झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिरफ्तार, भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी ने किया गिरफ्तार

Jharkhand: ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें 2011 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं।

जांच जारी

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31 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 31 2024 9:55 PM)

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Jharkhand Chief Minister: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने सोरेन के दिल्ली स्थित आवास की तलाशी के बाद 36 लाख रुपये, एक बीएमडब्ल्यू एसयूवी और कुछ ‘‘आपत्तिजनक’’ दस्तावेज जब्त किए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार 31 जनवरी को यह जानकारी दी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिरफ्तार

सोरेन बुधवार को झारखंड की राजधानी में अपने आधिकारिक आवास पर पहुंचे और अपने गठबंधन के विधायकों की बैठक की अध्यक्षता की। इसके बाद 24 घंटे से अधिक समय से जारी भ्रम की स्थिति पर विराम लग गया। हाल ही में सोरेन से लगभग 16-17 प्रश्न पूछे गए थे और उनका बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत लिखित और ऑडियो-वीडियो प्रारूप में दर्ज किया गया।

भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी ने किया गिरफ्तार

सोरेन से पूछताछ के लिए ईडी सात घंटे तक उनके आवास पर थी। प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम झारखंड में कथित भूमि धोखाधड़ी से जुड़े धनशोधन के एक मामले की जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार को सोरेन के दक्षिण दिल्ली स्थित 5/1 शांति निकेतन आवास पहुंची थी और वह वहां 13 घंटे से अधिक समय तक रही। इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी ली थी।

भूमि के मालिकाना हक को अवैध रूप से बदलने के एक बड़े गिरोह

सूत्रों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के दलों ने दिन भर की कार्रवाई के दौरान लगभग 36 लाख रुपये नकद, हरियाणा के नंबर प्लेट वाली एक ‘बेनामी’ बीएमडब्ल्यू कार और कुछ ‘‘आपत्तिजनक’’ दस्तावेज जब्त किए। मंगलवार को रांची पहुंचे सोरेन (48) ने निदेशालय को सूचित किया था कि वह बुधवार को दोपहर एक बजे अपने आवास पर बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं।

आईएएस छवि रंजन भी आरोपी

ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें 2011 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं। वह राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत रहे थे। इस मामले में झारखंड भूमि राजस्व विभाग के एक कर्मचारी भानु पी.पी. को भी एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी के अनुसार, यह जांच झारखंड में 'माफिया द्वारा भूमि के मालिकाना हक को अवैध रूप से बदलने के एक बड़े गिरोह' से संबंधित है।

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