Joshimath: जोशीमठ में दहशत बरकरार! पीएम मोदी ने की सीएम धामी से बात

Joshimath: जोशीमठ में दहशत बनी हुई है। पीएमओ की बैठक के बाद एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य आज जोशीमठ जा रहे हैं। बॉर्डर मैनेजमेंट के सचिव भी आज जोशीपठ पहुंच रहे हैं।

CrimeTak

09 Jan 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:33 PM)

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Joshimath: जोशीमठ में दहशत बनी हुई है। पीएमओ की बैठक के बाद एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य आज जोशीमठ जा रहे हैं। बॉर्डर मैनेजमेंट के सचिव भी आज जोशीपठ पहुंच रहे हैं। कल सीएम धामी की प्रधानममंत्री से बातचीत हुई थी।आज सीएम धामी देहरादून में हाईलेवल की बैठक करने वाले हैं।

जोशीमठ में 603 घरों की पहचान की गई है, जहां दरारें हैं। अब तक 68 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है। हर किसी में डर है कि आगे क्या होगा? क्या उन्हें घर छोड़ना होगा? क्या उन्हें अपनी जमीन से दूर जाना होगा?

उत्तराखंड का जोशीमठ बेबस और लाचार नजर आ रहा है। जोशीमठवासी बेबसी के आंसू रो रहे हैं। लोगों की आंखों के सामने उनका आशियाना उजड़ रहा है। सैकड़ों घर बेकार हो गए हैं। सड़कों में भी दरार है। हालात ये हैं कि अब तक 600 से ज्यादा परिवारों को राहत शिविरों में भेजना पड़ा है। इस बीच पीएम मोदी ने इस मामले में सीएम धामी से बात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया है।

उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन से पानी निकल रहा है। जेपी कंपनी के मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जिससे ये पूरी कॉलोनी खाली करा ली गई है। इससे पहले यहां जमीन धंसने की कई घटनाएं हो रही थी। अब घरों-सड़कों में दरारें आ गई है। जगह-जगह से पानी की धार निकल रही है।

बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 से लगे जयप्रकाश पावर प्रोजेक्ट की कॉलोनी के अंदर से पानी दीवारों के अंदर से और जमीन के अंदर से निकलने लगा है। ऐसे आखिर क्यों हो रहा है? प्रशासन की टीम मौके पर तैनात है।

जोशीमठ समुद्र तल से करीब छह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है और सिस्मिक जोन 5 में आता है। यानी प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से काफी संवेदनशील है।

जोशीमठ को बचाओ!

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