Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ने बरामद किए मेड इन चाइना के 14500 बटनदार चाकू

Delhi News: ये तेज़धार चाकू चीन से भारत लाए गए थे। इन चाकुओं को फ्लिपकार्ट और मीशो एप पर बेचे जा रहे थे। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

CrimeTak

27 Jul 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:23 PM)

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Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने भारत-चीनी (Indo-China) चाकू (Knife) तस्करी (Smuggling) रैकेट का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली पुलिस ने 05 आरोपियों (Accused) को गिरफ्तार (Arrest) किया। जिनका नाम मो. साहिल, वसीम, मो. यूसुफ, आशीष चावला और मयंक बब्बर उर्फ ​​मिकी है। आरोपियों के कब्जे से 14053 अवैध चीनी बटनदार चाकू बरामद किए गए हैं।

दरअसल 18 जुलाई को एक पीसीआर कॉल मिली थी जिसमें किसी राहगीर को चाकू से भरा बैग गिरा मिला था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए जांच को आगे बढ़ाया तो पता चला कि एक बैग एक डिलीवरी बॉय की मोटरसाइकिल से गिर गया था। जांच में पता चला कि ये चाकू मालवीय नगर इलाके से एक कूरियर पैकेट में पैक किया गए थे।

पुलिस ने पैकेट के पते पर छापेमारी की और मो. साहिल और वसीम को गिरफ्तार कर लिया गया जो एक गोदाम में मौजूद थे। गोदाम की जांच करने पर कुल 533 और अवैध बटन चालित चाकू बरामद किए गए। आगे की जांच के दौरान आरोपी मो. साहिल ने खुलासा किया कि उसने माई स्टाइल के नाम से अपनी कंपनी के माध्यम से इन चाकूओं को ऑनलाइन बेचने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग ऐप पर खुद को पंजीकृत किया गया था।

उन्होंने आगे खुलासा किया कि एक मो. यूसुफ उसके लिए काम करता था जो उक्त अवैध चाकुओं को सदर बाजार से मालवीय नगर स्थित अपने गोदाम तक पहुंचाता था। जिसके बाद आरोपी मो. यूसुफ को गिरफ्तार किया गया।

ये चाइनीज़ चाकू दिल्ली में आशीष चावला बेचा करता था। सर्विलांस और तकनीकी विश्लेषण के जरिए आरोपी आशीष चावला की लोकेशन को जीरो डाउन किया गया। इस मामले में छापेमारी कर आरोपी आशीष चावला को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जिसकी निशानदेही पर सदर बाजार में उसके गोदाम से 13440 और अवैध बटन से चलने वाले चाकू बरामद किए गए।

आगे की पूछताछ के दौरान, आरोपी आशीष चावला ने खुलासा किया कि वह चीन में चाकू के ऑर्डर देता था। भुगतान K2M आयातक और निर्यातकों के मयंक बब्बर उर्फ ​​मिकी (मालिक) द्वारा किया जाता था। जिसका कार्यालय चीन में है।

जहां से अन्य विक्रेताओं की वस्तुओं के साथ चाकुओं को कंटेनर के माध्यम से भारत भेजा गया था। कस्टम ड्यूटी का भुगतान किया जाता था और सामग्री जारी करने पर उसे लाभ और मार्जिन जोड़कर आशीष चावला और अन्य विक्रेताओं को बेच दिया जाता था।

उन्होंने आगे खुलासा किया कि मयंक बब्बर इन अवैध चाकूओं को बटन से चलने वाले चाकू के बजाय रसोई के चाकू के रूप में उल्लेख करके सीमा शुल्क विभाग के सामने तथ्यों को गलत तरीके से पेश करके आयात करते थे। पुलिस ने छापेमारी कर आरोपी मयंक बब्बर उर्फ ​​मिकी को भी गिरफ्तार कर लिया।

दिल्ली पुलिस फ्लिपकार्ट आदि जैसे प्रमुख ई-मार्केट प्लेटफॉर्म उनके पोर्टल पर समान अवैध चाकू बेचने की जांच कर रही है। इस तरह पुलिस ने एक नापाक इंडो-चाइनीज मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है जो भारत में बिक्री के लिए चीन से प्रतिबंधित बटन वाले चाकू का थोक आयात कर रहा है।

इस मामले में अब आगे की जांच में सीमा शुल्क, डीजीएफटी जैसे नियामक करेगी। गौरतलब है कि आर्म्स एक्ट के तहत इस तरह के चाकू बेचने पर पाबंदी है।

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