सात घंटे के भीतर 60 बार कांपी जापान की जमीन, अंधेरे में डूबे 34 हजार मकान

japan hits by 60 earthquakes: पहले दिन 7.6 की तीव्रता वाले भूकंप ने समूचे जापान को झकझोरकर रख दिया शाम चार बजे के बाद से रात साढ़े 11 बजे तक करीब करीब 60 भूकंप के झटके लगे।

जापान में आए भूकंप के बाद वहां कई हाइवे टूट गए

जापान में आए भूकंप के बाद वहां कई हाइवे टूट गए

02 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 2 2024 9:55 AM)

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Tsunami Alert: साल के पहले दिन 7.6 की तीव्रता वाले भूकंप ने समूचे जापान को झकझोरकर रखदिया। मध्य जापान के पश्चिमी किनारे पर इशिकावा प्रांत के नोटो प्रायद्वीप पर शाम को करीब 4 बजकर 10 मिनट पर आए इस ताकतवर भूकंप से अब तक कितना नुकसान हो चुका है इसके बारे में कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सका। लेकिन जापान में लोग इस भूकंप के बाद चैन से नहीं बैठ सके क्योंकि शाम चार बजे के बाद से रात साढ़े 11 बजे तक करीब करीब 60 भूकंप के झटके लगे। और इन झटकों ने सारे जापान को हिलाकर रख दिया। 

जापान में भूकंप के बाद अभी नुकसान का अंदाजा नहीं लगाया जा सका

34 हजार मकान अंधेरे में डूबे

हालांकि बाद में आए भूकंप के झटकों की तीव्रता 3 से लेकर 6.1 तक ही रही। लेकिन मौसम विभाग की मानें तो अगले हफ्ते और खासतौर पर अगले दो दिनों के लिए और भी तगड़े भूकंप आने की चेतावनी जारी की है। बीबीसी के मुताबिक पिछले कुछ घंटों से मध्य जापान में लगातार झटके आ रहे हैं। उधर सरकारी प्रवक्ता योशिमासा हयाशी के मुताबिक इशिकावा प्रांत के वाजिमा शहर में भूकंप के बाद आग लग गई और करीब 34 हजार से ज़्यादा घरों में बिजली गुल हो गई। 

बिल्डिंग ढही एक की मौत

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक जापान के एनटीवी के हवाले से बताया गया है कि इशिकावा प्रांत में एक इमारत के ढहने से उसमें एक आदमी की मौत की खबर है। हालांकि बिल्डिंग की तरफ जाने वाले तमाम रास्तों को बंद कर दिया गया है। 

जापान के प्रधानमंत्री का निर्देश

जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से पीएम फूमियो किशिदा ने निर्देश दिए हैं कि सुनामी और निकासी के सिलसिले में आम लोगों को समय पर सटीक जानकारी मुहैया करवाई जाए। साथ ही साथ किसी भी तरह से स्थानीय लोगों के नुकसान को रोकने और उन्हें कम करने के लिए सारे उपाय किए जाएं। प्रधानमंत्री कार्यालय का निर्देश ये भी है कि इस भूकंप के बाद हुए नुकसान का जल्द से जल्द पता लगाकर उसकी भरपाई के उपाय करने में तेजी लाए जाए। 

कोरिया और रूस को भी चेतावनी

उधर इस भूकंप के बाद जापान के अलावा दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया और रूस के पूर्वी हिस्सों में सूनामी की चेतावनी जारी की गई है। इसी बीच तेज भूकंप की वजह से समंदर में एक मीटर से ज़्यादा ऊंची लहरें इशिकावा प्रांत के तट तक पहुँची लेकिन वो पांच मीटर से छोटी ही रही जिसके बारे में अधिकारियों ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी। साल 2011 के भूकंप के बाद जापान में पहली बार एक बड़ी सूनामी की चेतावनी नोटो इलाके के लिए जारी की गई थी। हालांकि अब इसका असर कम हो गया है। मार्च 2011 में 15 मीटर की सूनामी ने जापान के उत्तर पूर्वी तट पर जबरदस्त तबाही मचाई थी। उस तबाही में 18000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी। लेकिन इस बार मौसम विभाग ने निगाटा और टोयामा प्रांतों के लिए सूनामी की चेतावनी जारी की है।

 

सूनामी की चेतावनी डाउनग्रेड

इसी बीच मध्य जापान के पश्चिमी किनारे पर इशिकावा प्रांत में बड़ी सुनामी चेतावनी को डाउनग्रेड करके सुनामी चेतावनी कर दिया गया है। लेकिन इलाके में रहने वाले लोगों को घरों को खाली रखने के लिएकहा गया है। इसी बीच इस भूकंप की वजह से कई मकान और घरों के ढह जाने की खबर है साथ ही कई जगहों पर सड़कें बीच से टूट गई हैं। साथ ही समंदर से लगे इलाके में रहने वालों लोगों के लिए सूनामी की चेतावनी है। 

मुख्य एक्सप्रेस वे टूटा

बीबीसी की खबरों के मुताबिक टोयामा और कनाजावा शहरों के बीच मुख्य एक्सप्रेस वे का कई सौ मीटर का हिस्सा बुरी तरह से टूट गया। नोटो प्रायद्वीप अब बाकी प्रांत से काफी हद तक कट चुका है। भूकंप की तेज कंपन की वजहसे सैकड़ों मकान ढह गए। 

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