दरोगा फूफा ने किया रेप तो इज्जत बचाने के लिए गंगा में कूद गई भतीजी!

Girl attempt suicide after rape by policeman relative

CrimeTak

13 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)

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कानपुर से संवाददाता रंजय सिंह की रिपोर्ट

मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर के चकेरी थाने का है। यहां ट्रैफिक विभाग के एक दरोगा ने अपनी ही भतीजी का रेप कर डाला । इतना ही नहीं लड़की का आरोप है कि रेप के बाद उसका वीडियो बनाकर वो लगातार उसके साथ रेप कर रहा था ।

जिससे आजिज आकर भतीजी गंगा में सुसाइड करने को कूद गई जिसे गोताखोरों ने किसी तरह बचा लिया। पुलिस ने अब दरोगा के खिलाफ रेप और वीडियो बनाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।

कानपुर में ट्रैफिक विभाग के टीएसआई गिरजा शंकर पर उनकी भतीजी ने आरोप लगाया है की दरोगा फूफा ने एक दिन नशीला पदार्थ सुंघाकर पहले उसका रेप किया फिर उसका वीडियो बनाकर लगातार उसका शोषण कर रहा था।

लड़की के मुताबिक जब उसने इसका विरोध किया तो दरोगा ने उसकी पिटाई कर डाली और वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी।

अपने फूफा की इन हरकतों से हारकर भतीजी ने रविवार को गंगा में सुसाइड करने के लिए छलांग लगा दी इसके पहले उसने अपने सुसाइड की जानकारी 112 नंबर पर फोन करके भी दे दी थी ।

हालांकि पुलिस मौके पर पहुंच पाती उससे पहले ही गंगा में नाव चलाने वाले गोताखोरों ने उसकी जान बचा ली। पुलिस ने महिला की शिकायत पर दरोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है इसमें दरोगा के साथ उसके बेटे अमित तिवारी पर भी एफआईआर दर्ज की गई है क्योकि वह भी पिता के साथ लड़की को पीटा करता था।

पुलिस अधिकारी अब अपने दरोगा पर एफआईआर दर्ज कर खुद की पीठ थपथपा रही हो लेकिन कानपुर में तीन महीने में पुलिस पर लगने वाले बदनुमा दाग की ये चौथी घटना है। इसके पहले चकेरी में ही थानेदार अमित तोमर ने रेप की एफआईआर लिखाने आई महिला से समझाने को कहा था कि बताओ कमरे में कैसे क्या क्या हुआ था।

इसके बाद चकेरी में ही पूर्व थानेदार दिनेश त्रिपाठी ने अपने किरायेदार की 13 साल की बच्ची से रेप कर डाला जिसमें वो अभी तक जेल में है।

फिर 112 में तैनात सब इंस्पेक्टर मोहम्मद मुस्तफा को अपनी पड़ोसी का रेप करने में गिरफ्तार किया गया और अब ये चौथा मामला है जिसमें दरोगा के रेप का शिकार महिला ने खुदकुशी की कोशिश की।

वैसे कानपूर में रेप और छेड़खानी की घटनाएं कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर रही है लेकिन जब पुलिसकर्मी ही उसमे शामिल हो रहे हों तो सवाल उठाता है कि रेप और छेड़खानी की वारदात को कौन रोकेगा?

कानपुर में जब से कमिश्नरी लागू हुई है लगता है पुलिस महिलाओं और बच्चियों की रक्षक की जगह खुद ही भक्षक बन गई है । तीन महीनों में महिलाओं और बच्चियों के साथ रेप की एक नहीं चार चार वारदात सामने आ चुकी हैं जिनमें पुलिसकर्मियों पर रेप और छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं।

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