लानत है ऐसी औलाद पर! 70 साल के बुज़ुर्ग मां-बाप को पीटकर घर से निकाला। कमिश्नर ने सिखा दिया 'सबक'

kanpur parents beaten out police-commissioner Aseem Arun sympathy beta bahu sent to jail

CrimeTak

02 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)

follow google news

कानपुर (Kanpur) से रिश्तों को शर्मशार करने वाली एक घटना में बेटे-बहू ने अपने 70 साल के बुजुर्ग मां-बाप को पीटकर घर से बाहर निकाल दिया। बेसहारा बुजुर्ग दंपति ने रोते-बिलखते चौकी इंचार्ज से लेकर डीसीपी तक गुहार लगाई लेकिन सभी बहरे बने हुए थे। आखिर में पुलिस कमिश्नर असीम अरुण (Aseem Arun) का दरवाजा खटखटाया।

झुकी कमर, चेहरे पर झुर्रियां और आंखों में आंसुओं का सैलाब लेकर कानपुर पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में बुजुर्ग दंपति की कहानी ने सभी को हैरान कर दिया, पुलिस कमिश्नर असीम अरुण को जब इन बुजुर्ग दंपति ने बताया कि उम्र के आखिरी पड़ाव पर उनके बेटे और बहू ने घर से बाहर निकाल दिया है। हड्डियों में अब इतनी जान नहीं है कि वे कुछ काम करके अपना पेट भर सकें, वे जायें तो आखिर कहां जाएं? 

बुजुर्ग दंपति की इस कहानी को सुनने के बाद पुलिस कमिश्नर का दिल भी पसीज गया और वे खुद इन दोनों को साथ लेकर बेटे और बहू के घर पहुंच गए। कमिश्नर के आदेश पर पुलिस बेटे-बहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। और बुजुर्ग दंपति को उनका घर वापस दिला दिया।

मामला कानपुर के जेके कॉलोनी जाजमऊ का है। जहां बुजुर्ग अनिल कुमार शर्मा (70 साल) और उनकी पत्नी कृष्णा देवी अपने बेटे-बहू के साथ रहते हैं। बेटे-बहू ने पीटकर अपने माता पिता को घर से बेदखल कर दिया। जब बात कमिश्नर तक पहुंची और असीम अरुण बुजुर्ग दंपति को लेकर मौके पर पहुंचे, तो उनकी बताई गई हर बात सच निकली। पुलिस कमिश्नर ने बुजुर्ग दंपति के कमरे का ताला खुलवाया। इतनी फोर्स देखकर घर में मौजूद बेटे अभिषेक और बहू मनीषा दंग रह गए और उनकी कलई खुल गई।

मौके से ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। और बुजुर्ग मां-बाप की तहरीर पर बेटे बहू के खिलाफ चकेरी थाने में एफआईआर दर्ज करके जेल भेज दिया गया। कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण की सोशल मीडिया पर तारीफ हो रही है। बुजुर्ग दंपति की मदद के लिए खुद फील्ड में उतरना और दंपति को साथ लेकर उनके घर पहुंचना, इसके बाद दंपति की न सिर्फ घर में एंट्री कराना, बल्कि बेघर करने के आरोपियों को सजा देने का इंतजाम भी करना असीम अरुण का काबिल-ए-तारीफ काम है।

जिन्होंने पाल पोसकर बड़ा किया, उन माता-पिता से मारपीट करना और उन्हें बेसहारा करके घर से निकालने वालों के लिए ये एक सबक है। बेटे और बहू के खिलाफ पहले भी मुकदमा लिखा जा चुका था, लेकिन फिर भी वो नहीं सुधरे। लिहाजा कमिश्नर असीम अरुण ने शांतिभंग की धारा में गिरफ्तार करके उन्हें जेल भिजवा दिया।

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp