ये खुलासा काला जठेड़ी के साथ पूछताछ में हुआ है। पुलिस के मुताबिक काला जठेड़ी के कई जानकार गैंगस्टर थाईलैंड, कनाडा और इंग्लैंड जैसे देशों में मौजूद हैं। काला जठेड़ी भी पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए विदेश भागने की तैयारी कर रहा था। हालांकि वो इसमें कामयाब हो पाता उससे पहले ही वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
अगर ऐसा हो जाता तो फिर पकड़ में नहीं आता कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी और रिवॉल्वर रानी!
Jathedi planning to escape foreign country before arresting
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09 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)
ये भी पता चला है कि फरारी के दौरान ही काला जठेड़ी और अनुराधा एक साथ रह रहे थे। फरवरी 2021 में दोनों ने उतराखंड के हरिद्वार के एक मंदिर में शादी भी कर ली थी। अनुराधा पहले राजस्थान के कुख्यात बदमाश आनंदपाल की गर्लफ्रेंड थी लेकिन आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद वो जठेड़ी गैंग के करीब आ गई।
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पुलिस के मुताबिक जठेड़ी कनाडा भाग जाना चाहता था क्योंकि वहां पर गोल्डी बराड़ गैंग की बागडोर संभाल रहा था। जठेड़ी गैंग का ही काला राणा फिलहाल थाईलैंड के बैंकॉक से गैंग को ऑपरेट कर रहा है । जठेड़ी भी चाहता था कि वो भी विदेश में बैठकर गैंग की बागडोर संभाले और भारत में नए-नए लड़कों को गुमराह कर उन्हें गुनाह की दुनिया में ढकेल दिया जाए।
लेडी डॉन रिवॉल्वर रानी ने अपना और काला जठेड़ी का पासपोर्ट बनाने के लिए नेपाल के एक पासपोर्ट एजेंट से संपर्क भी साधा था । भारत में पासपोर्ट वेरीफिकेशन के नियम कड़े होने के बाद यहां पर पासपोर्ट बनवाना बेहद मुश्किल हो गया है । ऐसे में ये दोनों नेपाल से अपना पासपोर्ट बनवाकर कनाडा भाग जाने की फिराक में थे।
गैंग में नए शूटरों की भर्ती भी की जा रही थी । ये भर्ती रिवॉल्वर रानी अनुराधा के कहने पर की गई थी। अनुराधा ने हरियाणा के सोनीपत के रहने वाला मनप्रीत गोलू, राजूमोटा, कैथल के मंजत राठी, झज्जर के दीपक और सोनीपत के बच्ची शूटर को गैंग में शामिल कराया था। पुलिस अब इनकी तलाश में है और इनको पकड़ने के लिए हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में छापेमारी कर रही है।
कई गैंगस्टर ने विदेश में बनाया अड्डा
इन दिनों हरियाणा, पंजाब और दिल्ली के गैंगस्टरों के बीच विदेश भाग जाने का चलन काफी बढ़ गया है। गुरुग्राम से थाईलैंड भागे गैंगस्टर कौशल ने विदेश में बैठकर गुरुग्राम में अपने शूटरों से कई हत्याएं और वसूली की वारदात को अंजाम दिया। बाद में गुरुग्राम पुलिस ने थाईलैंड से कौशल का प्रत्यार्पण कराया था।
कौशल के अलावा काला राणा, मोंटी और गोल्डी बराड़ नाम के बदमाश विदेशों में शरण लिए हुए हैं। इन सभी बदमाशों ने भारत में ऑपरेट कर रहे बदमाशों के साथ गठजोड़ कर लिया है। विदेशों में बैठकर ये टार्गेट तय करते हैं और फिर भारत में शूटरों से वारदात को अंजाम दिलाते हैं।
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