन और अब्दुल मतीन ताहा की पहचान प्रमुख साजिशकर्ता के तौर पर की। ताहा की तलाश एनआईए एक और पुराने केस में कर रही थी। फिलहाल हुसैन और ताहा दोनों फरार हैं। 

छापेमारी में मिले अहम सबूत

एनआईए की तफ्तीश के मुताबिक मुजम्मिल शरीफ ने रामेश्वरम कैफे में विस्फोटक रखने में शाजेब हुसैन और अब्दुल मतीन ताहा की सीधे तौर पर मदद की थी। आज एनआईए ने तीनों आरोपियों के घर, दुकान और दूसरे सम्बंधित ठिकानों पर छापे मारे जिसमें कैश, डिजिटल डिवाइस और दूसरे अहम सबूत जांच एजेंसी के हाथ लगे।

हुसैन और ताहा अब भी फरार

अब एनआईए सक्रियता से बाकी बचे दो प्रमुख आरोपियों हुसैन और ताहा की तलाश में जुटी है। 1 मार्च 2024 को आईटीपीएल रोड, ब्रूकफील्ड, बेंगलुरु में हुए आईईडी बम धमाके में कई ग्राहक और होटल के स्टाफ मेंबर जख्मी हुए थे। साथ ही अपने साउथ इंडियन खाने के लिए मश्हूर रामेश्वरम कैफे में खासा नुकसान हुआ था। 
 

    follow google newsfollow whatsapp