Haryana Bus Accident: हरियाणा के महेंद्रगढ़ में ऐन ईदवाले रोज हुए बस हादसे के बाद छह बच्चों की मौत (Fatal For Children) का मामला पूरे 24 घंटे के बाद भी लोगों को आंसुओं से भिगो रहा है। और इस मामले में जो ताजा खुलासा सामने आया है उससे ये पता चलता है कि इस हादसे को टाला भी जा सकता था, बल्कि करीब करीब टल भी गया था लेकिन तभी स्कूल के प्रिंसिपल से हो गई जानलेवा गलती।
Mahendragarh Bus Accident: प्रिंसिपल की इस एक गलती की वजह से गई 6 बच्चों की जान
Bus Driver Drunk: हरियाणा के महेंद्रगढ़ में ईद की छुट्टी के दिन हुए बस हादसे में नया खुलासा सामने आया और पता चला अगर प्रिंसिपल ने ये गलती न की होती तो हादसा टल सकता था।
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महेंद्रगढ़ में स्कूली बस हादसे को टाला जा सकता था बशर्ते
12 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 12 2024 9:00 AM)
नशे की हालत में था बस ड्राइवर
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स्कूल बस हादसे में पता चला है कि बस ड्राइवर को नशे की हालत में देखकर कुछ लोगों ने उसे न सिर्फ रोका था बल्कि उससे बस की चाबी भी छीन ली थी। इसके बाद जब गुस्साए लोगों ने स्कूल प्रबंधन से बात की तो स्कूल की ओर से कहा गया कि ड्राइवर को उसकी लापरवाही की वजह से नौकरी से हटा दिया जाएगा, लेकिन अभी चाबी देकर उसे जाने दीजिए।
स्कूल प्रबंधन से हुई मिस्टेक
महेंद्रगढ़ में बच्चों को लेकर जा रही स्कूल बस पलट गई और छह मासूमों की जान चली गई। इस हादसे को लेकर अब लोग गुस्से में हैं। अगर स्कूल प्रबंधन लोगों की बात मान लेता तो छह मासूम बच्चों की जान बच जाती। बता दें कनीना में हुए स्कूल बस हादसे में 6 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 15 से ज्यादा बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्रिंसिपल को लिया हिरासत में?
हादसे की खबर मिलने के बाद शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ पहुंचीं। उन्होंने कहा कि इसमें सबसे बड़ी लापरवाही तो यही है कि छुट्टी के दिन स्कूल क्यों खोला गया। इस मामले में बस चालक के साथ-साथ स्कूल प्रिंसिपल और संचालक के खिलाफ भी केस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया गया है।
रूक जाता ये हादसा
ये हादसा कैसे हुआ? क्या हादसे को रोका जा सकता था? इस पूरे मामले में किसकी लापरवाही रही? इन सवालों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचकर चश्मदीदों से बातचीत की जा रही है। इस दौरान लोगों ने बताया कि जिस जगह हादसा हुआ है, वहां से पहले रास्ते में जो गांव पड़ता है, वहां गांव के लोगों ने बस को रोककर चाबी भी छीन ली थी, क्योंकि बस चालक शराब के नशे में था। गांव के लोगों ने जब स्कूल प्रबंधन को फोन किया तो भरोसा दिलाया गया कि वे इस ड्राइवर को हटा देंगे, फिलहाल बस चालक को चाबी दे दें। इसके बाद ड्राइवर बस को लेकर वहां से निकल गया और कुछ दूर बाद उन्हाणी गांव के पास तेज रफ्तार बस का बैलेंस बिगड़ गया और बस पेड़ से टकरा गई।
हादसे के बाद मातम
कनीना से धनौंदा जाने वाले रोड पर कन्या महाविद्यालय के पास मोड़ पर बस हादसा हुआ। मौके की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। जिसने भी तस्वीरें देखीं, वो सहम गया। हादसे को लेकर हर तरफ मातम है... आखिरकार कोई कैसे मासूम बच्चों की जिंदगी को लेकर इतना लापरवाह हो सकता है। हादसे के वक़्त बस में 43 बच्चे सवार थे हैरानी की बात ये है कि आखिर ईद के दिन छुट्टी के बाद भी स्कूल क्यों खुला था।
गांववालों को हो रहा अफसोस
कनीना का जीएलपी स्कूल ईद की छुट्टी होने के बावजूद खुला हुआ था। स्कूल बस का ड्राइवर अलग-अलग गांवों के 43 बच्चों को लेकर स्कूल आ रहा था, लेकिन रास्ते में भीषण हादसा हो गया। जिन ग्रामीणों ने शराबी ड्राइवर से बस की चाबी छीन ली थी, वो इस हादसे के बाद अब अफसोस कर रहे हैं कि काश वे उस वक्त चाबी न देते तो मासूम बच्चों की जान बच जाती।
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