Justice For Rakhi : रेप पीड़िता ने घटना को लेकर कोर्ट में बयान दर्ज कराया था. उस बयान की कॉपी CRIME TAK के हाथ लगी है. इस बयान में पीड़िता ने कोर्ट को बताया था कि वो अतुल राय को अपने बड़े भाई की तरह मानती थी. इसीलिए जब उन्होंने पत्नी से मुलाकात कराने के बहाने बुलाया तो वो मिलने गई थी. लेकिन उसके बाद जो कुछ हुआ उसे पीड़िता के बयान से जान सकते हैं.
Justice For Rakhi : सांसद अतुल राय को बड़ा भाई मानती थी लेकिन उन्होंने बलात्कार किया
Rakhi rape case में दर्ज़ victim का बयान CrimeTak के हाथ लगा, बयान में लिखा था की सांसद अतुल राय को बड़े भाई की तरह समझतीं थी, भाभी से मिलवाने के बहाने बुलाया था फिर किया rape
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26 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:03 PM)
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पीड़िता द्वारा कोर्ट में दर्ज कराया गया बयान
सन् 2018 में होली के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हारी भाभी तुमसे मिलना चाहती है. अक्सर घर पर तुम्हारी बातें होती रहती है. 7 मार्च 2018 को अपनी पत्नी से मिलने एवं खाने के लिए मुझे बुलाया. उन्होंने अपने ड्राइवर का नंबर दिया था. एक रेस्टोरेंट के पास बुलाया था. मेरे मन में हमेशा इनके लिए बड़े भाई का स्थान रहा. इसलिए मैं भाभी से मिलने चली गई.
गाड़ी वाले ड्राइवर जो मुझे लेने आए थे वो रेस्टोरेंट के पास लेकर मुझे पहुंचे. वहां पर रुककर मैंने कुछ देर तक उनके आने का इंतजार किया. उसी समय अतुल राय का एक नौकर आया और मुझे उनके फ्लैट पर ले गया. वह फ्लैट रेस्टोरेंट के पास में ही था.
उनके नौकर फ्लैट में मुझे छोड़ कर चले गए. और बोले कि भैया आते ही होंगे. कुछ देर तक इंतजार करने के बाद मैंने अतुल राय को फोन किया तो उन्होंने फोन काट दिया. थोड़ी देर बाद वॉट्सऐप पर कॉल किया. मैंने पूछा कि भैया आना कहां हैं. मैं यहीं पर इंतजार कर रही हूं. तो उन्होंने कहा कि तुम्हारी भाभी को पता चला कि तुम आ रही हो तो जिद करके कुछ लेने के लिए मार्केट आ गईं.
तुम्हारी भाभी ही देर कर रहीं हैं. तुम परेशान ना हो. तुम्हारा अपना ही घर है. हम लोग बस पहुंच रहे हैं. हम तुम्हें छुड़वा भी देंगे. ये बात होने के बाद मैंने कुछ समय तक इंतजार किया. कुछ समय बाद अपने तीन गनर के साथ वो वहां आए. गनर को उन्होंने बाहर ही बैठा दिया. मुझे अंदर ले आए. जब मैंने फोन किया था तो शायद रात के 10 या साढ़े 10 बज रहे थे.
अतुल राय को अकेले देख कर मैं थोड़ी घबराई हुई थी. इसलिए मैंने पूछा भी कि भाभी कहां है. और इतना पूछते ही अतुल राय ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे कमरे में खींचकर ले गए. अजीब-अजीब सी बातें करने लगे. फिर बोले कि मैंने तुम्हें कभी बहन की नजर से नहीं देखा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मैं अपनी पत्नी से खुश नहीं हूं. उनकी ऐसी बातें सुनकर मैं काफी घबरा गई थी.
मैंने वहां से निकलने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने मुझे जोर से धक्का दिया. और फिर मेरे कपड़े खींचे और फाड़ने लगे. मेरे साथ जबरदस्ती की. मेरी मर्जी के बिना. मैं बार-बार छोड़ने की भीख मांगने लगी. पर वह मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाए. बलात्कार किया. कुछ समय बाद मैं अपना आपा खो गई. पूरी रात बदहवास पड़ी रही.
इसी दौरान भी उन्होंने मेरे साथ कई बार जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए. और बलात्कार किया. जब पूरी तरह से सुबह नहीं हुई थी तभी अतुल राय ने मुझे अपनी एक काली गाड़ी में बैठा कर मुझे मेरे घर पर छोड़ने गए.
इस दौरान अतुल राय ने मुझे अपने मोबाइल में वीडियो दिखाया. जिसमें वह मेरे साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बना रहा था. बलात्कार कर रहा था. इस वीडियो को दिखाते हुए उन्होंने यह भी कहा कि मेरे पिताजी नहीं है. तो मेरी मां और छोटे भाई को जान से मरवा देगा.
साथ ही उसने यह भी कहा कि ऐसा उसने पहली बार नहीं किया है. इसलिए मैं अपना मुंह ना खोलो. तो ही मेरे व उसके लिए अच्छा रहेगा. इसके बाद धमकी देकर वह लगभग हर 15 से 20 दिन बाद मुझे बुलाता था. वह मेरे साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाता था. और बलात्कार करता था. यह सब अक्टूबर सन् 2018 तक चलता रहा.
उसके बाद मैंने अपना मोबाइल नंबर बदल लिया. और मैंने बनारस भी छोड़ दिया. इसके बाद 6 अप्रैल सन् 2019 को जब मैं अपने व्यक्तिगत काम से बनारस आई थी तो अतुल राय का एक साथी अनुज राय सिगरा चौराहे पर जबरदस्ती गाड़ी में बैठाने लगा. और साथ ही कह रहा था कि भैया तुम्हें ढूंढ रहे हैं. भैया के पास चलो.
साथ ही वह यह भी कह रहा था कि मुझे किसी बसपा नेता के पास जाना है. मेरे मना करने और शोर-शराबा होने पर जब वहां भीड़ इकट्ठी होने लगी तब वो वहां से चला गया था. इसके बाद में सबसे ज्यादा डर में थी.
उसी दिन मैंने यूपी छोड़ दिया. इसलिए मैंने गुस्से में और दुखी होकर अतुल राय को फोन या मैसेज किया. मैंने उसमें लिखा कि अगर मेरे साथ कुछ भी हुआ तो उस अप्रिय घटना के लिए तुम जिम्मेदार होगे. उस दिन यूपी छोड़ने के बाद मैं दिल्ली चली गई. वहां जाने के बाद मैं कई दिनों तक अपने आप से संघर्ष करती रही.
इस दौरान कभी मेरे मन में आत्महत्या का ख्याल आता तो कभी पिता ना होने पर बड़ी बेटी होने की जिम्मेदारी का भी ख्याल आता. कुछ दिन अपने संघर्ष के बाद मैंने यह सोचा कि अतुल राय ने जब समाज में अपने लोगों द्वारा मेरा दुष्प्रचार करा ही दिया है तो ऐसे में मरने के बाद भी लोग मुझ पर और मेरे परिवार पर उंगलियां उठाते रहेंगे. फिर मैंने ये फैसला लिया कि मैं लडूंगी और मैं न्याय पाऊंगी.
इसके बाद मैंने एक वीडियो में अपनी सारी आपबीती रिकॉर्ड की. और मैंने 24 अप्रैल 2019 को अतुल राय को भेजा. इसके बाद भी जब उन्होंने मुझे धमकी दी. तब मैंने हिम्मत करके फेसबुक पर 29 अप्रैल 2019 को अपनी आपबीती का वीडियो अपलोड कर दिया. इसे अपलोड करते ही अतुल राय के लोगों का मेरे नंबर पर बहुत सारे फोन और मैसेज आए.
जिसमें अतुल राय के खास अनुज राय ने फोन एवं मैसेज किया. अनुज राय ने लिखा था कि जो तुम कर रही हो वह गलत कर रही हो. सबसे पहले यह वीडियो डिलीट करो. इसी में तुम्हारी और भैया की भलाई है. उसी तारीख को यही अनुज राय मेरे बलिया जिले स्थित मेरे गांव गया और मेरे छोटे भाई और मां से बदतमीजी की.
और इतना डराया और धमकाया. फिर उसी दिन मेरी मम्मी एवं भाई को उठाकर ले गए थे. जब ये बात मुझे मेरी छोटी बहन से पता चली तो मैंने फेसबुक पर सबको बताया तब अनुज राय व अतुल राय के लोग मम्मी और भाई को नरही थाना ले गए. वहां भी मम्मी और भाई को डराया धमकाया. गाली भी दिए और उसी दिन मेरे खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई.
यह सब जानने के बाद मैं दिल्ली से लखनऊ गई और डीजीपी सर एवं प्रमुख सचिव सर को अपना प्रार्थना पत्र देत हुए अपनी आपबीती की जानकारी दी. डीजीपी सर के निर्देश पर लंका थाना वाराणसी में 1 मई सन 2019 को प्राथमिकी दर्ज हुई.
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