Independence Day 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM MODI ने स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले से तिरंगा फहराया। देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'हमें भतीजावाद खत्म करना होगा। मैं जब परिवारवाद की बात करता हूं तो लोगों को लगता है कि सिर्फ राजनीति की बात करता हूं, लेकिन ऐसा नहीं है, मैं जब परिवारवाद की बात करता हूं, तो यह सभी क्षेत्रों की बात होती है।
Independence day 2022: भ्रष्टाचार, भाई- भतीजावाद को खत्म करना है - पीएम
Independence Day 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM MODI ने स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले से तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौवीं बार लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
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15 Aug 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:24 PM)
मैं भाई-भतीजावाद के खिलाफ जंग में युवाओं का साथ चाहता हूं। मैं दो विषयों पर चर्चा करना चाहता हूं। मैं मानता हूं हमारी इन चुनौतियों, विकृतियों, बीमारियों के कारण 25 साल का अमृत काल, अगर समय रहते नहीं चेते तो विकराल रूप ले सकते हैं। एक है भ्रष्टाचार, दूसरा परिवारवाद- भाई भतीजावाद।'
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प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत जैसे लोकतंत्र में जहां लोग गरीबी से जूझ रहे हैं। एक तरफ वो लोग हैं, जिनके पास रहने के लिए जगह नहीं है। दूसरे वे लोग हैं, जिनके पास लूटी हुई रकम रखने की जगह नहीं है। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना है, जो लोग पिछली सरकारों में बैंकों को लूट लूट कर भाग गए। हम उनकी संपत्ति जब्त कर रहे हैं। कई लोग जेल में हैं। हमारी कोशिश है कि जिन लोगों ने देश को लूटा है, उनके लिए ऐसी स्थिति बनाई जाए, कि उन्हें लूटा हुआ पैसा लौटाना पड़े।'
पीएम मोदी ने कहा, 'भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। मुझे इसके खिलाफ लड़ना है। मुझे इसके खिलाफ लड़ाई को तेज करना है। मुझे 130 करोड़ भारतीयों का साथ चाहिए, ताकि मैं इस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ सकूं, इसलिए मेरे देशवासियों ये चिंता का विषय है भ्रष्टाचार के प्रति नफरत दिखती है, लेकिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई चेतना नहीं दिखती।'
पीएम मोदी ने दिया नया नारा
पीएम मोदी ने कहा, 'लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान जोड़ा और अब इसमें जय अनुसंधान जोड़ने का समय आ गया है। अब जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान हो।'
महिलाओं को सम्मान जरूरी
पीएम मोदी ने कहा, 'मेरी एक पीड़ा है, मेरा दर्द है। मैं इसे दर्द को देशवासियों के सामने नहीं कहूंगा तो कहां कहूंगा। आज किसी न किसी कारण से हमारे अंदर विकृति आई है, हमारे बोल चाल में, हमारे स्वभाव में, हम नारी का अपमान करते हैं। क्या हम स्वभाव से, संस्कार से, रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं ? नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है, ये सामर्थ्य में देख रहा हूं।'
ये 5 प्रण लेने जरूरी
1- विकसित भारत- 'अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए।'
2- गुलामी के हर अंश से मुक्ति का प्रण- 'दूसरा प्रण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना।'
3- विरासत पर गर्व- 'तीसरी प्रण शक्ति है कि हमें हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए। यही विरासत है, जिसने भारत को स्वर्णिम काल दिया था। यह विरासत है जो समय समय पर परिवर्तन करने का सामर्थ्य रखती है।'
4- एकता और एकजुटता का प्रण- 'चौथा प्रण है एकता और एकजुटता। 130 करोड़ देशवासियों में एकजुटता। न कोई अपना न कोई पराया। एक भारत औऱ श्रेष्ठ भारत के लिए यह प्रण है।'
5- नागरिकों को अपने कर्तव्यपालन का प्रण- '5वां प्रण है नागरिकों का कर्तव्य। इससे पीएम, मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं होता है। ये 25 सालों के संकल्प को पूरा करने के लिए हमारे प्रण हैं।'
'मेरा देश विकसित देश होगा'
पीएम मोदी ने युवाओं से अपील की कि वे आजादी के 100 साल पूरे होने के लिए अभी से संकल्प लें, कि तब यह विकसित देश होगा। विकास के केंद्र में मनुष्य होगा। पीएम मोदी ने कहा कि जब देश आजादी के 100 साल पूरे कर रहा होगा, तब युवा 50-55 साल का होगा।
इतिहास में जगह न मिलने वाले महापुरुषों को भी किया याद
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हिंदुस्तान के हर कोने में उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारणवश इतिहास में जगह न मिली या उनको भुला दिया गया। आज देश ने खोज खोज कर ऐसे वीरों, महापुरुषों, बलिदानियों, सत्याग्रहियों को याद किया, नमन किया।'
विश्व भारत की ओर गर्व से देख रहा- पीएम
पीएम ने कहा, 'विश्व भारत की ओर गर्व, अपेक्षा से देख रहा है। दुनिया समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर खोजने लगी है। यह हमारे 75 साल की अनुभव यात्रा का परिणाम में है, जिस तरह से संकल्प लेकर हम चल रहे हैं, दुनिया हमारी ओर देख रही है। मैं इसे इतनी शक्ति के रूप में देखता हूं। मैं थ्री शक्ति के तौर पर देखता हूं।'
'गांधी के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित किया'
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत लोकतंत्र की जननी है। मैं पहला व्यक्ति था, जिसे लाल किले से देशवासियों के गौरवगान करने का मौका मिला था। जितना आपसे सीखा है, आपको जान पाया हूं। आपके सुख-दुख को जान पाया हूं, उसे लेकर मैंने पूरा कालखंड उन लोगों के लिए खंपाया है। महात्मा गांधी का जो सपना था, आखिरी व्यक्ति को लाभ पहुंचाने का। मैंने अपने महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित किया।'
'भारतीय वीरों ने अंग्रेजों की नींव हिला दी'
पीएम मोदी ने कहा, 'हर भारतीय का मन गर्व से भर जाता है, जब वे रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, चेन्नम्मा बेगम हजरत महल जैसी वीर महिलाओं को याद करते हैं। यह देश मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राज गुरु, चंद्रशेखर आजाद, अशफाकउल्ला खान, राम प्रसाद बिस्मिल का ऋणी है। इन वीरों ने अंग्रेजों के शासन की नींव हिला दी।'
प्राणों की आहुति देने वालों को याद करने का वक्त- पीएम
पीएम मोदी ने कहा, 'कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले बापू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर के हर प्रति नागरिक आभारी है। आज उन्हें याद करने और नमन करने का वक्त है।'
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