Kanpur Baba Case: कानपुर के करौली शंकर बाबा के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। करौली शंकर बाबा से आज पूछताछ होगी। बताया जा रहा है कि कानपुर पुलिस की एक टीम आज करौली बाबा के आश्रम में जाएगी। बाबा के बाउंसरों पर मारपीट का आरोप है।
Kanpur Karoli Baba: कानपुर के करौली शंकर बाबा पर मुकदमा दर्ज! देखें पिटाई वाला वीडियो
Kanpur Karoli Baba Santosh Singh Case: कानपुर के करौली शंकर बाबा के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। करौली शंकर बाबा से आज पूछताछ होगी। बताया जा रहा है कि कानपुर पुलिस की एक टीम आज करौली बाबा के आश्रम में जाएगी। बाबा के बाउंसरों पर मारपीट क
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Kanpur Karoli Baba
22 Mar 2023 (अपडेटेड: Mar 22 2023 2:03 PM)
इसके अलावा बिधनू पुलिस टीम मौका-ए-वारदात का मुआयना करेगी। पुलिस नोएडा के पीड़ित डॉ सिद्धार्थ चौधरी से संपर्क कर रही है ताकि इस मामले की जांच तेज हो सके। डाक्टर चौधरी ने बाबा को चैलेंज किया था। आरोप है कि इसके बाद बाबा के बाउंसरों ने डाक्टर चौधरी की जमकर धुनाई की।
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कानपुर में ही एक जानकार के अस्पताल में उन्होंने बेटे के सिर में टांकें लगवाए। नोएडा वापस आने के बाद कुछ दोस्तों ने उन्हें घटना के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के लिए कहा, जिसके बाद 18 मार्च को डॉ वीरेन्द्र चौधरी अपने बेटे डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी के साथ कानपुर जाकर पुलिस कमिश्नर से मिले और करौली बाबा और उसके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। बाबा करोली यानी संतोष भदौरिया के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। ऐसे में देखना होगा कि क्या बाबा की गिरफ्तारी होती है या नहीं?
कौन है करौली बाबा?
संतोष सिंह भदौरिया मूल रूप से उन्नाव के बारह सगवर के रहने वाला है। वो कभी किसान नेता था। 1989 से किसान यूनियन में कार्यकर्ता हैं। संतोष सिंह पर जमीनों पर अवैध कब्जा करने का भी आरोप लगा। उस पर एक चर्च की जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप है। उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज है। उसके अपराध का सफर 1992 से शुरू हुआ था। 92 में उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस केस में उसे 93 में जमानत मिली। इसके बाद 94 में उसके खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई थी।
1994 में संतोष भदौरिया व उसके साथियों के खिलाफ गाली-गलौज, मारपीट और आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद संतोष के खिलाफ 1995 में बर्रा में भी एफआईआर दर्ज हुई थी।
इस बीच संतोष सिंह भदौरिया कोयला निगम का चेयरमैन भी बना। सबसे पहले उसने शनि भगवान का मंदिर बनवाया। कुछ जमीन और खरीद करके उसने करौली आश्रम शुरू कर दिया। इस आश्रम में उन्होंने आयुर्वेदिक हॉस्पिटल शुरू किया। इसके बाद उन्होंने वहां पर कामाख्या माता का मंदिर बनवाया। उनका आश्रम 14 एकड़ में फैला हुआ है। करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया पर आरोप है कि उसने बिधनू में भूदान पट्टा के सरकारी दस्तावेजों में हेराफेरी करके आश्रम खोला।
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