ग़ाज़ियाबाद: अपने पिता से ही 1 करोड़ की रंगदारी मांग रही थी नाबालिग बेटी

Juvenile daughter sent message to extort 1 crore rupee from her father

CrimeTak

01 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)

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ग़ाज़ियाबाद से संवाददाता मयंक गौड़ की रिपोर्ट

वाट्सएप स्टेट्स और घर पर लेटर भेज ये धमकियां दी जा रही थी । जिसको लेकर डरे सहमे परिवार ने थाना साहिबाबाद में धमकियां मिलने की शिकायत की थी । पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल को जाँच सौपी। गाजियाबाद की साइबर सेल टीम की टीम ने पूरे मामले की जांच के बाद जो खुलासा किया है वो पुलिस के साथ घरवालों के लिए भी चौंकाने वाला निकला ।

क्योंकि एक करोड़ की फिरौती मांगने वाला और धमकियां देने वाला शख्स और कोई नहीं बल्कि उनकी अपनी ही नाबलिग 11 साल की बच्ची निकली जोकि अभी महज कक्षा 7 में पढ़ती है। उसी ने वाट्सएप के जरिए यह फिरौती मांगी थी और ना दिए जाने पर अपने छोटे भाई की किडनैपिंग की धमकी दी थी।

बहराल पुलिस ने पूरा मामला क्लियर होने के बाद बच्ची को नाबालिग होने के कारण समझा-बुझाकर घर भेज दिया और उसके परिजनों से बच्ची की काउंसलिंग कराने के लिए कहा गया है।

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए साइबर सेल के नोडल अधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि 26 जुलाई को थाना साहिबाबाद में एक व्यक्ति ने लिखित में शिकायत दी थी। शिकायत के मुताबिक कोई अज्ञात शख्स उन्हें वाट्सएप पर लगातार धमकी भरे मैसेज भेज रहा है।

मैसेज में उनके बेटे की किडनैपिंग की धमकी देकर उनसे 1 करोड़ की फिरौती मांगी जा रही है। जिसके बाद से पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है।पुलिस ने साइबर सेल को मामला सौंप दिया और साइबर सेल की टीम ने जब खुलासा किया तो पता चला कि उनकी ही 11 साल की बेटी जो कक्षा 7 में पढ़ती है।

उसी छोटी बच्ची ने अपने मम्मी पापा का वाट्सएप लैपटॉप पर वाट्सएप वेब से जोड़ लिया और उससे ही वह अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों एवं माता पिता को धमकी भरे मैसेज करने लगी। लड़की में केवल माता पिता ही नहीं वल्कि अपने रिश्तेदार और पड़ोसी जो कि उनकी मदद के लिए आगे आते थे उनको भी धमकी भरे मैसेज भेज दिया करती थी। जिससे मामले में कोई मदद ना करे। इसके पीछे का खुलासा पुलिस ने अपनी जांच में किया तो चौंकाने वाली वजह सामने आई।

पुलिस ने बताया कि जब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ तो बच्ची ने पूछताछ के बाद बताया कि वह कोरोना काल मे कहीं बाहर जाना भी नही हो पा रहा था जिससे वो अपने आप को घर के अंदर कैद महसूस कर रही थी।घर मे रहने दौरान जब वह मोबाइल चलाती थी, तो उसके मम्मी पापा इसका विरोध करते थे और पढ़ाई के लिए जोर दिया करते।

जिससे गुस्से में आकर उसने परिवार को परेशान करने के लिए अपने और परिवार के मोबाइल फोन के स्टेट्स बदल कर धमकियां देना शुरू कर दिया। वाट्सएप के एप को लैपटॉप पर खोल वो बच्ची धमकी भरे स्टेटस लगाया करती थी ।

क्षेत्राधिकारी अभय कुमार मिश्र ने बताया नाबालिग होने के कारण उसे समझा-बुझाकर भेज दिया गया है और उसके परिजनों को उसकी काउंसलिंग कराए जाने के लिए भी कहा गया है ।

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